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दूर से हाथ जोड़ना अर्थ, प्रयोग (Door se haath jodna)

परिचय: “दूर से हाथ जोड़ना” यह हिंदी मुहावरा एक प्रकार की सामाजिक और व्यवहारिक स्थिति को व्यक्त करता है। यह मुहावरा उन परिस्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां कोई व्यक्ति किसी से मिलने या संवाद करने से बचना चाहता है।

अर्थ: “दूर से हाथ जोड़ना” का अर्थ है किसी से सीधे मिलने या बातचीत करने की बजाय दूर से ही अभिवादन करना या सम्बोधित करना। यह अक्सर तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से बचना चाहता है या उससे सीधा संवाद से परहेज करता है।

प्रयोग: यह मुहावरा सामाजिक और व्यावसायिक परिस्थितियों में व्यक्ति के टालमटोल या बचने की प्रवृत्ति को दर्शाता है।

उदाहरण:

-> विकास ने अपने पुराने मित्र से मिलने के बजाय “दूर से हाथ जोड़ना” ही उचित समझा, क्योंकि वह उससे किसी बात पर नाराज था।

-> जब पारुल को अपने पूर्व बॉस का सामना करना पड़ा, तो उसने “दूर से ही हाथ जोड़” लिया और वहां से चली गई।

निष्कर्ष: “दूर से हाथ जोड़ना” मुहावरा हमें बताता है कि कभी-कभी लोग संवाद या सामना करने से बचने के लिए अपरोक्ष तरीके अपनाते हैं। यह मुहावरा संवाद की कमी और व्यक्ति की टालमटोल की प्रवृत्ति को प्रकट करता है और यह भी संकेत देता है कि कभी-कभी सीधा सामना करने से बचना बेहतर होता है।

Hindi Muhavare Quiz

दूर से हाथ जोड़ना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से शहर में सुधीर नाम का एक युवक रहता था। सुधीर एक मिलनसार और खुशमिजाज व्यक्ति था, लेकिन कुछ लोगों के साथ उसकी बनती नहीं थी। खासकर उसका पुराना सहपाठी सुमित, जिसके साथ उसका विवाद हो गया था।

एक दिन सुधीर को पता चला कि उसके शहर में एक मेला लगा है और सुमित भी वहां आया हुआ है। सुधीर मेले में जाना चाहता था, लेकिन सुमित से सामना करने की सोचकर वह चिंतित था। फिर भी, वह मेले में गया और दूर से ही सुमित को देख लिया।

सुधीर ने सुमित के पास जाने के बजाय दूर से ही हाथ जोड़कर अभिवादन किया और फिर दूसरी दिशा में चल दिया। उसे लगा कि यह सुमित से सीधे मिलने से बेहतर है, क्योंकि उनके बीच पहले ही काफी तनाव था।

इस घटना ने सुधीर को सिखाया कि कभी-कभी किसी से सीधे संवाद या मिलने से बचना बेहतर होता है, खासकर जब परिस्थितियाँ तनावपूर्ण हों। “दूर से हाथ जोड़ना” उसके लिए एक तरीका था जिससे वह विवाद से बच सकता था और फिर भी अपनी शिष्टता बनाए रख सकता था।

शायरी:

दूर से ही हाथ जोड़, मोहब्बत का इज़हार किया,

कुछ रिश्तों में फासला भी ज़रूरी होता है।

जहाँ शब्दों की चोट से दरारें पड़ जाएँ,

वहाँ खामोशी से भी प्यार का इज़हार होता है।

दूर से ही हाथ जोड़ने का मतलब समझो,

कभी कभी बिना कहे भी सब कुछ कहा जाता है।

फासलों में भी एक अदब बना रहे,

कभी-कभी दूरी ही दिलों की करीबी होता है।

हाथ जोड़ने की अदा में भी इज़्ज़त होती है,

जहाँ लफ़्ज़ नहीं पहुँचते, वहाँ ख़ामोशी बोलती है।

 

दूर से हाथ जोड़ना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दूर से हाथ जोड़ना – Door se haath jodna Idiom:

Introduction: “Door se haath jodna” is a Hindi idiom that represents a specific social and behavioral situation. This idiom is used in scenarios where an individual wants to avoid meeting or conversing with someone.

