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चंडाल चौकड़ी अर्थ, प्रयोग(Chandaal chaukadi)

“चंडाल चौकड़ी” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ है एक समूह में शामिल चार बुरे या अनैतिक व्यक्ति। यह अक्सर उन समूहों के संदर्भ में प्रयोग किया जाता है जहाँ चार लोग गलत या अनैतिक कार्यों में लिप्त होते हैं। इसका उपयोग किसी ऐसे समूह को व्यंग्यात्मक रूप से दर्शाने के लिए किया जाता है जिनकी गतिविधियाँ नैतिक या सामाजिक रूप से स्वीकार्य नहीं होतीं।

परिचय: “चंडाल” शब्द का अर्थ है वह व्यक्ति जो समाज में निम्न स्थान पर माना जाता है या जिसके कार्य निंदनीय होते हैं। “चौकड़ी” का अर्थ है चार लोगों का समूह। इस प्रकार, “चंडाल चौकड़ी” शब्द से तात्पर्य ऐसे चार लोगों के समूह से है जिनके कार्य निंदनीय या अनैतिक होते हैं।

अर्थ: इस मुहावरे का उपयोग आमतौर पर उन समूहों के संदर्भ में किया जाता है जो अनैतिक, अवैध या सामाजिक रूप से स्वीकार्य नहीं माने जाने वाले कार्यों में लिप्त होते हैं।

प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर उन परिस्थितियों में प्रयोग होता है जहाँ किसी व्यक्ति को अन्य तीन लोगों के साथ मिलकर कुछ गलत करते देखा जाता है। इसका प्रयोग व्यंग्य या आलोचना के स्वर में किया जाता है।

उदाहरण:

-> जब से अनुभव उस चंडाल चौकड़ी के साथ घूमने लगा है, उसके व्यवहार में बहुत परिवर्तन आ गया है।

निष्कर्ष: “चंडाल चौकड़ी” एक प्रभावी मुहावरा है जो सामाजिक रूप से अनैतिक या गलत कार्य करने वाले समूहों पर व्यंग्य करता है। यह हमें यह भी दिखाता है कि कैसे गलत संगति हमारे व्यक्तित्व और नैतिकता पर प्रभाव डाल सकती है।

Hindi Muhavare Quiz

चंडाल चौकड़ी मुहावरा पर कहानी:

एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में अनुज नाम का एक युवक रहता था। अनुज बहुत ही सरल और मेहनती था। उसका स्वभाव सभी को भाता था। गाँव में उसकी अच्छाई के चर्चे हर जगह थे।

एक दिन, गाँव में चार नए लोग आए। वे लोग अक्सर गलत कामों में लिप्त रहते थे और उन्हें गाँव वाले ‘चंडाल चौकड़ी’ के नाम से जानते थे। अनुज ने भी उनके बारे में सुना था, लेकिन कभी उनसे मिला नहीं था।

धीरे-धीरे अनुज और वे चारों एक-दूसरे के संपर्क में आए। शुरू में तो अनुज उनके साथ सिर्फ हँसी-मजाक करता था, लेकिन क्रमशः वह उनके साथ अधिक समय बिताने लगा। उनकी संगति में रहकर अनुज के व्यवहार में भी बदलाव आने लगा। वह जो पहले बहुत सीधा और सज्जन था, अब वह गलत कामों में भी हिस्सा लेने लगा।

गाँव वालों ने जब यह देखा, तो वे बहुत चिंतित हुए। अनुज के माता-पिता को भी यह बदलाव अखरने लगा। उन्होंने अनुज को समझाया कि ‘चंडाल चौकड़ी’ की संगति उसे बर्बाद कर देगी।

अनुज ने जब गौर किया तो उसे अहसास हुआ कि वाकई में वह गलत राह पर चल पड़ा है। उसने तुरंत उन चारों से दूरी बना ली और फिर से अपने पुराने सज्जन स्वभाव को अपनाया।

निष्कर्ष:

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि किस प्रकार ‘चंडाल चौकड़ी’ जैसे लोगों की संगति हमारे व्यक्तित्व और नैतिकता पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। इसलिए हमें हमेशा सज्जन और अच्छे लोगों की संगति में रहना चाहिए।

शायरी:

