परिचय: “देर आये दुरुस्त आये” यह हिंदी भाषा का एक प्रसिद्ध मुहावरा है जो अक्सर समय पर न पहुँच पाने लेकिन उचित परिणाम लाने की स्थिति को दर्शाता है। यह मुहावरा इस बात का संकेत देता है कि देरी से आने वाले परिणाम भी कभी-कभी लाभदायक हो सकते हैं।
अर्थ: “देर आये दुरुस्त आये” का अर्थ है कि यदि किसी कार्य को करने में देर हो जाए, लेकिन अंततः परिणाम अच्छा हो, तो वह देरी स्वीकार्य है। यह धैर्य और सही समय पर सही कार्य करने की महत्ता पर जोर देता है।
प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर उस समय प्रयोग किया जाता है जब किसी काम के लिए देर हो जाने पर भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।
उदाहरण:
-> सुभाष को प्रोजेक्ट पूरा करने में देर हो गई, लेकिन उसका काम इतना अच्छा था कि बॉस ने कहा, “देर आये दुरुस्त आये।”
-> पूजा की शादी में देर हुई, लेकिन उसे अच्छा जीवनसाथी मिला, तो सभी ने कहा, “देर आये दुरुस्त आये।”
निष्कर्ष: “देर आये दुरुस्त आये” मुहावरा हमें सिखाता है कि किसी कार्य की देरी हमेशा बुरी नहीं होती। यह हमें यह समझने में मदद करता है कि अच्छे परिणाम के लिए कभी-कभी धैर्य रखना और सही समय की प्रतीक्षा करना जरूरी होता है। यह मुहावरा धैर्य और समय के महत्व को रेखांकित करता है।
देर आये दुरुस्त आये मुहावरा पर कहानी:
एक छोटे से गाँव में जया नाम की एक युवती रहती थी। जया बहुत प्रतिभाशाली और मेहनती थी, लेकिन उसका सपना एक बड़ी कंपनी में नौकरी पाने का था, जिसमें काफी समय लग रहा था। उसके दोस्तों ने तो कब की अच्छी नौकरियां पा ली थीं, लेकिन जया अभी भी अपने सपने की प्रतीक्षा में थी।
एक दिन, जया को उसके सपनों की कंपनी से इंटरव्यू का बुलावा आया। उसने इंटरव्यू दिया और उसमें सफल भी हुई। कंपनी ने उसे एक उच्च पद पर नियुक्त किया, जिसके लिए उसकी प्रतिभा और मेहनत को खूब सराहा गया।
जया के गाँव में जब यह खबर पहुँची, तो सभी ने कहा, “देर आये दुरुस्त आये।” उसके दोस्तों और परिवार ने समझा कि जया की प्रतीक्षा और धैर्य ने उसे उसके सपने की नौकरी दिलवाई थी।
जया की कहानी हमें यह सिखाती है कि अच्छे परिणाम के लिए कभी-कभी धैर्य और इंतजार करना पड़ता है। “देर आये दुरुस्त आये” का यह मुहावरा हमें बताता है कि देरी से मिली सफलता भी कीमती होती है, बशर्ते कि उसके पीछे सच्ची मेहनत और प्रतिबद्धता हो।
शायरी:
देर से आया वक़्त, लेकिन सही आया है,
किस्मत का खेल भी अजीब खेला करता है।
देर आये दुरुस्त आये, ये सोच कर जीते हैं,
वक़्त से पहले जो मिले, वो अक्सर धोखा देता है।
सब्र का फल मीठा होता है, ये बात सच है प्यारे,
देर से मिले सुख में, जिंदगी की मिठास भरी होती है।
धैर्य की राह पर चलकर, जब मंजिल मिली हमें,
समझ आया ‘देर आये दुरुस्त आये’ का मर्म क्या है।
राह में देरी हो तो घबराना क्या,
अंत में जो सही हो, वही बेहतर होता है।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of देर आये दुरूस्त आये – Der aaye durust aaye Idiom:
Introduction: “Der aaye durust aaye” is a famous Hindi idiom that is often used to describe a situation where someone fails to be on time but eventually brings about the right outcome. This idiom suggests that results that come late can sometimes be beneficial.
Meaning: The meaning of “Der aaye durust aaye” is that if there is a delay in accomplishing a task, but ultimately the outcome is good, then the delay is acceptable. It emphasizes the importance of patience and doing the right thing at the right time.
Usage: This idiom is often used when positive results are achieved despite a delay in a task.
Example:
-> Subhash took a long time to complete the project, but his work was so good that his boss said, “Der aaye durust aaye.”
-> Pooja’s marriage happened late, but she found a good life partner, so everyone said, “Der aaye durust aaye.”
Conclusion: The idiom “Der aaye durust aaye” teaches us that delays in tasks are not always bad. It helps us understand that sometimes it’s essential to have patience and wait for the right time for good results. This idiom underscores the importance of patience and timing.
Story of Der aaye durust aaye Idiom in English:
In a small village lived a young woman named Jaya. Jaya was very talented and hardworking, but she dreamt of securing a job in a big company, which was taking a considerable amount of time. While her friends had already landed good jobs, Jaya was still waiting for her dream opportunity.
One day, Jaya received an interview call from her dream company. She appeared for the interview and was successful. The company appointed her to a high position, praising her talent and hard work.
When this news reached her village, everyone said, “Better late than never.” Her friends and family realized that Jaya’s patience and perseverance had finally earned her the job of her dreams.
Jaya’s story teaches us that sometimes patience and waiting are required for good outcomes. The idiom “Better late than never” tells us that success achieved late can also be valuable, provided it is backed by genuine effort and commitment.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
क्या यह मुहावरा सकारात्मक भाव व्यक्त करता है?
हाँ, यह मुहावरा सकारात्मक भाव व्यक्त करता है, क्योंकि इसका सन्देश है कि विलम्ब से हुआ कार्य भी यदि अच्छी तरह से किया जाता है तो वह स्वागत योग्य है।
क्या इस मुहावरे का इस्तेमाल केवल सकारात्मक संदर्भ में ही होता है?
मुख्य रूप से, यह मुहावरा सकारात्मक संदर्भ में ही इस्तेमाल होता है, परंतु इसे कभी-कभी व्यंग्यात्मक रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है, जब किसी कार्य में अधिक देरी हो जाती है।
क्या इस मुहावरे का अन्य भाषाओं में भी समानार्थी होता है?
हाँ, अधिकांश भाषाओं में इस मुहावरे का समानार्थी होता है, जो विलम्ब से हुए कार्य की सकारात्मकता को दर्शाता है।
क्या इस मुहावरे का इस्तेमाल आजकल कम हो गया है?
नहीं, यह मुहावरा आज भी प्रचलित है और उचित परिस्थितियों में इसका उपयोग किया जाता है।
क्या इस मुहावरे को लेकर कोई कहानी या लोककथा है?
हालांकि इस मुहावरे को सीधे तौर पर किसी विशेष कहानी या लोककथा से जोड़ा नहीं जा सकता, परंतु इसकी शिक्षा कई प्राचीन कहानियों और लोककथाओं में मिलती है जो समय पर कार्य करने की महत्ता को बताती हैं।
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