Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » दाई से पेट छिपाना अर्थ, प्रयोग(Dai se pet chipana)

दाई से पेट छिपाना अर्थ, प्रयोग(Dai se pet chipana)

परिचय: “दाई से पेट छिपाना” मुहावरे का उपयोग उस स्थिति को व्यक्त करने के लिए होता है, जहाँ व्यक्ति उस इंसान से कुछ छुपाने की कोशिश करता है जो पहले से ही उसके बारे में सब जानता है। दाई का अर्थ होता है एक ऐसी महिला जो प्रसव के दौरान महिलाओं की सहायता करती है, और पेट यहाँ पर गर्भावस्था का प्रतीक है। इसलिए, इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है कि कोई गर्भवती महिला अपनी दाई से अपने गर्भ के बारे में छुपाने की कोशिश करे, जो कि व्यर्थ है।

अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ है उस व्यक्ति से कुछ छुपाने की असफल कोशिश करना, जो पहले से ही उस विषय के बारे में अच्छी तरह जानता है। यह व्यर्थ प्रयासों और आत्म-धोखे की भावना को दर्शाता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का अक्सर व्यंग्यात्मक तरीके से प्रयोग किया जाता है, जब किसी व्यक्ति को यह एहसास नहीं होता कि वह जिससे कुछ छुपा रहा है, वह व्यक्ति पहले से ही सब जानता है।

उदाहरण:

मान लीजिए, एक कर्मचारी अपने बॉस से यह छुपा रहा है कि वह ऑफिस के समय में व्यक्तिगत कार्य कर रहा है, लेकिन बॉस पहले से ही इस बारे में जानते हैं। इस स्थिति में कहा जा सकता है कि वह कर्मचारी “दाई से पेट छिपाने” की कोशिश कर रहा है।

निष्कर्ष: इस प्रकार, “दाई से पेट छिपाना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जब किसी व्यक्ति को पहले से ही हमारे बारे में पूरी जानकारी हो, तो उससे कुछ छुपाने का प्रयास व्यर्थ होता है। यह हमें ईमानदारी और पारदर्शिता की महत्वपूर्ण शिक्षा देता है।

Hindi Muhavare Quiz

दाई से पेट छिपाना मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक चतुर लड़की रहती थी, जिसका नाम अनीता था। अनीता अपने शरारती स्वभाव के लिए जानी जाती थी। उसके पिता गाँव के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति थे और हर चीज की गहराई से जानकारी रखते थे।

एक दिन, अनीता ने सोचा कि वह अपने पिता को चकमा देकर रात में गाँव के मेले में जाएगी। उसने अपने कमरे में तकिए से अपनी आकृति बनाई और चुपचाप घर से निकल पड़ी। उसे लगा कि उसके पिता को पता नहीं चलेगा।

लेकिन जब वह रात में घर लौटी, तो उसके पिता पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे। अनीता हैरान थी कि उसके पिता को कैसे पता चला। उसके पिता ने मुस्कुराते हुए कहा, “बेटी, तुम्हारी ये चालाकियाँ मुझसे छिपी नहीं हैं। ‘दाई से पेट छिपाने’ जैसा है तुम्हारा ये प्रयास। मुझे सब पता चल जाता है।”

अनीता को तब समझ आया कि अपने पिता जैसे जानकार व्यक्ति से कुछ भी छुपाना व्यर्थ है। उसने उस दिन से अपने पिता के साथ पूरी ईमानदारी से पेश आने का निश्चय किया।

इस प्रकार, अनीता की कहानी हमें यह सिखाती है कि जो व्यक्ति पहले से ही हमारे बारे में सब जानता है, उससे कुछ छुपाने का प्रयास न केवल व्यर्थ होता है बल्कि अक्सर हमें स्वयं की भी समझ में आ जाता है कि सच्चाई और ईमानदारी ही सर्वश्रेष्ठ नीति होती है।

शायरी:

छुपाने चले थे राज़, दिल के हर एक दर्द को,

‘दाई से पेट छिपाना’, बन गया इस दिल का फ़र्ज़।

जिन्हें खबर है सबकी, उनसे क्या छुपाना,

हर बात जान जाते हैं, वो बिना कुछ कहे, बिना बताना।

आँखों में छुपे राज़, लबों पे सजी हंसी,

दिल की बातें छुपाना, जैसे सूरज से दिन की रोशनी।

समझदार को इशारा, और फकीर को खुदा काफी,

‘दाई से पेट छिपाना’, अब तो ये दिल भी जान गया है साफी।

हर राज़ की एक कहानी, हर ख्वाब का अपना आसमान,

जिसको जानते हो सच्चा, उससे क्या छुपाना, उसका हर एक बयान।

 

दाई से पेट छिपाना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of दाई से पेट छिपाना – Dai se pet chipana Idiom:

Introduction: The usage of the idiom “दाई से पेट छिपाना” is to describe a situation where a person tries to hide something from someone who already knows everything about it. ‘Midwife’ here refers to a woman who assists during childbirth, and ‘stomach’ symbolizes pregnancy. Thus, the literal meaning of this idiom is akin to a pregnant woman trying to hide her pregnancy from her midwife, which is futile.

Meaning: The meaning of this idiom is to attempt unsuccessfully to hide something from a person who is already well aware of the subject. It represents the futility of such efforts and the notion of self-deception.

Usage: This idiom is often used sarcastically when a person fails to realize that the person they are trying to deceive is already in the know.

Example:

Suppose an employee is hiding from their boss that they are doing personal work during office hours, but the boss already knows about it. In this situation, it can be said that the employee is “trying to hide from the midwife.”

Conclusion: Thus, the idiom “दाई से पेट छिपाना” teaches us that when someone already has complete information about us, any attempt to hide things from them is in vain. It emphasizes the importance of honesty and transparency.

Story of ‌‌Dai se pet chipana Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a clever girl named Anita. Anita was known for her mischievous nature. Her father was the most knowledgeable person in the village and had an in-depth understanding of everything.

One day, Anita thought of deceiving her father to sneak out to the village fair at night. She made a figure of herself with pillows in her room and quietly left the house, thinking her father would not notice.

However, when she returned home at night, her father was already waiting for her. Anita was surprised at how her father had found out. With a smile, her father said, “My daughter, your cunningness cannot be hidden from me. Your attempt is like ‘trying to hide the belly from the midwife.’ I always find out everything.”

Anita then realized that it was futile to hide anything from a knowledgeable person like her father. From that day on, she decided to always be honest and upfront with her father.

Thus, Anita’s story teaches us that trying to hide something from someone who already knows everything about us is not only futile but often makes us realize that truth and honesty are the best policies.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

इस मुहावरे का प्रयोग किन परिस्थितियों में किया जाता है?

जब कोई व्यक्ति गलत काम छिपाने की कोशिश करता है, झूठ बोलता है या जानबूझकर अनजान बनता है, तब इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है।

इस मुहावरे की उत्पत्ति कैसे हुई?

प्रसव के दौरान दाई का उपस्थित होना और गर्भवती महिला की हर स्थिति से वाकिफ होना इस मुहावरे की जड़ माना जाता है। यह दर्शाता है कि गर्भवती का पेट छिपाना दाई से व्यर्थ है।

दाई से पेट छिपाना मुहावरे का क्या अर्थ है?

किसी ऐसे जानकार व्यक्ति से कोई बात छिपाने की व्यर्थ कोशिश करना, जो पहले से ही उस बारे में सब जानता हो।

इस मुहावरे का प्रयोग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

इस मुहावरे का प्रयोग किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं करना चाहिए। इसका मकसद व्यक्ति को सजगता और ईमानदारी की सीख देना होना चाहिए।

क्या इस मुहावरे का कोई पर्यायवाची शब्द है?

हां, “चोर की दाढ़ी में तिनका” और “आंख मिच मचकर इशारा करना” इस मुहावरे के पर्यायवाची हैं।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।