Budhimaan

दुहाई देना अर्थ, प्रयोग (Duhai dena)

परिचय: “दुहाई देना” भारतीय समाज में एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है। यह अक्सर तब प्रयोग किया जाता है जब किसी व्यक्ति को गहरी पीड़ा या असहायता का अनुभव होता है और वह अपनी व्यथा का प्रकटीकरण करता है।

अर्थ: “दुहाई देना” का अर्थ है किसी गंभीर समस्या या दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए विनती या अपील करना। यह अक्सर न्याय, सहायता या समर्थन मांगने के संदर्भ में प्रयोग होता है।

प्रयोग: यह मुहावरा व्यक्ति की वेदना और आवश्यकता को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है, खासकर जब वह अपने अधिकारों या न्याय के लिए लड़ रहा हो।

उदाहरण:

मान लीजिए, एक किसान जिसकी फसल नष्ट हो गई हो और वह बैंक से अपने कर्ज के भुगतान के लिए और समय मांग रहा हो। इस स्थिति में वह कह सकता है, “मैं बैंक से दुहाई दे रहा हूँ कि मुझे और समय दिया जाए।”

निष्कर्ष: “दुहाई देना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कभी-कभी परिस्थितियाँ ऐसी आती हैं जब हमें अपनी समस्याओं के प्रति दूसरों का ध्यान आकर्षित करने और सहायता मांगने की जरूरत पड़ती है। यह मुहावरा उस समय की भावनाओं को दर्शाता है जब व्यक्ति अपनी विपदा को लेकर बेहद चिंतित और असहाय महसूस करता है।

“दुहाई देना” हमें यह भी याद दिलाता है कि कभी-कभी हमें अपने अधिकारों और न्याय के लिए आवाज़ उठानी पड़ती है। यह मुहावरा हमें यह भी सिखाता है कि सहायता मांगना या अपनी समस्या के प्रति जागरूकता फैलाना कभी-कभी बहुत आवश्यक होता है।

इस मुहावरे के माध्यम से, हमें यह सीखने को मिलता है कि संकट के समय में धैर्य और संघर्ष के साथ-साथ, सही दिशा में सहायता मांगना और अपनी आवाज़ को बुलंद करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, “दुहाई देना” हमें अपनी समस्याओं के प्रति सक्रिय और जागरूक रहने की प्रेरणा देता है।

Hindi Muhavare Quiz

दुहाई देना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में कुसुम नाम की एक महिला रहती थी। वह अपने परिवार के साथ खेतीबाड़ी करके अपना गुजारा करती थी। एक वर्ष, अत्यधिक सूखे के कारण उसकी सारी फसल बर्बाद हो गई। उस पर बैंक का कर्ज भी था, जिसे चुकाना उसके लिए असंभव हो गया।

कुसुम ने बैंक में जाकर अपनी स्थिति समझाई और कर्ज के भुगतान के लिए कुछ और समय की मांग की। उसने कहा, “मैं आपसे दुहाई दे रही हूँ, कृपया मुझे थोड़ा और समय दें।” लेकिन बैंक मैनेजर ने उसकी एक न सुनी।

कुसुम ने हार नहीं मानी और गाँव के सरपंच से मिलकर अपनी समस्या बताई। सरपंच ने उसकी बात सुनकर उसे आश्वासन दिया कि वह उसकी मदद करेंगे। सरपंच ने बैंक मैनेजर से बात की और कुसुम को कुछ और समय दिलवाने में मदद की।

इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि “दुहाई देना” यानी अपनी समस्या को प्रकट करना और न्याय की अपील करना कभी-कभी जरूरी होता है। कुसुम की कहानी हमें यह भी बताती है कि जीवन में चुनौतियों का सामना करते हुए हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और सही माध्यमों के जरिए अपनी बात रखनी चाहिए।

कुसुम की कहानी यह भी सिखाती है कि संकट के समय में सहायता मांगना और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाना न केवल उचित है, बल्कि अक्सर यह हमारे लिए एकमात्र विकल्प भी होता है। कुसुम का संघर्ष और दुहाई देने का साहस हमें यह बताता है कि न्याय और सहानुभूति की मांग करने में कोई गलती नहीं है।

इस प्रकार, “दुहाई देना” की कहानी हमें अपने संकटों का सामना करने और उनसे निपटने की प्रेरणा देती है। यह हमें यह भी याद दिलाती है कि कठिन समय में भी हमें आशा और धैर्य नहीं खोना चाहिए और सहायता की मांग करने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए।

शायरी:

