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दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना अर्थ, प्रयोग(Din dooni raat chauguni tarakki karna)

परिचय: “दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है, जो तेजी से प्रगति या सफलता की ओर इशारा करता है।

अर्थ: इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि कोई व्यक्ति या चीज बहुत तेजी से प्रगति कर रही है। यह उस स्थिति का वर्णन करता है जब प्रगति की दर अत्यधिक तीव्र होती है, जैसे कि दिन के मुकाबले रात में चार गुना अधिक वृद्धि हो रही हो।

प्रयोग: यह मुहावरा आमतौर पर उन परिस्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां व्यक्ति या व्यापार अप्रत्याशित रूप से और बहुत तेजी से सफलता प्राप्त कर रहा हो।

उदाहरण:

-> नई तकनीकी कंपनी ने शुरुआत के बाद से ‘दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की’ की है।

-> विकास ने अपने करियर में ‘दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की’ की, और अब वह अपने क्षेत्र में एक जाना-माना नाम है।

निष्कर्ष: “दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना” मुहावरा हमें यह बताता है कि कड़ी मेहनत, सही रणनीति और सकारात्मक दृष्टिकोण से व्यक्ति या व्यापार असाधारण सफलता हासिल कर सकता है। यह हमें प्रेरणा देता है कि हम भी अपने क्षेत्र में इसी प्रकार की तरक्की कर सकते हैं।

Hindi Muhavare Quiz

दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अनुज नाम का एक युवक रहता था। अनुज का सपना था एक सफल व्यापारी बनने का, लेकिन उसके पास संसाधन बहुत सीमित थे। उसने अपने गाँव में एक छोटी सी दुकान खोली और मेहनत से काम करने लगा।

धीरे-धीरे अनुज की मेहनत रंग लाने लगी। उसके व्यापार में जो वृद्धि होने लगी, वह अकल्पनीय थी। उसकी दुकान से शुरुआत करते हुए, उसने जल्द ही नजदीकी शहरों में भी अपनी शाखाएँ खोल दीं। उसकी प्रगति की गति इतनी तेज थी कि लोग कहने लगे, “अनुज ने तो ‘दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की’ की है।”

अनुज की सफलता की कहानी सुनकर, गाँव के अन्य युवा भी प्रेरित होने लगे। उन्होंने भी अपने सपनों को सच करने की ठान ली। अनुज की कहानी से उन्हें समझ में आया कि सही दिशा में मेहनत करने पर व्यक्ति अपने जीवन में असाधारण सफलता हासिल कर सकता है।

इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि “दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना” केवल एक मुहावरा नहीं, बल्कि एक वास्तविकता है जो मेहनत, लगन और सही योजना से संभव है। यह हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने जीवन में इसी प्रकार की तरक्की कर सकते हैं।

शायरी:

दिन दूनी, रात चौगुनी, चली जिंदगी की रफ्तार,

सपनों की इस उड़ान में, मिली हर खुशी अपार।

मंजिलें बुलाती हैं, कदम नहीं रुकते,

‘दिन दूनी रात चौगुनी’ की तरह, हम बढ़ते चले जाते।

हर दिन एक नया सफर, हर रात एक नयी कहानी,

जीवन की इस दौड़ में, हर पल है बेमिसाल जवानी।

सपनों के पंख लगाकर, जब आसमान चूमा,

‘दिन दूनी रात चौगुनी’ की रफ्तार से, हर गम को भूला।

किस्मत का लिखा सब मिटा, खुद की तकदीर बनाई,

दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की से, नई दुनिया बसाई।

ये कहानी है उसकी, जिसने मुश्किलें पार की,

जीवन की इस राह में, ‘दिन दूनी रात चौगुनी’ उड़ान भरी।

 

दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना – Din dooni raat chauguni tarakki karna Idiom:

Introduction: “Din dooni raat chauguni tarakki karna” is a popular Hindi idiom that signifies rapid progress or success.

Meaning: The literal meaning of this idiom is that a person or thing is progressing very rapidly. It describes a situation where the rate of progress is extremely fast, like doubling during the day and quadrupling at night.

Usage: This idiom is commonly used in situations where a person or business is achieving success unexpectedly and very swiftly.

Example:

-> The new tech company has made ‘exponential progress’ since its inception.

-> Rajesh has made ‘exponential progress’ in his career, and now he is a well-known name in his field.

Conclusion: The idiom “Din dooni raat chauguni tarakki karna” tells us that with hard work, the right strategy, and a positive attitude, an individual or business can achieve extraordinary success. It inspires us that we too can make similar progress in our respective fields.

Story of ‌‌Din dooni raat chauguni tarakki karna Idiom in English:

In a small village, there lived a young man named Anuj. Anuj dreamed of becoming a successful businessman, but his resources were very limited. He opened a small shop in his village and started working hard.

Gradually, Anuj’s hard work began to pay off. The growth in his business was unimaginable. Starting from his small shop, he soon opened branches in nearby cities. The pace of his progress was so fast that people started saying, “Anuj has made ‘exponential progress’.”

Hearing the story of Anuj’s success, other youths in the village also became inspired. They too resolved to make their dreams come true. Anuj’s story made them realize that with hard work in the right direction, a person can achieve extraordinary success in life.

This story teaches us that “Din dooni raat chauguni tarakki karna” is not just an idiom, but a reality that can be achieved with hard work, dedication, and proper planning. It motivates us that we too can make similar progress in our lives.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या यह सिर्फ धन-दौलत से जुड़ा मुहावरा है?

नहीं, यह सिर्फ धन-दौलत से ही जुड़ा नहीं है। किसी भी क्षेत्र में, चाहे वह पढ़ाई हो, कला हो, खेल हो या कोई और क्षेत्र, बहुत तेजी से प्रगति करने के लिए इस मुहावरे का इस्तेमाल किया जा सकता है।

इस मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

इस मुहावरे की ठीक-ठीक उत्पत्ति का पता नहीं है लेकिन माना जाता है कि इसका संबंध व्यापार और गणित से हो सकता है, जहाँ दिन और रात में मुनाफे में तेजी से वृद्धि दिखाने के लिए यह शब्द प्रयोग होता था।

इस मुहावरे का मतलब क्या है?

दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करना का मतलब बहुत कम समय में बहुत तेजी से उन्नति करना या तरक्की करना होता है।

इस मुहावरे का कोई विपरीतार्थी शब्द है?

हाँ, इस मुहावरे के विपरीतार्थी शब्द हैं “मुँह के बल गिरना”, “पीछे हटना”, या “नीचे गिरना”। ये शब्द तेजी से गिरावट या असफलता को दर्शाते हैं।

क्या दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की हमेशा अच्छी होती है?

जरूरी नहीं। कभी-कभी इतनी तेज तरक्की संभालना मुश्किल हो जाता है और उसका नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, किसी कंपनी की बहुत तेज वृद्धि उसके क्वालिटी कंट्रोल को बिगाड़ सकती है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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