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बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली अर्थ, प्रयोग (Bichhoo ka mantra na jaane, Saanp ke bill mein ungli dali)

परिचय: ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ यह हिंदी मुहावरा उन परिस्थितियों को व्यक्त करता है जहाँ व्यक्ति बिना पूरी जानकारी या तैयारी के किसी जोखिम भरे काम में लग जाता है। यह मुहावरा उस असावधानी और अनजानेपन को दर्शाता है जो कभी-कभी बड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है।

अर्थ: मुहावरे का अर्थ है कि किसी खतरनाक स्थिति में बिना उचित ज्ञान या सावधानी के प्रवेश करना। इसका प्रयोग तब होता है जब कोई व्यक्ति बिना सोचे-समझे किसी जटिल स्थिति में कदम रख देता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग उन परिस्थितियों में किया जाता है जब कोई व्यक्ति बिना पर्याप्त जानकारी या तैयारी के किसी जोखिम भरे काम में लग जाता है।

उदाहरण:

-> “सुधीर ने बिना शेयर बाजार की समझ के निवेश कर दिया। वाकई ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली।'”

-> “जया ने बिना तैरना जाने पूल में छलांग लगा दी, यह तो ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ वाली बात हो गई।”

निष्कर्ष: ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ मुहावरा हमें सिखाता है कि किसी भी जोखिम भरे काम में हाथ डालने से पहले उसकी पूरी जानकारी होना और सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है। यह हमें यह भी बताता है कि अनजानेपन में लिया गया कोई भी कदम हमें बड़ी मुसीबत में डाल सकता है।

बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली मुहावरा पर कहानी:

एक छोटे गाँव में अनुज नाम का एक युवक रहता था। अनुज को हमेशा से ही रोमांचक और नए अनुभवों का शौक था। एक दिन, उसने सुना कि गाँव के पास के जंगल में एक पुरानी गुफा है, जिसमें खजाना छिपा हुआ है। बिना किसी तैयारी और जानकारी के, अनुज ने फैसला किया कि वह उस गुफा की खोज करेगा।

उसके दोस्तों ने उसे समझाया कि वह जिस काम में हाथ डालने जा रहा है, उसकी पूरी जानकारी ले ले। लेकिन अनुज ने किसी की एक न सुनी और अकेले ही गुफा की ओर चल पड़ा। उसका यह कदम ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ वाला था।

गुफा में पहुंचकर अनुज को समझ में आया कि वह बिना किसी उपकरण और तैयारी के आया है। अंधेरी और भूलभुलैया जैसी गुफा में वह खो गया। बड़ी मुश्किल से किसी तरह वह वापस गाँव लौटा।

इस घटना से अनुज ने सीखा कि बिना पूरी जानकारी और तैयारी के किसी भी जोखिम भरे काम में हाथ नहीं डालना चाहिए। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि असावधानी और अनजानेपन में उठाए गए कदम हमें बड़ी मुसीबत में डाल सकते हैं।

शायरी:

अनजान राहों पे चलने का जुनून था,

‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल’ में हाथ डाला।

बिन सोचे कदम बढ़ाए, नजर नहीं थी किसी मंजिल पर,

जोखिम भरे रास्तों में, खुद को ही भूल बैठा।

जिन्होंने कहा था सावधान रहने को,

उनकी बातों को अनसुना कर चला।

‘बिच्छू का मंत्र न जाने’ फिर भी जोखिम उठाया,

अनजाने में गिरा, सीखा हर ठोकर से कुछ नया।

हर गलती, हर चुनौती से एक सबक मिला,

‘बिच्छू का मंत्र न जाने’ की बात समझ में आया।

जोखिम है तो सावधानी भी जरूरी,

अनजानी राहों पर चलने का हुनर सीखा।

 

बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली – Bichhoo ka mantra na jaane, Saanp ke bill mein ungli dali Idiom:

Introduction: The Hindi idiom ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ expresses situations where a person engages in risky tasks without full knowledge or preparation. This idiom illustrates the carelessness and ignorance that can sometimes lead to significant problems.

Meaning: The meaning of the idiom is to enter a dangerous situation without proper knowledge or caution. It is used when a person thoughtlessly steps into a complex situation.

Usage: This idiom is employed in situations where a person engages in risky tasks without sufficient knowledge or preparation.

Example:

-> “Sudhir invested in the stock market without understanding it. Truly ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली.'”

-> “Jaya jumped into the pool without knowing how to swim, it was really a case of ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली.'”

Conclusion: The idiom ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ teaches us that it is essential to have complete knowledge and exercise caution before engaging in any risky task. It also tells us that any step taken in ignorance can lead to significant trouble.

Story of ‌‌Bichhoo ka mantra na jaane, Saanp ke bill mein ungli Idiom in English:

In a small village, there lived a young man named Anuj who always had a fascination for thrilling and new experiences. One day, he heard that there was an old cave in the nearby forest, rumored to hide a treasure. Without any preparation or knowledge, Anuj decided to explore the cave.

His friends advised him to gather complete information before undertaking such a task. However, Anuj ignored everyone’s advice and set out for the cave alone. His action was akin to the saying ‘बिच्छू का मंत्र न जाने, साँप के बिल उंगली डाली’ (venturing into danger without knowing the consequences).

Upon reaching the cave, Anuj realized that he had come without any equipment or preparation. He got lost in the dark and maze-like cave. With great difficulty, he somehow managed to return to the village.

From this incident, Anuj learned that one should not venture into any risky task without full knowledge and preparation. This story teaches us that carelessness and ignorance can lead to significant trouble.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

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