दुहाई दे रहे हैं हम, सुनो इस दिल की बात,

अधिकार यहां मांगते, खो गए हैं जो राहात।

ज़िंदगी की राहों में, दुहाई है एक साथी,

हर दर्द में आवाज़ दे, कहते ये दिल की बातें।

दुहाई में छुपा हुआ, है दर्द का समंदर,

कभी खामोशी में कहे, कभी बन जाए अंदर।

दुहाई लबों पे लाए हैं, फरियाद ये हमारी,

जिंदगी की इस राह में, ढूंढे हैं जो किनारी।

दुहाई देना सीख लिया, हर गम में यहाँ,

जीवन की इस दौड़ में, दुहाई है बस मेरा जहाँ।

 

दुहाई देना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दुहाई देना – Duhai dena Idiom:

Introduction: “दुहाई देना” (Seeking Redress) is a prevalent Hindi idiom in Indian society. It is often used when a person experiences deep pain or helplessness and expresses their plight.

Meaning: “दुहाई देना” means to appeal or plead for attention to a serious problem or distress. It is commonly used in the context of seeking justice, aid, or support.

Usage: This idiom is used to express a person’s agony and need, especially when fighting for their rights or justice.

Example:

For instance, consider a farmer whose crops have been destroyed and who is asking the bank for more time to repay a loan. In this situation, he could say, “I am pleading with the bank to give me more time.”

Conclusion: The idiom “दुहाई देना” teaches us that sometimes in life, situations arise where we need to draw others’ attention to our problems and seek help. This idiom portrays the emotions at times when a person feels extremely worried and helpless about their predicament.

“दुहाई देना” also reminds us that sometimes we need to raise our voice for our rights and justice. This idiom teaches us that seeking help or spreading awareness about our problems is sometimes very necessary.

Through this idiom, we learn that in times of crisis, along with patience and struggle, it is equally important to seek help in the right direction and raise our voice. Thus, “दुहाई देना” inspires us to be proactive and aware of our problems.

Story of ‌‌Duhai dena Idiom in English:

In a small village lived a woman named Kusum. She supported her family through farming. One year, a severe drought destroyed all her crops. She also had a bank loan, which became impossible to repay.

Kusum went to the bank to explain her situation and asked for more time to repay the loan. She pleaded, “I implore you, please give me some more time.” However, the bank manager didn’t listen to her.

Not losing hope, Kusum met with the village head (Sarpanch) and explained her problem. The Sarpanch, understanding her plight, assured her of help. He spoke to the bank manager and helped Kusum get some more time for her loan repayment.

This story teaches us that “seeking redress” or expressing one’s problems and appealing for justice is sometimes necessary. Kusum’s story tells us that while facing life’s challenges, we should not lose courage and should appropriately voice our concerns.

Kusum’s story also teaches that seeking help and raising our voice for our rights during a crisis is not only fair but often the only option. Her struggle and courage to seek redress show that it is not wrong to ask for justice and empathy.

Thus, the story of “seeking redress” inspires us to face our troubles and deal with them. It also reminds us that even in tough times, we should not lose hope and patience and should not hesitate to ask for help.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“दुहाई देना” मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

इस मुहावरे की उत्पत्ति के बारे में सटीक जानकारी तो नहीं है, लेकिन यह पुराने समय से चली आ रही परंपराओं और सामाजिक रीति-रिवाजों में देखने को मिलता है, जहाँ लोग दुख या संकट के समय में मदद के लिए पुकारते थे।

“दुहाई देना” मुहावरे के समानार्थी शब्द क्या हैं?

“गुहार लगाना”, “मदद की अपील करना”, “सहायता के लिए पुकारना” इस मुहावरे के समानार्थी शब्द हो सकते हैं।

“दुहाई देना” मुहावरे का विलोम (विपरीत) क्या हो सकता है?

“सहायता की अवहेलना करना” या “मदद से इनकार करना” इस मुहावरे का विलोम हो सकता है।

“दुहाई देना” मुहावरे का आधुनिक संदर्भ में क्या महत्व है?

आधुनिक संदर्भ में, जहाँ विभिन्न माध्यमों से मदद की अपील की जा सकती है, यह मुहावरा सोशल मीडिया, सार्वजनिक मंचों, या न्यायिक प्रक्रिया के दौरान न्याय या सहायता की मांग करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।

“दुहाई देना” मुहावरे का सामाजिक मुद्दों में क्या योगदान हो सकता है?

सामाजिक मुद्दों में, “दुहाई देना” का उपयोग समाज में उत्पन्न समस्याओं और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने, सहायता और समर्थन मांगने, और उन मुद्दों के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।