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दूर के ढोल सुहावने मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Door ke dhol suhavne)

अर्थ: “दूर के ढोल सुहावने” इस मुहावरे का अर्थ है कि जो चीजें दूर होती हैं वह हमें अधिक अच्छी लगती हैं, हालांकि जब हम पास पहुंचते हैं, तो वे उत्तराधिक अच्छी नहीं होती।

उदाहरण:

-> अंकित ने अपने नई नौकरी के बारे में सोचा कि वहाँ सब कुछ बेहतर होगा, पर जब उसने नौकरी ज्वॉइन की, तो उसे समझ में आया कि “दूर के ढोल सुहावने” होते हैं। 

-> मनीष नए शहर में शिफ्ट होने का प्लान बना रहा था, मानता था कि वहां जीवन बेहतर होगा। लेकिन जब वह वहाँ पहुंचा, तो उसे यह समझ में आया कि अक्सर “दूर के ढोल सुहावने” होते हैं।

विस्तार में:

इस मुहावरे का मूल धारा यह है कि हम अक्सर जो चीजें पास में नहीं होती, उन्हें अधिक महत्व देते हैं और उन्हें अधिक सुहावना समझते हैं। यह हमें यह सिखाता है कि हमें सब कुछ जो पास में है, उसकी कदर करनी चाहिए और दूरी चीजों को अधिक महत्व देने से पहले उसे समझना चाहिए।

जीवन में अनेक समय हम अपनी वर्तमान परिस्थितियों से असंतुष्ट होते हैं और हम सोचते हैं कि कहीं और जीवन बेहतर होगा। लेकिन, जब हम वहां पहुंचते हैं, हमें समझ में आता है कि हर जगह अपनी-अपनी समस्याएं होती हैं। इसलिए, हमें अपने वर्तमान में ही सुख और संतोष खोजना चाहिए।

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दूर के ढोल सुहावने मुहावरा पर कहानी:

राज और राम दो बहुत अच्छे दोस्त थे। वे एक ही गाँव में रहते थे और समय-समय पर अपने जीवन की समस्याओं की चर्चा करते थे। राज हमेशा अपने गाँव की शिकायत करता था। उसे लगता था कि शहर का जीवन उससे कहीं बेहतर होगा।

एक दिन, राज ने तय किया कि वह अपने गाँव को छोड़कर शहर जाएगा। वह उम्मीद में था कि शहर में उसे बेहतर जीवन, अच्छी नौकरी और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। राम ने उसे समझाया कि हर जगह अपनी-अपनी समस्याएं होती हैं, पर राज का मन बना हुआ था।

जब राज शहर पहुंचा, तो पहले कुछ दिनों तक उसे सब कुछ नया और रोमांचक लगा। लेकिन धीरे-धीरे उसे समझ में आने लगा कि शहर का जीवन भी उसके गाँव से बहुत अलग नहीं है। शहर में ज्यादा भीड़-भाड़, प्रदूषण, और अधिक प्रतिस्पर्धा जैसी समस्याएं थीं।

महीने बाद, जब वह अपने गाँव वापस लौटा, तो उसे समझ में आया कि वास्तव में “दूर के ढोल सुहावने” होते हैं। गाँव की सादगी, शांति, और अपनों का साथ अब उसे ज्यादा पसंद आने लगा। उसने तय किया कि वह अब अपने गाँव में ही रहेगा और अपने जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश करेगा।

राम ने मुस्कराते हुए कहा, “कभी-कभी हमें जो पास में है, उसकी कदर तब होती है, जब हम उससे दूर हो जाते हैं।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें अपनी मौजूदा परिस्थितियों की कदर करनी चाहिए और दूरी चीजों को अधिक महत्व देने से पहले उन्हें समझना चाहिए।

शायरी:

