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बखिया उधेड़ना, अर्थ, प्रयोग(Bakhiya udhedna)

“बखिया उधेड़ना” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है, जिसे अंग्रेजी में “to unravel a stitch” कहा जा सकता है। इसका मुख्य अर्थ है किसी रहस्य या गुप्त बात को प्रकट कर देना।

अर्थ: जैसे जब किसी वस्त्र की सीवन में एक बखिया उधेड़ दी जाए, तो पूरी सीवन खुलकर बिखर सकती है, वैसे ही किसी गुप्त बात को बाहर आने पर सब कुछ सामने आ जाता है।

उदाहरण:

-> जब अमन ने अपनी टीम की योजना बता दी, तो सभी को लगा कि उसने पूरी टीम की “बखिया उधेड़ दी”।

-> अंश ने अपनी बहन की छुपी हुई बात को सबके सामने ला दिया, मानो उसने “बखिया उधेड़ दी”।

विस्तार: रहस्य और गुप्त बातें अक्सर हमारे समाज में होती रहती हैं। कई बार, जब यह बातें सामने आती हैं, तो वे असर डालते हैं। “बखिया उधेड़ना” मुहावरे का प्रयोग उस समय होता है जब हम चाहते हैं कि रहस्य या गुप्त बात सामने आ जाए।

निष्कर्ष: “बखिया उधेड़ना” एक महत्वपूर्ण हिंदी मुहावरा है, जिसका प्रयोग गुप्त जानकारी या रहस्य को प्रकट करने के लिए किया जाता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि कितना महत्वपूर्ण है किसी की प्राइवेसी का सम्मान करना और बिना उनकी अनुमति के उनकी गुप्त बातों को प्रकट नहीं करना।

Hindi Muhavare Quiz

बखिया उधेड़ना मुहावरा पर कहानी:

सुरेंद्र एक गाँव में रहते थे और उनकी खास दोस्त कुसुम थी। एक दिन कुसुम ने सुरेंद्र को एक गहरा रहस्य सुनाया। वह उसे विश्वास दिलाई कि वह इस बात को किसी से नहीं कहेगी। सुरेंद्र  भी उसे यकीन दिलाया कि वह उस रहस्य को सुरक्षित रखेगा।

दिन गुजरते गए, और इस रहस्य को सुनने के बाद सुरेंद्र का मन उस बात को बार-बार सोचने लगा। वह सोचने लगा कि वह इस बात को अपने एक और मित्र से शेयर करे। वह सोचा कि उसके मित्र को यह जानकारी होनी चाहिए।

सुरेंद्र ने अपने दूसरे मित्र से रहस्य की बात कह दी। जैसे ही उसने यह बात कही, वैसे ही उस रहस्य की बखिया उधेड़ दी गई। क्योंकि जिस तरह से वह सोच रहा था कि वह अपने एक मित्र को ही बता रहा है, वह भूल गया कि रहस्य जब एक बार खुलता है, तो वह फैलता जाता है।

जल्द ही पूरे गाँव में इस रहस्य की खबर फैल गई। जब कुसुम को पता चला कि सुरेंद्र ने उसका विश्वास तोड़ा, तो वह बहुत नाराज हुई। वह सुरेंद्र  से मिलकर बोली, “तुमने मेरी बात की बखिया उधेड़ दी।”

इस घटना से सुरेंद्र को समझ में आया कि किसी का विश्वास तोड़ना और रहस्यों को खोलना उन्हें कभी भी फायदा नहीं पहुंचाता। उसने समझा कि जब किसी से कुछ गुप्त बात साझा की जाए, तो उस पर विश्वास और सम्मान बनाए रखना चाहिए।

शायरी – Shayari

जब सीरत की बखिया उधेड़ दी जाती है,
दुनिया के सामने सचाई छाती है।
जो रहस्य छुपा बैठा था जीवन में वो,
शेर की तरह ज़ुबाँ पे आ जाती है।

हर राज़ की तरह यह भी खुलता जाए,
जैसे आँधी में बातें लहराती हैं।
जिस रहस्य को सब ने छुपाया बहुत,
वक़्त आने पर वही सजती है।

 

बखिया उधेड़ना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of बखिया उधेड़ना – Bakhiya udhedna Idiom:

“Bakhiya udhedna” is a popular Hindi idiom which can be translated to “to unravel a stitch” in English. Its primary meaning is to reveal a secret or a hidden matter.

