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चप्पा-चप्पा छानना अर्थ, प्रयोग(Chappa-chappa channa)

परिचय: “चप्पा-चप्पा छानना” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है जिसका उपयोग अक्सर विभिन्न संदर्भों में किया जाता है। यह मुहावरा व्यापक खोज और गहन जांच की भावना को दर्शाता है।

अर्थ: “चप्पा-चप्पा छानना” का अर्थ है हर एक जगह को बारीकी से खोजना या जांचना। यह उस प्रयास को बताता है जहां किसी वस्तु, व्यक्ति या सूचना की खोज में हर संभावित स्थान की गहराई से जांच की जाती है।

प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग अक्सर पुलिस जांच, खोजी कार्य, या किसी महत्वपूर्ण वस्तु की खोज संबंधी स्थितियों में किया जाता है।

उदाहरण:

-> जब गाँव से विकास का कुत्ता गुम हो गया, तो उसने पूरे गाँव का ‘चप्पा-चप्पा छाना’ लेकिन कुत्ता कहीं नहीं मिला।

निष्कर्ष: “चप्पा-चप्पा छानना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि किसी कार्य को पूरी तन्मयता और गहनता से करना चाहिए, खासकर जब बात किसी महत्वपूर्ण खोज की हो। यह हमें धैर्य और संयम की भी सीख देता है, जो किसी भी खोजी प्रक्रिया के लिए आवश्यक है।

Hindi Muhavare Quiz

चप्पा-चप्पा छानना मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक छोटे से शहर में प्रेमचंद्र नामक एक जासूस रहता था। प्रेमचंद्र को अपनी जासूसी क्षमताओं पर गर्व था और वह हर मामले को सुलझाने में माहिर था। एक दिन, उसे एक बेशकीमती नीला हीरा खोजने का जिम्मा सौंपा गया, जो एक प्रसिद्ध व्यापारी के घर से चोरी हो गया था।

प्रेमचंद्र ने बिना समय गवाए अपनी खोज शुरू की। उसने शहर के हर कोने में जाकर जांच की, गवाहों से पूछताछ की और हर संभावित सुराग का पीछा किया। उसने ‘चप्पा-चप्पा छाना’ लेकिन हीरा कहीं नहीं मिला।

खोज जारी रही और प्रेमचंद्र ने हार नहीं मानी। उसने शहर के बाहरी इलाकों में भी जांच शुरू कर दी। अंत में, एक पुराने गोदाम में, जहां कोई आमतौर पर नहीं जाता था, प्रेमचंद्र को वह कीमती हीरा मिला।

हीरा चुराने वाला चोर वास्तव में एक बड़े अपराध सिंडिकेट का सदस्य था, जिसने हीरे को उस गोदाम में छुपा रखा था। प्रेमचंद्र की अथक मेहनत और धैर्य ने उसे इस कठिन खोज में सफलता दिलाई।

निष्कर्ष:

इस कहानी के माध्यम से हमें ‘चप्पा-चप्पा छानना’ मुहावरे का अर्थ समझ में आता है। यह दिखाता है कि किसी चीज की खोज में अथक परिश्रम और गहन जांच कितनी महत्वपूर्ण होती है। यह कहानी हमें सिखाती है कि किसी भी कार्य को पूरी लगन और गहराई से करने पर ही सफलता मिलती है।

शायरी:

चप्पा-चप्पा छाना है हमने, जब खो गया था दिल का चैन,
ढूंढते रहे उस खुशी को, जो बिखर गई थी बेवजह बैन।

खोजा हर गली, हर मोड़ पर, जहाँ कभी साथ चले थे हम,
वक्त की रेत पे छोड़ आए, वो यादें जो थी बेदम।

चप्पा-चप्पा छानते रहे, जब तलाश थी उस खोए ख्वाब की,
हर एक मंज़र में देखा तुझे, जैसे तुझमें बसा हो आफ़ताब की।

ढूंढते रहे हम उस राह को, जिस पर तेरे कदमों के निशान थे,
चप्पा-चप्पा छाना हमने, जहां कभी हमारे अफ़साने थे।

तेरी यादों की गलियों में, चप्पा-चप्पा भटकता रहा,
हर एक मोड़ पे ढूंढा तुझे, जहां कभी साथ हंसता रहा।

ये चप्पा-चप्पा छानना, सिखाता है सब्र का सबक,
खोजते रहो, ना हार मानो, चाहे जितना हो सफर लंबक।

 

चप्पा-चप्पा छानना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of चप्पा-चप्पा छानना – Chappa-chappa channa Idiom:

Introduction: “चप्पा-चप्पा छानना” is a popular Hindi idiom frequently used in various contexts. This idiom represents the spirit of extensive searching and thorough investigation.

Meaning: The literal meaning of “चप्पा-चप्पा छानना” is to search or scrutinize every single place. It denotes the effort where every possible location is thoroughly checked in the search for an object, person, or information.

Usage: This idiom is commonly used in contexts such as police investigations, detective work, or in situations involving the search for something important.

Example:

-> When Vikas’s dog went missing from the village, he ‘searched every nook and corner’ but couldn’t find the dog anywhere.

Conclusion: The idiom “चप्पा-चप्पा छानना” teaches us that any task, especially a significant search, should be undertaken with complete dedication and depth. It also imparts the lesson of patience and perseverance, which are essential in any investigative process.

Story of ‌‌Chappa-chappa channa Idiom in English:

Once upon a time, in a small town, there lived a detective named Premchandra. Premchandra took great pride in his detective skills and was adept at solving every case. One day, he was tasked with finding a priceless blue diamond that had been stolen from the house of a famous merchant.

Without wasting any time, Premchandra began his search. He investigated every corner of the town, interrogated witnesses, and followed every possible lead. He searched ‘every nook and corner,’ but the diamond was nowhere to be found.

The search continued, and Premchandra did not give up. He even started investigating the outskirts of the town. Finally, in an old warehouse, where people seldom went, Premchandra found the precious diamond.

The thief who stole the diamond was actually a member of a large crime syndicate, who had hidden the diamond in that warehouse. Premchandra’s tireless efforts and patience led him to success in this challenging search.

Conclusion:

Through this story, we understand the meaning of the idiom ‘चप्पा-चप्पा छानना.’ It shows the importance of relentless effort and thorough investigation in any search. The story teaches us that success comes only when a task is undertaken with full dedication and depth.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या चप्पा-चप्पा छानना एक आदत को दर्शाता है?

हां, यह मुहावरा एक आदत या काम को सुस्ती से और धीरे-धीरे करने की आदत को बयान कर सकता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस परिस्थिति में हो सकता है?

यह मुहावरा किसी कार्य को सावधानीपूर्वक और धीरे-धीरे करने की सिफारिश करने के लिए उपयुक्त है।

चप्पा-चप्पा छानना का मतलब क्या है?

चप्पा-चप्पा छानना एक मुहावरा है जिसका मतलब है सुस्ती से या धीरे-धीरे काम करना।

क्या इस मुहावरे का कोई विपरीत अर्थ हो सकता है?

नहीं, इसका कोई विपरीत अर्थ नहीं होता, यह सावधानी और धीरज से काम करने का सुझाव देता है।

इस वाक्य में ‘छानना’ का अर्थ क्या है?

छानना’ का अर्थ है सुझाव देना या धीरे-धीरे करना।

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