Meaning: “Door se haath jodna” means to greet or address someone from afar instead of meeting or talking to them directly. This often happens when a person wants to avoid another individual or is reluctant to engage in direct conversation.

Usage: This idiom illustrates the tendency to evade or avoid in social and professional situations.

Example:

-> Vikas thought it better to “Door se haath jodna” rather than meet his old friend because he was annoyed with him over something.

-> When Parul encountered her former boss, she chose to “Greet from a Distance” and then left the place.

Conclusion: The idiom “Door se haath jodna” tells us that sometimes people adopt indirect ways to avoid conversation or confrontation. This idiom reflects the lack of communication and the tendency to evade, and it also suggests that sometimes avoiding direct confrontation is preferable.

Story of ‌‌Door se haath jodna Idiom in English:

In a small town, there lived a young man named Sudhir. Sudhir was a sociable and cheerful person, but he didn’t get along with some people, especially his old classmate Sumit, with whom he had a dispute.

One day, Sudhir learned that a fair was being held in his town, and Sumit was also there. Sudhir wanted to go to the fair but was apprehensive about encountering Sumit. Nevertheless, he went to the fair and saw Sumit from a distance.

Instead of approaching Sumit, Sudhir greeted him from afar with folded hands and then walked away in the other direction. He felt that it was better than meeting Sumit directly since there was already a lot of tension between them.

This incident taught Sudhir that sometimes it’s better to avoid direct communication or meeting with someone, especially in tense situations. “Greeting from a Distance” was a way for him to avoid conflict while still maintaining his courtesy.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का इस्तेमाल आम बोलचाल में होता है?

हाँ, इस मुहावरे का इस्तेमाल आम बोलचाल की भाषा में होता है, खासकर जब कोई व्यक्ति किसी स्थिति से खुद को अलग करने की अपनी इच्छा या निर्णय को व्यक्त करना चाहता है।

क्या यह मुहावरा केवल भारतीय संस्कृति में पाया जाता है?

“दूर से हाथ जोड़ना” मुहावरे की अवधारणा भारतीय संस्कृति में तो प्रचलित है, परंतु समानार्थी विचार अन्य संस्कृतियों में भी मौजूद हो सकते हैं, हालांकि उनके प्रयोग और अभिव्यक्ति के तरीके भिन्न हो सकते हैं।

क्या इस मुहावरे का उपयोग लिखित रूप में भी होता है?

हाँ, इस मुहावरे का उपयोग लिखित रूप में भी होता है, खासकर व्यंग्य, कहानियां, उपन्यास या लेखों में जहाँ व्यक्ति की भावनाओं या निर्णयों को व्यक्त किया जाता है।

क्या इस मुहावरे का महत्व आधुनिक समय में भी बना हुआ है?

हाँ, इस मुहावरे का महत्व आधुनिक समय में भी बना हुआ है, क्योंकि यह मानवीय संबंधों, व्यक्तिगत निर्णयों और सामाजिक व्यवहारों के संदर्भ में अभी भी प्रासंगिक है।

क्या “दूर से हाथ जोड़ना” मुहावरे का इस्तेमाल शारीरिक दूरी के संदर्भ में भी होता है?

नहीं, “दूर से हाथ जोड़ना” मुहावरे का प्रयोग मुख्यतः लाक्षणिक अर्थ में होता है, जो शारीरिक दूरी के बजाय विवादों, समस्याओं, या जटिल स्थितियों से खुद को अलग करने या बचाने की भावना को व्यक्त करता है।

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