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दूध का दूध, पानी का पानी मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Doodh ka doodh pani ka pani)

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अर्थ: “दूध का दूध, पानी का पानी” इस मुहावरे का अर्थ है किसी विषय में स्पष्टता लाना। यहां ‘दूध’ और ‘पानी’ का उल्लेख असली और जाली चीज़ों को प्रकट करने के लिए है।

उदाहरण:

-> जब सभी लोग महसूस कर रहे थे कि कंपनी में घोटाला हुआ है, तो डायरेक्टर ने कहा, “मुझे चाहिए कि इस मामले में जल्द ही दूध का दूध, पानी का पानी हो।”

-> जब परीक्षा में अन्यथा प्रदर्शन हुआ, प्रधानाचार्य ने टीचर से कहा कि जल्द ही इसका कारण सामने लाओ, ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके।

वाक्य में प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है, जब हम चाहते हैं कि किसी समस्या या मुद्दे में सच और झूठ में अंतर साफ हो जाए।

मूलभूत तत्व:

इस मुहावरे में ‘दूध’ और ‘पानी’ के जिक्र से यह संकेत होता है कि किसी विषय में सत्य और असत्य में अंतर प्रकट होना चाहिए। इसे समझने और समझाने का माध्यम बनाया जाता है।

आशा है कि आपको “दूध का दूध, पानी का पानी” मुहावरे के बारे में यह जानकारी पसंद आई होगी। अधिक जानकारी और हिंदी मुहावरों के बारे में जानने के लिए हमसे संपर्क करें।

दूध का दूध, पानी का पानी मुहावरा पर कहानी:

शहर के मुख्य चौराहे पर दो व्यापारी थे – अर्जुन और विकास। अर्जुन एक जवाहरात की दुकान चलाता था, जबकि विकास वस्त्र विपणन का व्यवसाय करता था।

एक दिन शहर में अफवाह उड़ने लगी कि अर्जुन के पास असली हीरे नहीं हैं, वह नकली हीरे बेच रहा है। विकास को भी इलजाम लगाया गया कि वह ग़ैर-उपयुक्त वस्त्र बेच रहा है।

इससे दोनों का व्यापार प्रभावित हो रहा था। वे दोनों ही जानते थे कि उनका सामग्री असली है, लेकिन ग्राहक अब उनपर विश्वास नहीं कर रहे थे। उन्होंने तय किया कि वे इस समस्या का हल खोजेंगे और “दूध का दूध, पानी का पानी” कर देंगे।

अर्जुन और विकास ने एक विशेषज्ञ से सलाह ली और उन्होंने एक जांच परिषद आयोजित की। जांच में यह पाया गया कि उनकी सामग्री में कोई दोष नहीं है, और वह पूरी तरह से असली है।

जब यह समाचार शहर में फैला, तो लोग अब उन पर विश्वास करने लगे। अर्जुन और विकास का व्यापार पुनः उसी गति पर चल पड़ा, जैसा कि पहले था।

इस घटना से शहर वालों को यह सिखने को मिला कि अफवाहों पर विश्वास करने से पहले, उसकी सत्यता की जाँच करनी चाहिए। और अर्जुन और विकास को भी समझ में आया कि जब भी उन्हें अपनी मासूमियत साबित करनी हो, तो वे “दूध का दूध, पानी का पानी” कर देंगे

शायरी:

दूध का दूध, पानी का पानी हो जाने दो,

जिंदगी की राहों में सच और झूठ साफ हो जाने दो।

हर राज़ का किसी दिन तो पता चलता है,

जो छुपा है दिल में, वो सामने आने दो।

 

दूध का दूध, पानी का पानी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दूध का दूध, पानी का पानी – Doodh ka doodh pani ka pani Idiom:

Meaning: The idiom “Doodh ka doodh pani ka pani” means bringing clarity to a subject. Here, the mention of ‘milk’ and ‘water’ is to differentiate between what is genuine and what is fake.

Examples:

-> When everyone felt there was some fraud in the company, the director said, “I want clarity on this matter soon.”

-> When there were unexpected results in the examination, the principal asked the teacher to quickly ascertain the cause, to bring out the truth from falsehood.

Usage: This idiom is used when we want to clarify the difference between truth and falsehood in a situation or issue.

Essence: In this idiom, the reference to ‘milk’ and ‘water’ indicates that the distinction between truth and untruth in a matter should be revealed. It is used as a means to understand and explain a situation.

Story of ‌‌Doodh ka doodh pani ka pani Idiom in English:

At the main intersection of the city, there were two merchants – Arjun and Vikas. Arjun ran a jewelry shop, while Vikas was in the business of selling textiles. 

One day, a rumor began to spread in the town that Arjun didn’t have real diamonds; he was selling fake ones. Vikas was also accused of selling sub-standard fabrics. 

This was affecting both of their businesses. They both knew that their products were genuine, but customers no longer trusted them. They decided to find a solution to this problem and “settle the matter clearly” (literal translation of the idiom: “make Doodh ka doodh pani ka pani”). 

Arjun and Vikas consulted an expert and organized an inspection committee. Upon investigation, it was found that their products were faultless and entirely genuine. When this news spread throughout the town, people began to trust them again. The businesses of Arjun and Vikas returned to the pace they once enjoyed. 

From this incident, the townspeople learned that before believing in rumors, one should verify its authenticity. And Arjun and Vikas also understood that whenever they needed to prove their innocence, they would “settle the matter clearly” (literal translation of the idiom: “Doodh ka doodh pani ka pani”).

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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