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फटी जेब में पैसा डालना बेकार अर्थ, प्रयोग (Fati jeb mein paise daalna bekar)

परिचय: “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” मुहावरा एक रूपक है जो व्यर्थ के प्रयासों को दर्शाता है। इसका शाब्दिक अर्थ है कि यदि जेब फटी हुई है, तो उसमें पैसे डालना व्यर्थ है क्योंकि पैसे उसमें टिकेंगे नहीं। यह मुहावरा उन स्थितियों के लिए प्रयोग किया जाता है जहां प्रयास निष्फल जा रहे हों।

अर्थ: इस मुहावरे का भावार्थ यह है कि किसी अनुपयोगी या अकारण कार्य में समय और संसाधन खर्च करना निरर्थक है। यह उन प्रयासों की व्यर्थता को दर्शाता है जिनसे कोई सार्थक परिणाम नहीं निकलता।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति या संस्था को उनके निरर्थक प्रयासों के बारे में सचेत किया जा रहा हो। यह उन स्थितियों में भी इस्तेमाल होता है जहाँ परिणाम की अनुपस्थिति में प्रयास जारी रखना बेकार है।

उदाहरण:

-> जब तक सुधीर अपनी आदतें नहीं बदलेगा, तब तक उस पर सलाह देना “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” है।

-> सरकार जिस योजना पर काम कर रही है, उसका कोई ठोस परिणाम नहीं आ रहा है, इसलिए यह “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” है।

निष्कर्ष: “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि हमें अपने संसाधनों और प्रयासों को उन कार्यों में लगाना चाहिए जहां सार्थक परिणाम की संभावना हो। यह मुहावरा हमें अनुत्पादक प्रयासों से बचने और उन कार्यों में समय लगाने की प्रेरणा देता है जिनसे अच्छे परिणाम की उम्मीद की जा सके।

Hindi Muhavare Quiz

फटी जेब में पैसा डालना बेकार मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अनुभव नाम का एक किसान रहता था। अनुभव के पास एक पुरानी और जीर्ण-शीर्ण खेती की जमीन थी। वह हर साल उस जमीन पर बहुत मेहनत करता, लेकिन फिर भी उसकी फसल अच्छी नहीं होती थी।

उसके पड़ोसी ने उसे कई बार सुझाव दिया कि वह अपनी जमीन की मिट्टी की जाँच करवाए और उसे उपजाऊ बनाने के लिए कुछ उपाय करे। लेकिन अनुभव ने कभी उसकी बात नहीं मानी। वह हर साल वही पुराने तरीके से खेती करता और हमेशा असफल होता।

एक दिन उसके गाँव में एक कृषि विशेषज्ञ आए। उन्होंने अनुभव की जमीन का निरीक्षण किया और बताया कि इस जमीन की मिट्टी में कुछ पोषक तत्वों की कमी है। उन्होंने अनुभव को कुछ सुझाव दिए और कहा कि अगर वह इन पर अमल करेगा, तो उसकी फसल अच्छी हो सकती है।

अनुभव ने इस बार विशेषज्ञ की सलाह मानी और उनके बताए अनुसार खेती की। उस साल उसकी फसल बहुत अच्छी हुई। अनुभव को समझ आ गया कि बिना उचित तैयारी और जानकारी के खेती करना “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” था।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि बिना सही जानकारी और तैयारी के किसी भी कार्य में प्रयास करना व्यर्थ है। यही “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” मुहावरे का सार है। उचित योजना और विधि से किए गए प्रयास ही सफलता की ओर ले जाते हैं।

शायरी:

फटी जेब में पैसा डालना, बस ये समझाना चाहता हूँ,

बेकार के प्रयासों में जीवन, क्यों बर्बाद कर जाता हूँ।

ख्वाब बुनता हूँ हवाओं में, टूटे दिल के साथ,

जैसे फटी जेब में डालूँ पैसे, खो जाएँ बिन बात।

जिंदगी की इस दौड़ में, कई बार ये भूला हूँ,

जो काम ना दे फल कोई, उसी पर मैं झूला हूँ।

कहाँ ढूंढूं मैं समझदारी, जब दिल हो चला अंधा,

फटी जेब में पैसे डालना, जैसे हर सपना हो बंजर धरा।

ये सीखा है मैंने अब, जिंदगी के हर पड़ाव में,

बेमतलब के प्रयासों से, नहीं मिलता कुछ भी छाँव में।

हर शख्स जो चलता रहता, बिना मंजिल के रास्ते,

वो फटी जेब में पैसे डालता, बिना किसी बात के वास्ते।

 