चंडाल चौकड़ी की संगत में, कैसे खो गए अपने नूर,

गुमराह राहों पर चले, भूले सब सच्चाई का सुरूर।

वो चार कोने जहां बैठे, बस षड्यंत्रों की बात हुई,

जहां अच्छाई की लौ थमी, वहां हर रात रात हुई।

चले थे हम भी उनके साथ, भूल गए सब फ़र्ज़ को,

अब जाना यह सच है, ‘संगत का असर है गहरा बहुत।’

अब तोड़ा है उस चौकड़ी से नाता, लौटे हैं फिर वफ़ा की राह पर,

सीख ली है जिंदगी से, अच्छाई ही बस इंसानियत की बात कर।

जो राह गलत थी उसे छोड़ दिया, लौट आए हैं फिर अपने घर,

चंडाल चौकड़ी से दूर, जहां हर दिन हो खुशियों का सफर।

 

चंडाल चौकड़ी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of चंडाल चौकड़ी – Chandaal chaukadi Idiom:

“चंडाल चौकड़ी” is a popular Hindi idiom, which means a group of four bad or unethical people. It is often used in reference to groups where four individuals are involved in wrong or unethical actions. This idiom is used to sarcastically represent any group whose activities are not morally or socially acceptable.

Introduction: The word “चंडाल” (Chandaal) refers to a person who is considered lowly in society or whose actions are reprehensible. “चौकड़ी” (Chaukadi) means a group of four people. Thus, “चंडाल चौकड़ी” (Chandaal Chaukadi) refers to a group of four such people whose actions are reprehensible or unethical.

Meaning: This idiom is commonly used in the context of groups that are involved in unethical, illegal, or socially unacceptable activities.

Usage: This idiom is often used in situations where an individual is seen doing something wrong in collaboration with three other people. It is used in a tone of sarcasm or criticism.

Example:

-> Ever since Anubhav started hanging out with that ‘चंडाल चौकड़ी’, there has been a significant change in his behavior.

Conclusion: “चंडाल चौकड़ी” is an effective idiom that mocks groups engaged in socially unethical or wrong actions. It also illustrates how bad company can impact our personality and morality.

Story of ‌‌Chandaal chaukadi Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, lived a young man named Anuj. Anuj was simple and hardworking. His nature was liked by everyone, and his goodness was the talk of the village.

One day, four new people arrived in the village. These individuals were often involved in wrongful deeds and were known as the ‘चंडाल चौकड़ी’ (Chandaal Chaukadi) by the villagers. Anuj had heard about them but had never met them.

Gradually, Anuj and these four started interacting with each other. Initially, Anuj only joked around with them, but gradually he began spending more time with them. Influenced by their company, Anuj’s behavior started changing. He, who was once straightforward and gentlemanly, began participating in wrongful activities.

When the villagers noticed this, they became very worried. Even Anuj’s parents were disturbed by this change. They explained to Anuj that the company of ‘चंडाल चौकड़ी’ would ruin him.

Upon reflection, Anuj realized that he was indeed on the wrong path. He immediately distanced himself from the four and reverted to his former noble character.

Conclusion:

This story teaches us how the company of people like ‘चंडाल चौकड़ी’ can deeply impact our personality and morality. Therefore, we should always keep the company of good and noble people.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

चंडाल चौकड़ी है मुहावरे का उत्पत्ति से संबंधित क्या है?

इस मुहावरे का उत्पत्ति विशेषतः जनपद और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित है, जहां चौकड़ी एक अव्यवस्थित स्थान को सूचित करती है।

इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार से होता है?

इसका उपयोग अव्यवस्था और अनुपयुक्तता की स्थिति को व्यक्त करने के लिए किया जाता है।

चंडाल चौकड़ी है का मुहावरा का अर्थ क्या है?

यह मुहावरा अव्यवस्थितता और कुछ गड़बड़ी को संकेतित करता है।

यह मुहावरा किस भाषा से उत्पन्न हुआ है?

यह मुहावरा हिंदी भाषा से उत्पन्न हुआ है और विभिन्न रीतियों में प्रचलित है।

क्या इस मुहावरे का अनुसरण भी हो सकता है?

हाँ, इसे किसी स्थिति की अव्यवस्था या गड़बड़ी के समय का अनुसरण करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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