Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » चूड़ियाँ पहनना, अर्थ, प्रयोग(Chudiyan pehnana)

चूड़ियाँ पहनना, अर्थ, प्रयोग(Chudiyan pehnana)

परिचय: “चूड़ियाँ पहनना” एक प्रचीन हिंदी मुहावरा है, जिसे आमतौर पर किसी की कायरता या डरपोक होने के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है। यह मुहावरा अक्सर ताने के रूप में उपयोग होता है।

अर्थ: “चूड़ियाँ पहनना” मुहावरे का अर्थ होता है डरपोक या कायर बन जाना। इस मुहावरे का प्रयोग विशेष रूप से तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति संकट में पड़कर अपनी कर्तव्य निर्वहन से पीछे हट जाता है।

उदाहरण:

-> जब टीम को सबसे ज्यादा आवश्यकता थी, अनुज ने अचानक से मैच छोड़ दिया। टीम के अन्य सदस्यों ने उसे कहा, “तुमने चूड़ियाँ पहन ली हैं क्या?”

-> अभय को उसके दोस्तों ने उसकी कायरता के लिए ताने दिए और कहा, “अब तो तुम चूड़ियाँ पहन चुके हो।”

विशेष टिप्पणी: “चूड़ियाँ पहनना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि संकट के समय में हमें डर के बजाय साहसिक और निर्धारित बनना चाहिए। इसे उपयोग करके आमतौर पर यह सुचित किया जाता है कि किसी की आचरण या निर्णय से वह डरपोक या कायर प्रतित हो रहा है।

निष्कर्ष: जीवन में हमें अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, हमें सजग और साहसिक बने रहना चाहिए ताकि हम कह सकें कि हमने “चूड़ियाँ” नहीं पहनी।

Hindi Muhavare Quiz

चूड़ियाँ पहनना मुहावरा पर कहानी:

अमन गाँव का सबसे बड़ा युवक था। वह अकेला ही पूरे गाँव में बहुत सारी चीजें सम्भालता था – खेतों में काम करना, पशुओं की देखभाल करना, और गाँव के बुजुर्गों की मदद करना। लेकिन उसकी एक खासियत थी कि वह आसानी से डर जाता था।

एक दिन गाँव में एक भारी तूफान आया। सभी गाँववाले अपने-अपने घर में सुरक्षित थे, लेकिन अमन का मन डर से भर गया। वह सोचने लगा कि अगर उसे बाहर जाकर कुछ काम करना पड़ा तो वह कैसे सम्भालेगा।

जब तूफान थमा, तो गाँव में बहुत नुकसान हुआ था। बहुत सारे पेड़ गिर गए थे, और कुछ घर भी नुकसान पहुँचे थे। गाँववाले उम्मीद से अमन की तरफ देख रहे थे, लेकिन अमन अपने घर में बंद हो गया था और बाहर नहीं निकल रहा था।

उसके दोस्त मोहन ने उससे कहा, “अमन, तुम इस समय भी डर रहे हो? क्या तुमने चूड़ियाँ पहन ली हैं?”

अमन को इस पर समझ में आ गया कि उसका डर उसे उसकी जिम्मेदारियों से पीछे हटा रहा है। उसने फौरन अपना डर नकारते हुए सभी गाँववालों की मदद की।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि डर सिर्फ एक भावना है, और हमें उसे अपने आप को कमजोर बनाने के रूप में नहीं देखना चाहिए। जब हम अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों से भागते हैं, तो लोग कहते हैं कि हमने “चूड़ियाँ पहन ली”।

शायरी:

जब जीवन की आंधी आए, और डर मन में समा जाए।

“चूड़ियाँ पहन ली” कहते हैं लोग, पर वक़्त हर जख्म को भुला दे।

हौसले नहीं हारने चाहिए, जब तक जीवन की स्याही समा न जाए।

मुश्किलें आएँ चाहे कितनी भी, आगे बढ़ना ही असली मजा है।

 

चूड़ियाँ पहनना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of चूड़ियाँ पहनना – Chudiyan pehnana Idiom:

Introduction: “चूड़ियाँ पहनना” (Wearing bangles) is an ancient Hindi idiom, commonly used to refer to someone’s cowardice or fearfulness. This idiom is often used in a taunting manner.

Meaning: The phrase “चूड़ियाँ पहनना” literally translates to “wearing bangles”, but its intended meaning is to become a coward or to act fearfully. It is particularly used when someone backs down from their responsibilities in the face of adversity.

Examples:

-> When the team needed him the most, Anuj suddenly quit the match. The other team members taunted him saying, “Have you worn bangles?”

-> Abhay was teased by his friends for his cowardice and they remarked, “You have now worn bangles.”

Special Note: The idiom “चूड़ियाँ पहनना” teaches us that during challenging times, instead of succumbing to fear, one should be brave and determined. When used, it typically implies that someone’s actions or decisions are making them appear cowardly or fearful.

Conclusion: Throughout life, we face numerous challenges. Hence, it’s essential to remain vigilant and courageous so that we can proudly say we haven’t “worn bangles” in the face of adversity.

Story of ‌‌Chudiyan pehnana Idiom in English:

Aman was the largest youth in the village. He single-handedly managed many tasks throughout the village – working in the fields, taking care of animals, and assisting the elderly. However, he had one particular trait; he got scared easily.

One day, a severe storm hit the village. All the villagers were safe in their homes, but fear overwhelmed Aman. He wondered how he would cope if he had to go out and work during the storm.

Once the storm subsided, there was significant damage in the village. Many trees had fallen, and some houses were also damaged. The villagers looked to Aman with hope, but he had shut himself inside his house, refusing to come out.

His friend Mohan said to him, “Aman, are you still afraid at this moment? Have you worn bangles?”

Realizing that his fear was holding him back from his responsibilities, Aman immediately pushed aside his fears and helped all the villagers.

From this story, we learn that fear is just an emotion, and we shouldn’t let it weaken us. When we run from our responsibilities and duties, people say we have “worn bangles”.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहास है?

नहीं, इस मुहावरे का कोई विशेष इतिहास नहीं है, लेकिन यह सामाजिक और सांस्कृतिक परंपरा में भूतपूर्व रूप से आता है।

इस मुहावरे का उपयोग क्यों किया जाता है?

यह मुहावरा सौंदर्यिकता और सुंदरता को बढ़ावा देने के लिए उपयोग होता है, विशेषकर महिलाओं के सौंदर्य को बढ़ावा देने के संदर्भ में।

क्या इस मुहावरे का कोई विपरीत अर्थ है?

नहीं, इस मुहावरे का कोई विपरीत अर्थ नहीं है, यह सकारात्मक अर्थ में ही प्रयुक्त होता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार से किया जा सकता है?

चूड़ियाँ पहनना मुहावरा समर्पितता, सौंदर्य, और सजगता की भावना को व्यक्त करने के लिए किया जा सकता है।

क्या चूड़ियाँ पहनना का कोई धार्मिक संबंध है?

नहीं, यह मुहावरा सामाजिक सौंदर्यिकता से जुड़ा है और किसी धार्मिक अनुष्ठान से सीधा संबंधित नहीं है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यह मुहावरा च से शुरू होने वाले मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।