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भाड़े का टट्टू अर्थ, प्रयोग (Bhade ka tattoo)

परिचय: हिंदी भाषा के मुहावरों में गहराई और सार्थकता का अनूठा संगम होता है। “भाड़े का टट्टू” भी एक ऐसा ही लोकप्रिय मुहावरा है जो व्यक्ति की क्षणिक उपयोगिता को दर्शाता है।

अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ है ऐसा व्यक्ति जिसका उपयोग केवल एक विशेष समय या परिस्थिति के लिए किया जाता है और फिर उसे भुला दिया जाता है। यहाँ “भाड़े का टट्टू” का अर्थ है किसी कार्य के लिए किराए पर लिया गया घोड़ा, जिसका उपयोग तब तक ही होता है जब तक वह कार्य समाप्त नहीं हो जाता।

प्रयोग: यह मुहावरा उन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहाँ किसी व्यक्ति का उपयोग सीमित समय या उद्देश्य के लिए होता है और बाद में उसे अनदेखा कर दिया जाता है।

उदाहरण:

किसी कंपनी में यदि कोई कर्मचारी केवल एक विशेष प्रोजेक्ट के लिए रखा गया हो और प्रोजेक्ट समाप्त होने के बाद उसे नौकरी से निकाल दिया जाए, तो इस स्थिति को व्यक्त करने के लिए कहा जा सकता है, “उसे तो भाड़े का टट्टू बनाया गया था।”

निष्कर्ष: “भाड़े का टट्टू” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कई बार लोग या चीजें केवल एक विशेष समय या उद्देश्य के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। इस मुहावरे के माध्यम से हमें यह भी समझना चाहिए कि हर व्यक्ति और हर स्थिति का अपना एक महत्व होता है, और उन्हें सम्मान के साथ ट्रीट करना चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

भाड़े का टट्टू मुहावरा पर कहानी:

बहुत समय पहले, एक बड़ी कंपनी में अभय नाम का एक प्रतिभाशाली युवक काम करता था। उसकी क्षमता और मेहनत के चर्चे पूरे कार्यालय में थे। एक दिन, कंपनी को एक बड़ी परियोजना मिली, और अभय को इस परियोजना का प्रमुख बनाया गया।

अभय ने दिन-रात एक करके इस परियोजना पर काम किया। उसकी मेहनत का फल भी मिला, और परियोजना एक बड़ी सफलता बनी। कंपनी ने अपार मुनाफा कमाया, और अभय की तारीफ हर जगह होने लगी।

लेकिन, परियोजना समाप्त होते ही, कंपनी के निदेशकों ने अभय को नौकरी से निकाल दिया। अभय के लिए यह एक बड़ा झटका था। वह समझ नहीं पा रहा था कि इतनी मेहनत और सफलता के बाद भी उसके साथ ऐसा क्यों हुआ।

गाँव के एक बुजुर्ग ने उसे समझाया, “अभय, तुम्हें तो भाड़े का टट्टू बनाया गया था। कंपनी ने तुम्हारा इस्तेमाल सिर्फ परियोजना के लिए किया, और जब काम खत्म हो गया, तो तुम्हें छोड़ दिया।”

अभय को समझ में आ गया कि उसकी कदर सिर्फ उसके काम तक सीमित थी। उस दिन से उसने सीखा कि किसी भी जगह अपनी क्षमताओं की सही पहचान करना और अपने मूल्य को समझना जरूरी है।

यह कहानी हमें बताती है कि “भाड़े का टट्टू” बनने से बचने के लिए अपने मूल्य को पहचानना और आत्म-सम्मान के साथ काम करना जरूरी है। यह मुहावरा हमें सिखाता है कि हर व्यक्ति का अपना महत्व होता है और उसे उसके अनुरूप सम्मान मिलना चाहिए।

शायरी:

