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दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम अर्थ, प्रयोग(Dane-dane pe likha hai khane wale ka naam)

परिचय: “दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जिसका प्रयोग हमारी जीवन में किस्मत की भूमिका को दर्शाने के लिए किया जाता है। यह मुहावरा यह विचार प्रस्तुत करता है कि प्रत्येक व्यक्ति का जीवन में जो कुछ भी है, वह उसके लिए पहले से निर्धारित है।

अर्थ: इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि हर एक दाने पर खाने वाले का नाम लिखा होता है, अर्थात हर व्यक्ति को वही प्राप्त होता है जो उसके लिए नियत होता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब हम किसी की किस्मत या नियति को समझाना चाहते हैं। यह यह दर्शाता है कि जीवन में हमें जो कुछ भी मिलता है, वह पूर्वनिर्धारित होता है।

उदाहरण:

-> जब प्रथम ने बहुत प्रयास के बाद भी अपना मनचाहा काम नहीं पाया, तो उसके दादाजी ने कहा, “बेटा, दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम। तुम्हें वही मिलेगा जो तुम्हारे लिए नियत है।”

-> अपर्णा ने जब अपनी मेहनत से एक बड़ा पुरस्कार जीता, तो उसके मित्र ने कहा, “देखा, दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम। यह पुरस्कार तुम्हारे नाम का ही था।”

निष्कर्ष: “दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम” मुहावरा हमें बताता है कि हमारी किस्मत में जो कुछ भी लिखा है, हमें वही मिलेगा। यह हमें यह भी सिखाता है कि हमें प्रत्येक परिस्थिति में संतोष और धैर्य रखना चाहिए, क्योंकि हमारे जीवन के हर पहलू में हमारी किस्मत का एक बड़ा रोल होता है।

Hindi Muhavare Quiz

दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गाँव में अमन नाम का एक लड़का रहता था। अमन की एक अनोखी ख्वाहिश थी – वह एक महान गायक बनना चाहता था। वह दिन-रात रियाज करता, लेकिन किसी कारणवश वह कभी भी अपनी आवाज को सही सुर में नहीं ला पाता था।

एक दिन गाँव में एक बड़ा संगीत समारोह हुआ। अमन ने इसमें भाग लेने का फैसला किया। उसने अपनी पूरी मेहनत और जुनून के साथ गाना गाया, लेकिन उसका प्रदर्शन सबसे अलग था। जहां अन्य प्रतिभागी सुर में गा रहे थे, वहीं अमन की आवाज में वह बात नहीं थी।

समारोह के बाद, उसके दादाजी ने उसे समझाया, “अमन, हर किसी की किस्मत में कुछ खास लिखा होता है। ‘दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम’। तुम्हारी किस्मत में शायद कुछ और ही अच्छा लिखा है।”

अमन ने अपने दादाजी की बातों पर विचार किया और फिर अपना ध्यान पढ़ाई की ओर लगाया। समय के साथ, वह एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक बन गया। अमन को तब एहसास हुआ कि उसकी असली प्रतिभा और किस्मत कुछ और ही थी।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किस्मत हर व्यक्ति के लिए कुछ खास तय करती है। “दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम” मुहावरा हमें यही सिखाता है कि हमें जो भी मिलता है, वह हमारे लिए ही नियत होता है।

शायरी:

दाने-दाने पे लिखा, हर किस्मत का फसाना,

जो लिखा है नसीब में, वही तो है जमाना।

जिंदगी की राहों में, हर मोड़ पे यही बात,

किस्मत के फेर में छिपा, हर खुशी का राज़।

कोशिशों का मोल है, पर नसीब का है अपना रंग,

दाने-दाने पे लिखा है, जीवन का सच्चा संग।

सोचा था जो राह में, वो निकला कुछ और ही,

किस्मत ने दिखाया है, जीवन का नया दौर ही।

हर दाने में छिपी है, एक अनकही सी कहानी,

‘दाने-दाने पे लिखा है’, यही है जीवन की रवानी।

 

दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम – Dane-dane pe likha hai khane wale ka naam Idiom:

Introduction: “The idiom ‘दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम’ is a popular Hindi idiom used to illustrate the role of destiny in our lives. It suggests that everything in a person’s life is predestined.”

Meaning: Literally, this idiom means that on every grain, the eater’s name is written, implying that everyone gets what is destined for them.

Usage: This idiom is employed when explaining someone’s fate or destiny. It denotes that whatever we receive in life is preordained.

Usage:

-> When Pratham didn’t get the job he desired despite much effort, his grandfather said, “Son, ‘दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम’. You will get what is meant for you.”

-> When Aparna won a big award with her hard work, her friend said, “See, ‘दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम’. This award was destined for you.”

Conclusion: The idiom ‘दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम’ tells us that we will receive whatever is written in our fate. It also teaches us to maintain contentment and patience in every situation, as our destiny plays a significant role in every aspect of our lives.

Story of ‌‌Dane-dane pe likha hai khane wale ka naam Idiom in English:

In a small village, there lived a boy named Aman who harbored a unique desire – he wanted to become a great singer. He practiced day and night, but for some reason, he could never tune his voice correctly.

One day, a major music event was organized in the village. Aman decided to participate. He sang with all his effort and passion, but his performance was different from the others. While other participants sang in tune, Aman’s voice lacked that quality.

After the event, his grandfather explained to him, “Aman, everyone’s destiny holds something special. ‘दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम’ (every grain bears the name of the one who is destined to eat it). Perhaps, your destiny has something else good written for you.”

Aman pondered over his grandfather’s words and then shifted his focus to academics. Over time, he became a renowned scientist. Aman then realized that his true talent and destiny lay in something else.

This story teaches us that destiny has something specific planned for every individual. The proverb “दाने – दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम” imparts the lesson that whatever we receive is meant for us, as per our destiny.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम का संबंध किस प्रकार से है?

इस मुहावरे के अर्थ में बताया गया है कि हर कार्य का परिणाम सीधे रूप से उसके करने वाले से जुड़ा होता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार से हो सकता है?

इसे व्यक्ति के कर्मों और उनके कार्यों के आधार पर पहचानने के लिए कहा जा सकता है।

क्या मुहावरा “दाने-दाने पे लिखा है खाने वाले का नाम” का अर्थ है?

यह मुहावरा किसी के कर्मों का परिणाम से सीधे संबंधित है, जिससे व्यक्ति की पहचान होती है।

क्या इस मुहावरे का कोई विरोधाभास हो सकता है?

नहीं, यह एक सकारात्मक मुहावरा है जो किसी के कर्मों और उनके परिणामों के मध्य संबंध को बताता है।

यह मुहावरा सामान्य जीवन में कैसे लागू हो सकता है?

इसे व्यक्ति के सामाजिक या व्यावसायिक कार्यों के परिणामों को समझने और मूल्यांकन करने में उपयोग किया जा सकता है।

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