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दीदे निकालना अर्थ, प्रयोग(Dide nikalna)

“दीदे निकालना” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है, जिसका प्रयोग अक्सर बोलचाल की भाषा में किया जाता है। इस मुहावरे का अर्थ, प्रयोग, उदाहरण और निष्कर्ष को इस पोस्ट में विस्तार से समझाया जाएगा।

परिचय: “दीदे निकालना” मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है – आंखें निकालकर देखना। हालांकि, इसका प्रयोग आश्चर्य, अविश्वास, या घोर निराशा के भाव को प्रकट करने के लिए किया जाता है।

अर्थ: जब कोई व्यक्ति किसी बात पर बहुत अधिक आश्चर्यचकित होता है या किसी घटना या परिस्थिति पर विश्वास नहीं कर पाता, तो उसे “दीदे निकालना” कहा जाता है। यह अतिशयोक्ति का एक रूप है।

प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयोग किया जाता है जब किसी अप्रत्याशित घटना या समाचार के प्रति व्यक्ति की प्रतिक्रिया व्यक्त करनी हो। यह अक्सर अतिरंजना या विस्मय के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है।

उदाहरण:

-> जब अनुभव ने सुना कि उसका दोस्त अचानक विदेश चला गया है, तो उसके दीदे निकल गए।

-> नतीजे आने पर जब पता चला कि वह परीक्षा में प्रथम आया है, तो सभी के दीदे निकल गए।

निष्कर्ष: “दीदे निकालना” मुहावरा हमारी भाषा में अतिशयोक्ति और विस्मय के भाव को व्यक्त करने का एक सजीव उदाहरण है। यह हमें यह भी दिखाता है कि कैसे हिंदी भाषा में भावनाओं को व्यक्त करने के लिए रोचक और विविध तरीके होते हैं। इसका प्रयोग बोलचाल की भाषा में बातों को जीवंत बनाता है और संवाद को और अधिक प्रभावशाली बनाता है।

Hindi Muhavare Quiz

दीदे निकालना मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में विशाल नाम का एक युवक रहता था। विशाल एक साधारण और मेहनती व्यक्ति था, जिसका जीवन बहुत ही सामान्य था। उसका एकमात्र सपना था कि वह एक दिन बड़ा आदमी बने।

एक दिन, गाँव में एक बड़ी कंपनी के प्रतिनिधि आए। उन्होंने घोषणा की कि कंपनी एक प्रतिभाशाली युवक को विदेश में ट्रेनिंग के लिए भेजना चाहती है। विशाल ने भी इस अवसर के लिए अपना नाम दिया।

कुछ ही दिनों में, खबर आई कि विशाल का चयन हो गया है। जब यह खबर गाँव में फैली, तो सबके दीदे निकल गए। वह जो एक साधारण युवक था, उसका इतना बड़ा चयन होना, सभी के लिए आश्चर्य की बात थी।

विशाल ने विदेश जाकर ट्रेनिंग पूरी की और लौटकर अपने गाँव में एक बड़ा व्यापार शुरू किया। उसकी सफलता ने सभी को फिर से हैरान कर दिया और लोगों के दीदे एक बार फिर निकल गए।

इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि जीवन में जब कभी कुछ अप्रत्याशित और आश्चर्यजनक होता है, तो लोगों का पहला प्रतिक्रिया “दीदे निकालना” होती है। यह मुहावरा हमारे विस्मय और आश्चर्य के भाव को पूरी तरह से व्यक्त करता है।

शायरी:

दीदे निकाल कर देखा जब उसको जाते हुए,

राहत की बातें याद आईं, दिल बहलाते हुए।

जिसने कहा था साथ निभाऊँगा हर कदम,

उसके जाने की खबर पे, दीदे निकाले हम।

जिंदगी के मेले में, रिश्तों की यही रीत,

वादे होते जब मुकम्मल, आंखें होतीं गीत।

दीदे निकाल कर देखा, जब वो पलट के न देखा,

ख्वाबों का शहर टूटा, जब हकीकत ने रेखा।

ये दुनिया नज़रों का खेल, दीदे निकालने का दस्तूर,

कभी खुशी, कभी ग़म, यही तो है इसका उसूल।

 

दीदे निकालना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दीदे निकालना – Deede nikalna Idiom:

“दीदे निकालना” is a popular Hindi idiom often used in conversational language. This post will extensively explain the meaning, usage, examples, and conclusion of this idiom.

Introduction: The literal meaning of the idiom “दीदे निकालना” is ‘to bulge out one’s eyes.’ However, it is used to express feelings of astonishment, disbelief, or extreme disappointment.

Meaning: When a person is extremely surprised or unable to believe a certain event or situation, it is referred to as “दीदे निकालना.” It is a form of hyperbole.

Usage: This idiom is used when expressing a person’s reaction to an unexpected event or news. It is often used in contexts of exaggeration or astonishment.

Example:

-> When Anubhav heard that his friend had suddenly gone abroad, he was utterly astonished.

-> When the results came out and it was revealed that he had topped the exam, everyone was extremely surprised.

Conclusion: The idiom “दीदे निकालना” is a vivid example of hyperbole and astonishment in our language. It also shows how the Hindi language possesses interesting and diverse ways to express emotions. Its use in conversational language makes discussions more lively and conversations more impactful.

Story of ‌‌Dieede nikalna Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a young man named Vishal. Vishal was an ordinary and hardworking individual, leading a very normal life. His only dream was to become a successful person one day.

One day, representatives from a big company arrived in the village. They announced that the company wanted to send a talented young man abroad for training. Vishal also applied for this opportunity.

In just a few days, news came that Vishal had been selected. When this news spread in the village, everyone was utterly astonished. The selection of Vishal, who was just an ordinary young man, was a surprise for everyone.

Vishal completed his training abroad and returned to start a big business in his village. His success amazed everyone once again, and people were astonished.

This story teaches us that in life, whenever something unexpected and astonishing happens, people’s first reaction is “दीदे निकालना” (to be utterly astonished). This idiom perfectly expresses our feelings of wonder and astonishment.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या “दीदे निकालना” का अन्य रूप है?

हां, इसका अन्य रूप है “चाँदनी चढ़ना” जिसका अर्थ भी अभिमान करना होता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार से होता है?

यह मुहावरा आमतौर पर किसी के साथ बेइज्जती करने या उसकी गरिमा को छेड़ने के लिए प्रयोग किया जाता है।

क्या है “दीदे निकालना” का मतलब?

दीदे निकालना एक मुहावरा है जिसका अर्थ है किसी का अपमान करना या उसकी खुशामदी करना।

इस मुहावरे का उपयोग करने से पहले क्या सोचना चाहिए?

इस मुहावरे का उपयोग करने से पहले यह सोचा जाना चाहिए कि क्या हमारा इस्तेमाल किसी को ठेस पहुंचाएगा और क्या यह समाज में उचित है।

क्या यह मुहावरा उपयुक्त है?

नहीं, यह मुहावरा किसी की आत्महत्या या खुदकुशी के लिए प्रोत्साहन नहीं देता है और उचित नहीं है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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