काम आया जब तक, था मैं भाड़े का टट्टू,

काम खत्म हुआ, तो भूल गए मेरी छाप रेत में।

जिंदगी के इस मेले में, सब खोजते फायदे की राह,

जब तक काम का था, तब तक था साथ।

मुश्किलों में जब भी, तुमने मुझे पुकारा,

पर वक्त पड़ा जब बुरा, तो तुम हो गए किनारा।

भाड़े का टट्टू समझ, उपयोग किया तुमने मेरा,

जब चाहा तब इस्तेमाल, फिर बेगाना कर दिया बेरहमी से।

जिन्दगी ने सिखाया है, सम्मान से जीना हर किसी को,

उपयोगिता खत्म होने पर भी, बाकी है मेरी भी कहानी।

 

भाड़े का टट्टू शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of भाड़े का टट्टू – Bhade ka tattoo Idiom:

Introduction: Hindi idioms have a unique blend of depth and meaningfulness. “भाड़े का टट्टू” (Rental Horse) is one such popular idiom that illustrates the transient utility of a person.

Meaning: This idiom refers to a person who is used only for a specific time or situation and then forgotten. “भाड़े का टट्टू” literally means a horse taken on rent, which is used only until the task for which it was hired is completed.

Usage: This idiom is used in situations where a person is employed for a limited time or purpose and is ignored afterward.

Example:

In a company, if an employee is hired only for a particular project and is dismissed after the project’s completion, it can be said, “He was just made a rental horse.”

Conclusion: The idiom “भाड़े का टट्टू” teaches us that in life, people or things are often important only for a specific time or purpose. This idiom also suggests that every person and situation has its own importance, and they should be treated with respect.

Story of ‌‌Bhade ka tattoo Idiom in English:

Long ago, in a large company, there was a talented young man named Abhay. His ability and hard work were well-known throughout the office. One day, the company received a major project, and Abhay was appointed as the head of this project.

Abhay worked day and night on the project. His efforts paid off, and the project became a great success. The company earned immense profits, and Abhay’s praise was heard everywhere.

However, as soon as the project was completed, the company’s directors dismissed Abhay from his job. It was a huge shock for Abhay. He couldn’t understand why, despite his hard work and success, he was treated this way.

An elder from the village explained to him, “Abhay, you were just made a rental horse. The company used you only for the project, and once the work was done, they let you go.”

Abhay realized that his value was limited to his work. From that day, he learned the importance of recognizing one’s abilities and understanding one’s worth.

The story tells us that to avoid being a “rental horse,” it is essential to recognize our value and work with self-respect. The idiom teaches us that every person has their importance and should be respected accordingly.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या यह मुहावरा केवल आर्थिक संदर्भों में ही उपयोग किया जाता है?

नहीं, “भाड़े का टट्टू” का उपयोग आर्थिक संदर्भों के अलावा भी किया जा सकता है, जैसे किसी व्यक्ति की निर्णय-अद्यतनता या उसकी निष्ठा के संदर्भ में।

क्या यह मुहावरा किसी व्यक्ति को अपमानित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है?

हां, इस मुहावरे का उपयोग अक्सर किसी को अपमानित करने के लिए भी किया जाता है, खासकर जब उस व्यक्ति की अदालत में निष्कर्ष से किसी अन्य का धन खर्च होता है।

क्या है “भाड़े का टट्टू” का अर्थ?

“भाड़े का टट्टू” का अर्थ होता है एक व्यक्ति जो किसी और के पैसे या संपत्ति का आधार पर जीता है और खर्च करता है।

इस मुहावरे का उपयोग किस संदर्भ में किया जाता है?

यह मुहावरा उस समय का उपयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति अपने संपत्ति को बिना किसी मेहनत या परिश्रम के खर्च करता है।

“भाड़े का टट्टू” का विरोधी कौन है?

इसका विरोधी होता है वह व्यक्ति जो अपनी मेहनत और परिश्रम से कुछ भी हासिल करता है और स्वयं का धन बनाता है।

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