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दिल की भड़ास निकालना अर्थ, प्रयोग(Dil ki bhadas nikalna)

परिचय: “दिल की भड़ास निकालना” हिंदी भाषा का एक लोकप्रिय मुहावरा है, जो भावनाओं की अभिव्यक्ति से संबंधित है। यह मुहावरा व्यक्ति की भावनात्मक स्थिति और उसके अंतर्मन की बातों को व्यक्त करने के संदर्भ में अक्सर प्रयोग किया जाता है।

अर्थ: “दिल की भड़ास निकालना” का अर्थ है अपने मन की भावनाओं या गुस्से को बिना किसी रोक-टोक के व्यक्त करना। यह आमतौर पर तब होता है जब किसी व्यक्ति के मन में लंबे समय से दबी भावनाएं या तनाव हों और वह उन्हें खुलकर बाहर निकालता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग उन परिस्थितियों में किया जाता है, जहां व्यक्ति अपनी भावनाओं को खुले आम व्यक्त करता है, चाहे वह गुस्सा हो, निराशा हो या फिर कोई और भावना।

उदाहरण:

-> विशाल ने अपने मित्र से कहा, “मैं आज तुमसे दिल की भड़ास निकालना चाहता हूं, मुझे बहुत दिनों से जो बात परेशान कर रही थी।”

-> पारुल ने अपने बॉस से दिल की भड़ास निकाली और उन्हें बताया कि वह किस तरह से उनके काम की सराहना न करने से दुखी थी।

निष्कर्ष: “दिल की भड़ास निकालना” मुहावरा भावनात्मक अभिव्यक्ति की शक्ति को दर्शाता है। यह हमें यह समझाता है कि कभी-कभी अपने मन की बात को खुलकर कह देना आवश्यक होता है ताकि हमारे मन का बोझ हल्का हो सके। यह मुहावरा व्यक्तिगत भावनाओं की गहराई और उन्हें व्यक्त करने के महत्व को समझने में मदद करता है।

Hindi Muhavare Quiz

दिल की भड़ास निकालना मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गांव में गौरी नाम की एक लड़की रहती थी। गौरी बहुत ही मेहनती और समर्पित छात्रा थी। वह हर दिन स्कूल जाती और अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देती। लेकिन, उसके स्कूल में एक शिक्षक थे जो हमेशा उसकी मेहनत को नजरअंदाज करते और उसे कम आंकते थे।

गौरी ने कभी भी इस बात का विरोध नहीं किया, लेकिन धीरे-धीरे उसके मन में यह बात दुख के रूप में जमा होने लगी। एक दिन, जब शिक्षक ने फिर से उसके काम को नकार दिया, तो गौरी ने अपने दिल की भड़ास निकाली। वह शिक्षक के पास गई और बोली, “मैं हर दिन इतनी मेहनत करती हूं, फिर भी आप मेरी कड़ी मेहनत को क्यों नहीं देखते? मैंने आपके हर काम को बहुत गंभीरता से लिया है।”

उसके शिक्षक ने गौरी की बात सुनी और उसे समझा। उन्हें एहसास हुआ कि गौरी का गुस्सा उचित था और उन्होंने उसकी मेहनत की सराहना की।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी अपने मन की भड़ास निकालना जरूरी होता है। यह हमें आंतरिक रूप से हल्का बनाता है और हमारी भावनाओं को सही दिशा में प्रकट करने में मदद करता है। “दिल की भड़ास निकालना” न केवल हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की आजादी देता है, बल्कि यह हमें अपनी बात दूसरों तक पहुंचाने का भी मौका देता है।

शायरी:

दिल की भड़ास को जब जुबां पे लाया जाए,

हर दर्द का हिसाब खुलकर बताया जाए।

गमों का पहाड़ था, जो सीने में छुपा बैठा था,

आज इस दिल ने सब कुछ खुलकर कहा बैठा था।

दिल की भड़ास में जो सच्चाई होती है,

उसमें दर्द की गहराई होती है।

बोले जब दिल, तो लगता है बहार आ गई,

जैसे हर गम से मुक्ति पाई, बेड़ा पार हो गई।

दिल की भड़ास निकले तो राहत मिलती है,

जैसे हर तूफान के बाद, कोई नई सुबह खिलती है।

 

दिल की भड़ास निकालना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दिल की भड़ास निकालना – Dil ki bhadas nikalna Idiom:

Introduction: “दिल की भड़ास निकालना” is a popular Hindi idiom related to the expression of emotions. This phrase is often used in the context of expressing one’s emotional state and inner thoughts.

Meaning: The phrase “दिल की भड़ास निकालना” translates to venting out one’s heart’s frustrations or anger without any restraint. It usually occurs when a person has long-suppressed emotions or stress and finally expresses them openly.

Usage: This idiom is used in situations where a person openly expresses their emotions, whether it is anger, disappointment, or any other feeling.

Example:

-> Vishal said to his friend, “I want to vent out my heart’s frustrations to you today, about something that has been troubling me for many days.”

-> Parul vented her frustrations to her boss and told him how she was upset about not being appreciated for her work.

Conclusion: The idiom “दिल की भड़ास निकालना” highlights the power of emotional expression. It teaches us that sometimes it is necessary to openly speak our mind to lighten the burden on our heart. This idiom helps in understanding the depth of personal emotions and the importance of expressing them.

Story of ‌‌Dil ki bhadas nikalna Idiom in English:

In a small village, there lived a girl named Gauri. Gauri was a very hardworking and dedicated student. She went to school every day and focused entirely on her studies. However, there was a teacher in her school who always ignored her hard work and underestimated her.

Gauri never protested against this, but gradually, this neglect started accumulating as sorrow in her heart. One day, when the teacher once again dismissed her work, Gauri vented out her heart’s frustrations. She went to the teacher and said, “I work so hard every day, yet why don’t you recognize my efforts? I have taken all your tasks very seriously.”

The teacher listened to Gauri and understood her. He realized that Gauri’s anger was justified and appreciated her hard work.

This story teaches us that sometimes it is necessary to vent out our heart’s frustrations. It lightens us internally and helps in rightly expressing our emotions. “Venting out one’s heart’s frustrations” not only gives us the freedom to express our emotions but also provides an opportunity to convey our feelings to others.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

दिल की भड़ास निकालना’ का अन्य अर्थ क्या हो सकता है?

इस मुहावरे का अन्य अर्थ हो सकता है किसी भी प्रकार की चिंता, निराशा, या अधिक भावनात्मक बोझ को हल करना।

इस मुहावरे का क्या महत्व है?

यह मुहावरा व्यक्तिगत भावनाओं को व्यक्त करने का एक सशक्त और सरल तरीका है, जो संवाद को समृद्ध करता है।

क्या है ‘दिल की भड़ास निकालना’ का मतलब?

दिल की भड़ास निकालना का अर्थ है किसी तनाव, आफत, या चिंता को बाहर निकालना, अपने दिल की बात को किसी के सामने स्पष्ट करना।

इस मुहावरे का उदाहरण दें।

“वह अपनी दुःखभरी कहानी सुनाकर अपनी भड़ास निकाल दिया।”

क्या इस मुहावरे का उपयोग समाज में होता है?

हां, इस मुहावरे का उपयोग व्यक्तिगत या सामाजिक संदेश को साझा करने के लिए किया जाता है।

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