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चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Chaar din ki chandni phir andheri raat)

चार दिन की चाँदनी इमेज हिंदी मुहावरा चित्र चार दिन की चाँदनी Budhimaan.com मुहावरा चित्र चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात

अर्थ: ‘चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात’ यह मुहावरा उस समय का संकेत करता है जब कुछ समय के लिए अच्छा समय आता है, पर उसके बाद फिर से मुश्किल समय आ जाता है।

उदाहरण:

-> अरुण को अपनी कंपनी में प्रमोशन मिला था, पर कुछ महीनों बाद ही उसे नौकरी से निकाल दिया गया। वह अपने दोस्त से बोला, “ये तो चार दिन की चाँदनी थी, अब अँधेरी रात है।”

-> टीम ने पहले दो मैच जीते, पर फिर चार मैच हार दिए। प्रशासक बोले, “चार दिन की चाँदनी, फिर अँधेरी रात।”

वाक्य में प्रयोग: जब कोई आलोचना, समस्या या मुश्किल से गुजर रहा हो और उसे कुछ समय के लिए राहत मिले पर फिर से वही समस्या सामने आए, तब इस मुहावरे का प्रयोग होता है।

विशेष टिप्पणी:

इस मुहावरे का प्रयोग जीवन के अच्छे और बुरे समयों का चक्र दर्शाने के लिए होता है। जैसे हर रोज़ के बाद रात होती है, वैसे ही हर अच्छे समय के बाद भी कभी-कभी बुरा समय आता है। इसलिए, इस मुहावरे का प्रयोग करके हम यह समझा सकते हैं कि जीवन में सब कुछ स्थायी नहीं होता।

चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात मुहावरा पर कहानी:

अमित एक बड़ी कंपनी में कार्यरत था। वह अपने काम को बहुत सीरियसली लेता था और उसे अक्सर अपनी मेहनत के लिए प्रशंसा मिलती थी। एक दिन, उसकी कठिनाईयों और समर्पण की मेहनत का परिणाम मिला जब उसे उच्च पद पर प्रमोट किया गया।

अब उसके पास अधिक जिम्मेदारियाँ थीं और उसे अपनी टीम को प्रेरित और प्रशासित करना था। शुरुवाती दिनों में, अमित को लगा कि वह अपने नए पद में चाँदनी की तरह चमक रहा है। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, वह समझने लगा कि उस पद की जिम्मेदारियाँ उसकी समझ से परे थीं।

उसके निर्णय अक्सर गलत होते थे, और उसकी टीम उसे समर्थन नहीं कर पा रही थी। अमित का विश्वास डगमगाने लगा और उसे महसूस हुआ कि वह अपने पद की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा है।

चार महीने बाद, कंपनी के प्रशासक ने अमित को बुलाया और उसे सूचित किया कि वह अपने पद के अनुसार उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा है। इसलिए, उसे उसकी पुरानी जगह पर वापस लौटना होगा।

अमित ने समझा कि उसकी प्रमोशन सिर्फ ‘चार दिन की चाँदनी’ थी, और अब अँधेरी रात चल रही थी। वह निराश होकर अपने कबीने में वापस जा पहुँचा, लेकिन वह ने ठान लिया कि वह अब अधिक मेहनत करेगा और अगले मौके पर अधिक तैयारी के साथ आएगा।

शायरी:

चाँदनी के चार दिन, फिर ढल गई रात,

जीवन में रोशनी, अब है अदृश्य बात।

वक़्त के पाँव में बदलती रेज़ा-रेज़ा,

जो चमक थी कल तक, वो आज है अदृश्य सा।

 

चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात – Chaar din ki chandni phir andheri raat Idiom:

Meaning: The idiom ‘Chaar din ki chandni phir andheri raat’ signifies a situation where there is a brief period of happiness or success, followed by a longer period of challenges or adversity.

Examples:

1. Arun had received a promotion at his company, but just a few months later, he was let go from his job. He told his friend, “This was just a short-lived happiness, like four days of moonlight, now it’s a dark night.”

2. The team won their first two matches but then lost the next four. The manager commented, “It was like four days of moonlight, and now it’s a dark night.”

Special Note: This idiom illustrates the cyclical nature of life’s ups and downs. Just as every day ends with night, every good phase may sometimes be followed by a challenging one. Therefore, using this idiom reminds us that nothing in life is permanent.

Story of ‌‌Chaar din ki chandni phir andheri raat Idiom in English:

Amit worked in a large company. He took his job very seriously and was often praised for his dedication and hard work. One day, as a result of his persistence and effort, he was promoted to a higher position.

Now, he had greater responsibilities and had to motivate and manage his team. In the beginning, Amit felt like he was shining in his new role, much like the moonlight. However, as time went on, he realized that the responsibilities of his new position were beyond his understanding.

He often made incorrect decisions, and his team wasn’t supportive of him. Amit’s confidence began to waver, and he felt he was not living up to the expectations of his new role.

Four months later, the company’s management called Amit and informed him that he wasn’t meeting the expectations for his position. As a result, he would have to return to his previous role.

Amit understood that his promotion was just a “short-lived phase of moonlight,” and now he was facing a dark night. Disheartened, he returned to his cabin. However, he resolved to work even harder and to be better prepared for the next opportunity.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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