फटी जेब में पैसा डालना बेकार शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of फटी जेब में पैसा डालना बेकार – Fati jeb mein paise daalna bekar Idiom:

Introduction: The idiom “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” is a metaphor that represents futile efforts. Literally, it means that putting money into a torn pocket is useless, as the money will not stay in it. This phrase is used in situations where efforts are going in vain.

Meaning: The essence of this idiom is that spending time and resources on a useless or unwarranted task is pointless. It highlights the futility of efforts that do not yield any meaningful results.

Usage: This idiom is used when alerting an individual or an institution about their futile efforts. It is also employed in situations where continuing efforts in the absence of results is pointless.

Example:

-> As long as Sudhir doesn’t change his habits, giving him advice is like “putting money in a torn pocket” (futile).

-> The government’s plan, which is not yielding any solid results, is like “putting money in a torn pocket” (futile).

Conclusion: The idiom “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” teaches us that we should invest our resources and efforts in tasks where there is a possibility of meaningful outcomes. It motivates us to avoid unproductive efforts and invest our time in tasks that can be expected to yield good results.

Story of ‌‌Fati jeb mein paise daalna bekar Idiom in English:

In a small village, there lived a farmer named Anubhav. Anubhav owned a piece of old and worn-out farmland. Every year, he worked hard on this land, but his crops were never good.

His neighbor advised him several times to get the soil of his land tested and to take measures to make it fertile. However, Anubhav never heeded his advice. He continued farming in the same old way every year and always failed.

One day, an agricultural expert visited his village. He inspected Anubhav’s land and found that the soil lacked certain nutrients. He gave Anubhav some recommendations and said that if he followed them, his crops could improve.

This time, Anubhav heeded the expert’s advice and farmed according to his instructions. That year, his crops were very good. Anubhav realized that farming without proper preparation and knowledge was like “putting money in a torn pocket” (a futile effort).

This story teaches us that it is pointless to put effort into any task without proper knowledge and preparation. This is the essence of the idiom “putting money in a torn pocket.” Efforts made with proper planning and methods lead to success.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“फटी जेब में पैसा डालना बेकार” मुहावरे की उत्पत्ति क्या है?

यह मुहावरा एक विचारशील कहावत से आया है, जिसमें फटी हुई जेब से पैसे का गिरना और नष्ट होना सांकेतिक रूप से व्यर्थ प्रयासों और निवेश को दर्शाता है।

क्या इस मुहावरे का कोई आधुनिक अनुप्रयोग है?

हां, आधुनिक समाज में यह मुहावरा व्यवसाय, परियोजना प्रबंधन, और निजी वित्त प्रबंधन में अनुपयोगी निवेशों को रोकने के महत्व को समझाने के लिए प्रयोग किया जाता है।

क्या “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” का कोई वैकल्पिक अर्थ भी हो सकता है?

इस मुहावरे का प्राथमिक अर्थ निरर्थक प्रयासों पर केंद्रित है, लेकिन यह व्यापक रूप से उन स्थितियों को भी दर्शा सकता है जहाँ असमर्थता के कारण संसाधनों का उपयोग नहीं हो पाता।

क्या इस मुहावरे का शैक्षिक उद्देश्यों में कोई महत्व है?

इस मुहावरे का उपयोग शैक्षिक उद्देश्यों में किया जा सकता है ताकि छात्रों को संसाधन प्रबंधन और उनके प्रयासों को सही दिशा में लगाने की महत्वता समझाई जा सके।

क्या “फटी जेब में पैसा डालना बेकार” मुहावरे का कोई सामाजिक प्रभाव है?

सामाजिक संदर्भ में, यह मुहावरा व्यक्तियों और समूहों को संसाधनों के प्रबंधन और उनके उपयोग के महत्व को समझाने में मदद करता है।

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