Introduction: Just as when a stitch in a fabric is unraveled, the entire sewing can come apart; similarly, when a hidden matter is exposed, everything comes to light.

Usage:

-> When Aman disclosed the plan of his team, everyone felt he had “unraveled the stitch” of the whole team.

-> Ansh brought his sister’s concealed matter to everyone’s notice, as if he had “unraveled the stitch”.

Detail: Secrets and concealed matters often prevail in our society. Many times, when these matters are revealed, they have an impact. The idiom “Bakhiya udhedna” is used when one wants to bring forth a hidden or secret matter.

Conclusion: “Bakhiya udhedna” is an important Hindi idiom used to reveal hidden information or secrets. It also teaches us the importance of respecting someone’s privacy and not revealing their secrets without their consent.

Story of ‌‌akhiya udhedna Idiom in English:

Surendra lived in a village and had a close friend named Kusum. One day, Kusum confided in Surendra and shared a deep secret with him. She assured him that she would not tell anyone about it. Surendra also promised her that he would keep the secret safe.

Days passed, and after hearing the secret, Surendra often found himself constantly thinking about it. He contemplated sharing it with another friend, thinking that his friend should know about it.

Surendra confided in his other friend, revealing the secret. As soon as he did so, the secret was unraveled. In the way he thought he was only telling one other person, he forgot that once a secret is out, it tends to spread.

Soon, the entire village got wind of the secret. When Kusum found out that Surendra had betrayed her trust, she was very upset. She confronted Surendra and said, “You have unraveled the stitch of my words.”

From this incident, Surendra realized that breaking someone’s trust and revealing secrets never brings any benefit. He understood that when something confidential is shared, one should maintain trust and respect towards it.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“बखिया उधेड़ना” मुहावरे की उत्पत्ति क्या है?

इस मुहावरे की उत्पत्ति संभवतः सिलाई की दुनिया से हुई है, जहाँ बखिया का अर्थ होता है सिलाई की एक कड़ी। “उधेड़ना” यहाँ पर किसी चीज को खोलने या बर्बाद करने के लिए प्रयोग होता है। इसलिए, यह मुहावरा किसी की आलोचना करने या कमियों को उजागर करने के लिए प्रयोग होता है।

“बखिया उधेड़ना” मुहावरे का विलोम (विपरीत) क्या होगा?

“बखिया उधेड़ना” का विलोम “तारीफ करना” या “प्रशंसा करना” हो सकता है, जहाँ किसी की खूबियों या सकारात्मक पहलुओं को उजागर किया जाता है।

“बखिया उधेड़ना” मुहावरे का मनोवैज्ञानिक प्रभाव क्या हो सकता है?

मनोवैज्ञानिक रूप से, “बखिया उधेड़ना” का प्रभाव नकारात्मक हो सकता है, जैसे कि व्यक्ति में आत्म-संदेह या निम्न आत्म-सम्मान की भावना पैदा हो सकती है, अगर उसकी आलोचना निरंतर और नकारात्मक तरीके से की जाए।

“बखिया उधेड़ना” और “निंदा करना” में क्या अंतर है?

“बखिया उधेड़ना” का प्रयोग विशेष रूप से किसी की गलतियों या कमियों को उजागर करने के लिए होता है, जबकि “निंदा करना” आमतौर पर व्यक्ति की आलोचना करने के लिए व्यापक रूप से प्रयोग होता है, जिसमें नकारात्मक भावनाएँ अधिक होती हैं।

“बखिया उधेड़ना” मुहावरे का कैसे साकारात्मक प्रभाव पैदा किया जा सकता है?

साकारात्मक प्रभाव पैदा करने के लिए, “बखिया उधेड़ना” को संवेदनशीलता और निर्माणात्मक प्रतिक्रिया के साथ प्रयोग करना चाहिए, जिससे व्यक्ति को अपनी गलतियों से सीखने और विकसित होने में मदद मिले।

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