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ईंट की लेनी पत्थर की देनी अर्थ, प्रयोग (Eent ki leni patthar ki deni)

परिचय: “ईंट की लेनी पत्थर की देनी” यह मुहावरा हिन्दी भाषा में बहुत प्रचलित है, जिसका प्रयोग अक्सर किसी के द्वारा की गई छोटी कार्रवाई का बड़ा प्रतिशोध लेने के संदर्भ में किया जाता है। यह मुहावरा व्यक्ति के उस रवैये को दर्शाता है जहाँ वह छोटी चोट का बड़ा बदला लेता है।

अर्थ: “ईंट की लेनी पत्थर की देनी” मुहावरे का सीधा अर्थ है कि किसी छोटी गलती या हानि के बदले में बहुत बड़ी प्रतिक्रिया या प्रतिशोध करना। इसका इस्तेमाल उस स्थिति को व्यक्त करने के लिए किया जाता है जब कोई व्यक्ति छोटी बात का बहुत बड़ा जवाब देता है।

प्रयोग: यह मुहावरा आमतौर पर उन परिस्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां व्यक्ति का प्रतिशोध उसके द्वारा मिली छोटी चोट की तुलना में कहीं अधिक होता है। यह उन लोगों की मानसिकता को भी दर्शाता है जो हर छोटे अपराध के लिए अत्यधिक प्रतिकार करते हैं।

उदाहरण:

मान लीजिए, एक व्यक्ति गलती से किसी के पैर पर कदम रख देता है, और जवाब में, वह व्यक्ति उसे थप्पड़ मार देता है। इस स्थिति को “ईंट की लेनी पत्थर की देनी” के रूप में व्यक्त किया जा सकता है।

निष्कर्ष: “ईंट की लेनी पत्थर की देनी” मुहावरा हमें सिखाता है कि किसी भी प्रतिक्रिया को देने से पहले हमें उसके परिणामों के बारे में सोचना चाहिए। यह हमें यह भी समझाता है कि अत्यधिक प्रतिशोध कई बार स्थितियों को और भी बिगाड़ सकता है। इसलिए, यह विवेकपूर्ण होता है कि हम अपनी प्रतिक्रियाओं को संतुलित रखें और सद्भावना के साथ आगे बढ़ें।

ईंट की लेनी पत्थर की देनी मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अमन और नियांत नाम के दो दोस्त रहते थे। दोनों ही खेल-कूद में साथ रहते और गाँव के सभी उत्सवों में एक साथ हिस्सा लेते। एक दिन, वे दोनों गाँव के मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे।

खेलते-खेलते अमन की एक गेंद गलती से नियांत के हाथ पर लग गई। गेंद ज्यादा तेज नहीं थी, लेकिन नियांत को थोड़ी बहुत चोट लग गई। अमन ने तुरंत माफी मांगी और नियांत से कहा कि वह उसे दर्द से राहत देने के लिए कुछ बर्फ लाकर देगा। लेकिन नियांत को अमन की यह छोटी सी गलती इतनी बुरी लगी कि उसने अमन के साथ बदला लेने की सोची।

अगले दिन, नियांत ने अमन की नई साइकिल को जानबूझकर खराब कर दिया, जो उसे उसके जन्मदिन पर मिली थी। जब अमन को पता चला, तो वह बहुत दुखी हुआ। उसने नियांत से पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया। नियांत ने कहा, “तूने मेरे हाथ पर गेंद मारी थी, इसलिए मैंने तेरी साइकिल खराब की।”

अमन ने नियांत को समझाया, “देखो, मैंने गलती से तुम्हारे हाथ पर गेंद मारी थी, जिसके लिए मैंने माफी भी मांगी थी। लेकिन तुमने मेरी छोटी सी गलती का इतना बड़ा बदला लिया, जैसे ‘ईंट की लेनी पत्थर की देनी’।”

इस घटना के बाद नियांत को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अमन से माफी मांगी। दोनों दोस्त फिर से एक साथ हो गए, लेकिन इस घटना ने गाँव के सभी लोगों को एक सबक सिखाया कि छोटी गलतियों का बड़ा बदला लेना कभी भी सही नहीं होता।

शायरी:

ईंट की लेनी है, पत्थर की देनी है,
इस दुनिया में भाई, यही रीत पुरानी है।

गलती से जो गुज़रे, उसे भूल जाना चाहिए,
दिलों में नफरत की जगह, प्यार पलना चाहिए।

ज़ख्मों पे मरहम लगाने की बात करते हैं,
हम तो दोस्ती में, हर ग़म भुलाने की बात करते हैं।

छोटी सी भूल पर, क्यों बवाल बना देते हैं,
इंसानियत के नाम पर, क्यों मिसाल बना देते हैं।

जिंदगी बहुत छोटी है, इसे प्यार से जीना,
‘ईंट की लेनी पत्थर की देनी’ से क्या पाना, क्या खोना।

आओ मिलके वादा करें, ना बढ़ाएंगे नफरत की आग,
प्यार और दोस्ती से ही, सजाएंगे अपनी राग।

याद रखना दोस्तों, इस जहां में सब कुछ है फानी,
‘ईंट की लेनी पत्थर की देनी’ नहीं, बस प्यार है जो रहता अनबानी।

 

ईंट की लेनी पत्थर की देनी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of ईंट की लेनी पत्थर की देनी – Eent ki leni patthar ki deni Idiom:

Introduction: The idiom “Eent ki leni patthar ki deni” is very prevalent in the Hindi language, often used in the context of taking a significant revenge for a minor action done by someone. This idiom reflects the attitude of a person who takes a major revenge for a minor hurt.

Meaning: The direct meaning of the idiom “Eent ki leni patthar ki deni” is to give a very big reaction or revenge in return for a small mistake or loss. It is used to express the situation when a person gives a much bigger response to a small matter.

Usage: This idiom is commonly used in situations where a person’s revenge is much more than the minor hurt they received. It also reflects the mentality of those who react excessively for every minor offense.

Example:

Suppose a person accidentally steps on someone’s foot, and in response, that person slaps him. This situation can be described as “Taking a brick, returning a stone.”

Conclusion: The idiom “Taking a brick, returning a stone” teaches us that we should think about the consequences before giving any reaction. It also explains that excessive revenge can sometimes worsen situations even more. Therefore, it is wise to keep our reactions balanced and move forward with goodwill.

Story of ‌‌Eent ki leni patthar ki deni Idiom in English:

In a small village, there lived two friends named Aman and Niyant. They always stayed together during sports and participated together in all the village festivals. One day, they were playing cricket in the village field.

During the game, one of Aman’s balls accidentally hit Niyant’s hand. The ball wasn’t thrown hard, but Niyant still got slightly injured. Aman immediately apologized and told Niyant he would bring some ice to relieve the pain. However, Niyant felt so offended by Aman’s minor mistake that he thought of taking revenge on Aman.

The next day, Niyant deliberately damaged Aman’s new bicycle, which he had received for his birthday. When Aman found out, he was very upset. He asked Niyant why he had done that. Niyant said, “You hit my hand with the ball, so I damaged your bicycle.”

Aman explained to Niyant, “Look, I accidentally hit your hand with the ball, for which I had apologized. But you took such a big revenge for my small mistake, as if ‘taking a brick, returning a stone’.”

After this incident, Niyant realized his mistake and apologized to Aman. The two friends reunited, but the event taught everyone in the village a lesson that taking a big revenge for small mistakes is never right.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

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