अर्थ: ‘डंके की चोट पर’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी बात को स्पष्ट और निर्भीक होकर कहना या मानना। जब कोई व्यक्ति किसी बात को पूरी तरह से यकीन के साथ और बिना किसी डर या संकोच के कहता है, तो इसे कहा जाता है।
प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को अपनी बातों पर पूरा यकीन हो और वह उसे सार्वजनिक रूप से और निर्भीकता से स्वीकार करता है, तो इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
उदाहरण: राम ने सभा में कहा कि वह अगले महीने अपना व्यापार शुरू करेगा, और वह इस बात को ‘डंके की चोट पर’ कह रहा था।
विशेष टिप्पणी: यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जब हमें अपनी बातों पर पूरा यकीन हो, तो हमें उसे डर या संकोच के बिना प्रकट करना चाहिए। यह विश्वास और आत्म-विश्वास की महत्व को दर्शाता है।
डंके की चोट पर मुहावरा पर कहानी:
राज और विजय दोनों ही एक ही स्कूल में पढ़ते थे। दोनों में अच्छी दोस्ती थी, लेकिन वे अक्सर विवाद में पड़ जाते थे। एक दिन, स्कूल में एक बड़ा खेलकूद प्रतियोगिता हुआ। राज ने विजय से दांव पर लगाया कि वह दौड़ में पहला आएगा। विजय ने मजाक में कह दिया कि अगर तुम जीते तो मैं तुम्हें अपनी पूरी पॉकेट मनी दूंगा।
राज ने डंके की चोट पर कह दिया, “ठीक है, मैं तुमसे दौड़ में जीतूंगा और तुम्हें मुझे अपनी पॉकेट मनी देनी पड़ेगी।”
प्रतियोगिता के दिन, राज ने अपनी पूरी ताकत लगाई और वाकई वह पहला आया। विजय थोड़ा चकित हुआ, लेकिन उसने अपनी बात को मानते हुए राज को अपनी पॉकेट मनी दी।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब हम किसी बात को डंके की चोट पर कहते हैं, तो हमें उसे पूरी तरह से मानना चाहिए और उस पर अमल करना चाहिए।
शायरी:
डंके की चोट पर वादा किया था हमने,
वफ़ा की राह में हर कदम चला था हमने।
जब भी ज़ुबां से बात निकली अपनी,
हर लफ़्ज़ में सच्चाई बसा था हमने।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of डंके की चोट पर – Danke Ki Chot Par Proverb:
Meaning: The phrase ‘Danke Ki Chot Par’ means to say or believe something with clarity and without any fear. When someone states something with full confidence and without any hesitation or fear, it is referred to by this phrase.
Usage: When someone is completely sure of what they are saying and acknowledges it publicly and fearlessly, this phrase is used.
Example: In a meeting, Ram declared that he would start his business next month, and he was saying this ‘beating the drum loudly.’
Special Note: This proverb teaches us that when we are fully confident in what we are saying, we should express it without fear or hesitation. It highlights the importance of trust and self-confidence.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.
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