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दम लगा घुटने खैरात लगी बटने अर्थ, प्रयोग(Dam lga ghatne khairat lagi batne)

परिचय: “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” मुहावरे का आशय है कि जब किसी ने कठिन परिश्रम किया हो, लेकिन उसके फलस्वरूप का लाभ किसी और को मिल जाए।

अर्थ: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब कोई व्यक्ति या समूह बहुत मेहनत करता है, परन्तु उसके परिणाम या लाभ किसी और को मिलते हैं। यह अक्सर उन स्थितियों में इस्तेमाल होता है जहां अन्याय या असमानता महसूस की जाती है।

प्रयोग: यह मुहावरा उन परिस्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां परिश्रम करने वाले को उसके परिश्रम का उचित इनाम नहीं मिलता, और लाभ किसी और को प्राप्त होता है।

उदाहरण:

-> मुनीश ने साल भर कड़ी मेहनत की, पर उसकी मेहनत का फल उसके सहकर्मी को मिला – यही है “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” का सही उदाहरण।

-> किसानों ने फसल उगाई, पर बाजार में मुनाफा व्यापारियों को हुआ – यह भी “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” का एक उदाहरण है।

निष्कर्ष: “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” मुहावरा हमारे समाज में व्याप्त असमानताओं और अन्याय की ओर इशारा करता है। यह हमें यह सोचने पर विवश करता है कि कैसे कई बार परिश्रम करने वाले को उसका उचित प्रतिफल नहीं मिलता, और लाभ दूसरों को हासिल होता है। यह मुहावरा हमारी भाषा को और अधिक गहराई और अर्थपूर्णता प्रदान करता है।

Hindi Muhavare Quiz

दम लगा घुटने खैरात लगी बटने मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे से गांव में अनुज नाम का एक किसान रहता था। अनुज हर साल बड़ी मेहनत से अपने खेतों में फसल उगाया करता था। इस वर्ष भी उसने अपनी पूरी ताकत और दम लगाकर फसल बोई।

समय बीतता गया और फसल लहलहा उठी। अनुज को उम्मीद थी कि इस बार उसे अच्छी कीमत मिलेगी और वह अपने परिवार के लिए कुछ सुख-सुविधाएँ जुटा पाएगा। लेकिन जब वह फसल बेचने बाजार गया, तो उसे बहुत कम कीमत मिली।

यह देखकर वह बहुत निराश हुआ। उसी बाजार में कुछ व्यापारी थे जो किसानों से सस्ते दामों में फसल खरीदकर शहरों में महंगे दामों पर बेच देते थे। अनुज ने देखा कि व्यापारी उसकी मेहनत की फसल को बड़े लाभ पर बेच रहे थे।

यह अनुज के लिए “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” का प्रत्यक्ष उदाहरण था। उसने महसूस किया कि उसकी मेहनत का असली लाभ किसी और को मिल रहा था। उसकी मेहनत और परिश्रम का फल दूसरों को खैरात की तरह बांटा जा रहा था।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन में कई बार हमारी मेहनत का फल हमें नहीं मिलता, बल्कि दूसरों को जाता है। यह मुहावरा हमें इस वास्तविकता का बोध कराता है और समाज में व्याप्त असमानताओं की ओर इशारा करता है।

शायरी:

मेहनत की खेती में हमने, दम लगा दिया सारा,

पर जब फसल कटी, तो दूसरों का बाजार सजा प्यारा।

खून-पसीने से सींचा, जिसे हमने हर दिन,

वो फसल जब बिकी, तो खैरात बन गई बिन कहीं।

दम लगा घुटने में, खैरात लगी बटने की दास्ताँ,

यही है जिंदगी की सच्चाई, कहता है यह जहान।

हमने तो बस दम लगाया, सपनों को साकार करने,

पर खुदा ने लिख दिया, किस्मत में किसी और का नाम भरने।

ये मेहनत की बातें, ये खैरात की बातें,

जिंदगी के इस सफर में, बस यही हैं हमारी सौगातें।

जो मेहनत हमारी थी, उसका फल किसी और को मिला,

दम लगा घुटने में, और खैरात में बंट गया सिला।

 

दम लगा घुटने खैरात लगी बटने शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दम लगा घुटने खैरात लगी बटने – Dam lga ghatne khairat lagi batne Idiom:

Introduction: The idiom “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” implies that when someone has worked hard, but the fruits of their labor benefit someone else.

Meaning: This idiom is used when an individual or a group works hard, but the results or benefits are reaped by someone else. It is often used in situations where injustice or inequality is felt.

Usage: This phrase is used in situations where the person who works hard does not receive the proper reward, and the benefits go to someone else.

Example:

-> Munish worked hard all year, but the fruit of his labor was enjoyed by his colleague – this is a perfect example of “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने.”

-> Farmers grew the crops, but the profits in the market were reaped by the traders – this is also an example of “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने.”

Conclusion: The idiom “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” points towards the inequalities and injustices prevalent in our society. It compels us to think about how often the people who work hard do not get their due rewards, and the benefits are enjoyed by others. This idiom adds depth and meaningfulness to our language.

Story of ‌‌Dam lga ghatne khairat lagi batne Idiom in English:

In a small village, there lived a farmer named Anuj. Every year, Anuj would diligently cultivate crops in his fields. This year too, he sowed his crops with all his might and effort.

As time passed, the crops flourished. Anuj hoped that this time he would get a good price and be able to provide some comforts for his family. However, when he went to sell his crops in the market, he received a very low price.

This deeply disappointed him. In the same market, there were traders who bought the crops from farmers at low prices and sold them in the cities at high prices. Anuj saw that these traders were selling his hard-earned crops for a substantial profit.

This was a direct example of the idiom “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” for Anuj. He realized that the real benefit of his hard work was going to someone else. The fruits of his labor and effort were being distributed to others like charity.

This story teaches us that in life, often the fruits of our labor do not come to us but go to others. This idiom makes us aware of this reality and points towards the inequalities prevalent in society.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

यह मुहावरा किस भावना को व्यक्त करता है?

यह मुहावरा निराशा और असफलता की भावना को व्यक्त करता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार किया जाता है?

इस मुहावरे का उपयोग उस स्थिति को व्यक्त करने के लिए किया जाता है जब कोई व्यक्ति बहुत मेहनत करता है, परन्तु उसकी मेहनत सफल नहीं होती।

क्या है मुहावरा “दम लगा घुटने खैरात लगी बटने” का अर्थ?

यह मुहावरा एक कठिनाई या मुश्किल काम के समय का विवरण करता है, जब कोई व्यक्ति अत्यधिक प्रयास करता है, परन्तु फिर भी काम सफल नहीं होता।

क्या इस मुहावरे का कोई और संदर्भ है?

हां, यह मुहावरा जीवन में किसी भी क्षेत्र में प्रयत्नशीलता के बावजूद असफलता का संदर्भ देने के लिए भी इस्तेमाल होता है।

यह मुहावरा किस भावना को व्यक्त करता है?

यह मुहावरा निराशा और असफलता की भावना को व्यक्त करता है।

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