दूर की बाजू में ढोल सुहावने लगते,

पास हो जब, सिर्फ गूंज सुनाई देते।

 ख्वाबों में उलझा जो धुंधला सा रंग,

जो पास है, उसी में छुपा असली संग

 दूरी का जादू है अजीब, जो बहकाता और है छलता,

जो साथ है, वही है सच्ची और अनमोल मित्रता।

 

दूर के ढोल सुहावने शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दूर के ढोल सुहावने – Door ke dhol suhavne Idiom:

Meaning: The phrase “Door ke dhol suhavne” translates to “distant drums sound pleasant.” It implies that things which are far away or out of reach often appear more appealing or better than they actually are. However, upon closer inspection or once attained, they may not be as great as they seemed from a distance.

Examples:

-> Ankith thought his new job would be much better in every aspect. But after joining, he realized that “Door ke dhol suhavne.”

-> Manish was planning to move to a new city, believing life would be better there. However, once he arrived, he understood that often “Door ke dhol suhavne.”

In detail:

The core essence of this idiom is that we often value things that are not immediately available or within our reach and perceive them to be better. It teaches us to appreciate what we have and understand things in their entirety before giving them undue importance.

In life, many times we become dissatisfied with our current circumstances and assume that life might be better elsewhere. However, once we get there, we realize that every place has its own set of challenges. Thus, we should seek happiness and contentment in our present situation.

Story of ‌‌Door ke dhol suhavne Idiom in English:

Raj and Ram were best friends. They lived in the same village and often discussed the challenges of their lives. Raj always complained about his village, believing that life in the city would be much better.

One day, Raj decided to leave his village and move to the city. He hoped for a better life, a good job, and more amenities in the city. Ram tried to convince him that every place has its challenges, but Raj was determined.

When Raj arrived in the city, everything felt new and exciting for the first few days. However, as time passed, he began to realize that life in the city wasn’t much different from his village. The city had its own problems like overcrowding, pollution, and increased competition.

A month later, when Raj returned to his village, he understood the truth behind the phrase “distant drums sound pleasant.” He started to appreciate the simplicity, peace, and companionship of his village. He decided to stay in his village and work towards improving his life there.

With a smile, Ram said, “Sometimes, we value what we have only when we are distanced from it.”

This story teaches us to appreciate our present circumstances and to understand things in their entirety before giving them undue importance.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“दूर के ढोल सुहावने” का क्या उपयोग किसी कार्य या प्रोजेक्ट की सफलता के संदर्भ में किया जा सकता है?

इस मुहावरे का उपयोग किसी कार्य या प्रोजेक्ट की सफलता के संदर्भ में, जब कोई किसी चीज की सराहना करता है जो उसके साथ नहीं थी, किया जा सकता है।

क्या “दूर के ढोल सुहावने” का उपयोग अच्छे दोस्तों के संदर्भ में हो सकता है?

हां, इस मुहावरे का उपयोग किसी के दोस्तों को वही बताने के लिए किया जा सकता है कि वे उनके सच्चे दोस्त हैं, जो उनकी समस्याओं और कठिनाइयों में भी साथी रहते हैं।

क्या इस मुहावरे का उपयोग केवल प्रसंगिक चीजों के लिए होता है?

नहीं, आप इस मुहावरे को व्यक्तिगत संदर्भ में भी उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि किसी के साथीता और समर्थन की प्रशंसा करने के लिए।

क्या यह मुहावरा केवल हिन्दी में ही प्रयुक्त होता है?

नहीं, यह मुहावरा अन्य भाषाओं में भी प्रयुक्त होता है, लेकिन उनके भाषा स्थलीय रूप में हो सकता है।

क्या आप मुहावरे “दूर के ढोल सुहावने” का उपयोग किसी व्यक्ति की तुलना में किसी अन्य व्यक्ति के साथ कर सकते हैं?

हां, आप किसी व्यक्ति को किसी दूसरे व्यक्ति की तुलना में सराहते हुए इस मुहावरे का उपयोग कर सकते हैं।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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