Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » दो दिन का मेहमान अर्थ, प्रयोग(Do din ka mehman)

दो दिन का मेहमान अर्थ, प्रयोग(Do din ka mehman)

परिचय: “दो दिन का मेहमान” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर अस्थायीता और क्षणिकता के संदर्भ में होता है।

अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ है कि कोई व्यक्ति या चीज बहुत छोटे समय के लिए मौजूद होती है। यह सामान्यतः उस स्थिति का वर्णन करता है जब किसी चीज की उपस्थिति अल्पकालिक हो और जल्द ही समाप्त हो जाने वाली हो।

प्रयोग: यह मुहावरा उन परिस्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां चीजें या व्यक्ति कुछ समय के लिए आते हैं और जल्दी चले जाते हैं। यह अस्थायीता और क्षणिकता के भाव को प्रकट करता है।

उदाहरण:

-> राजनीति में अक्सर लोग ‘दो दिन के मेहमान’ होते हैं, आज होते हैं कल नहीं।

-> यह फैशन तो ‘दो दिन का मेहमान’ है, जल्द ही बदल जाएगा।

निष्कर्ष: “दो दिन का मेहमान” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कुछ चीजें स्थायी नहीं होतीं और वे केवल एक छोटे समय के लिए ही हमारे आसपास रहती हैं। इससे हमें यह भी समझ आता है कि हर चीज की एक निश्चित अवधि होती है, और हमें उसके अनुसार अपनी योजनाएँ और आशाएँ बनानी चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

दो दिन का मेहमान मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक विशाल नाम का किसान रहता था। एक दिन उसके गाँव में एक रंगीन पंछी आया, जिसके पंखों की चमक देखकर सभी गाँववाले मंत्रमुग्ध हो गए। विशाल ने सोचा कि यह पंछी उसके खेतों का रक्षक बन सकता है और उसने उसे अपने घर के पास रखने का निर्णय लिया।

लेकिन वह पंछी बहुत चंचल था और किसी भी जगह ज्यादा देर तक नहीं ठहरता था। उसने विशाल के खेत में दो दिन तो बिताए, लेकिन तीसरे दिन उसे वहाँ से उड़ते हुए देखा गया। विशाल ने यह सोचकर कि पंछी लौट आएगा, उसके लिए खाने-पीने की चीजें रख दीं, परंतु पंछी वापस नहीं आया।

गाँववालों ने विशाल से कहा, “यह पंछी तो ‘दो दिन का मेहमान’ था, इसका ठहराव अस्थायी था।” विशाल ने इस पर विचार करते हुए सोचा कि वाकई में कुछ चीजें जीवन में केवल कुछ समय के लिए ही आती हैं, और उनसे अधिक अपेक्षाएँ रखना व्यर्थ है।

इस घटना से विशाल और गाँववालों ने यह सीखा कि जीवन में कई बार हमें ‘दो दिन के मेहमान’ से सामना होता है, और हमें उनके आने और जाने को स्वीकार करना चाहिए, न कि उनसे स्थायीता की उम्मीद रखनी चाहिए।

शायरी:

आया था वो ज़िंदगी में, ‘दो दिन का मेहमान’ बनकर,

छोड़ गया यादें कुछ, अपने निशान बनकर।

कभी-कभी ख्वाबों में, कुछ मेहमान आते हैं,

दो पल की मुस्कान दे, बिना बताए चले जाते हैं।

जो आए और चले गए, उन्हें क्या रोकना,

ज़िंदगी का फलसफा, यूँ ही होता बदलना।

हर मुसाफिर की तरह, वो भी था राही,

दो दिन की उसकी दास्ताँ, फिर भी बाकी है कही।

उसकी यादें, उसकी बातें, मन को भाती हैं,

‘दो दिन के मेहमान’ भी कभी-कभी याद आते हैं।

जीवन की इस राह में, सब कुछ है आना-जाना,

‘दो दिन का मेहमान’ भी, एक सबक सिखा जाना।

 

दो दिन का मेहमान शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दो दिन के मेहमान – Do din ka mehman Idiom:

Introduction: “Do din ka mehman” is a prevalent Hindi idiom often used in the context of temporariness and transience.

Meaning: The meaning of this idiom is that a person or thing is present for a very short duration. It generally describes a situation where the presence of something is fleeting and about to end soon.

Usage: This idiom is used in situations where things or people come for a short time and leave quickly. It expresses the notion of temporariness and transience.

Example:

-> In politics, people are often ‘two-day guests,’ present today and gone tomorrow.

-> This fashion is just a ‘two-day guest,’ it will change soon.

Conclusion: The idiom “Do din ka mehman” teaches us that some things in life are not permanent and stay around us only for a short period. It also makes us realize that everything has a definite duration, and we should plan our hopes and strategies accordingly.

Story of ‌‌Do din ka mehman Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a farmer named Vishal. One day, a colorful bird visited his village, captivating everyone with the brilliance of its feathers. Vishal thought that this bird could become a protector of his fields and decided to keep it near his house.

However, the bird was very restless and didn’t stay in one place for long. It spent two days in Vishal’s fields, but on the third day, it was seen flying away. Vishal, hoping that the bird would return, left some food and water for it, but the bird never came back.

The villagers said to Vishal, “That bird was just a ‘two-day guest,’ its stay was temporary.” Reflecting on this, Vishal realized that indeed, some things in life are present only for a short duration, and it is futile to have greater expectations from them.

From this incident, Vishal and the villagers learned that in life, we often encounter ‘two-day guests,’ and we should accept their arrival and departure, rather than expecting them to stay permanently.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

यह मुहावरा किन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है?

यह मुहावरा अक्सर जीवन की नश्वरता को याद दिलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसका प्रयोग किसी को धन-दौलत और भौतिक सुखों के पीछे न भागने की सलाह देने के लिए भी किया जा सकता है।

इस मुहावरे की उत्पत्ति कहाँ से हुई?

इस मुहावरे की उत्पत्ति हिंदी साहित्य और सूफी संतों की वाणियों से मानी जाती है। कबीरदास ने भी इस मुहावरे का प्रयोग अपनी रचनाओं में किया है।

इस मुहावरे का मतलब क्या है?

इस मुहावरे का मतलब है कि हम इस दुनिया में अस्थायी हैं और हमारा जीवन छोटा और अनिश्चित है। जैसे कोई मेहमान कुछ दिन ठहरकर चला जाता है, वैसे ही हम भी इस दुनिया में आते हैं और फिर चले जाते हैं।

इस मुहावरे से क्या सीख मिलती है?

यह मुहावरा हमें जीवन का भरपूर आनंद लेने और अच्छे कर्म करने की सीख देता है। क्योंकि हमारा जीवन छोटा है, इसलिए इसका सदुपयोग करना चाहिए।

क्या इस मुहावरे का कोई विलोम शब्द है?

हाँ, इस मुहावरे का विलोम शब्द “चिरस्थायी” है। इसका मतलब है हमेशा रहने वाला या अमर।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।