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बाल-बाल बचना, अर्थ, प्रयोग(Baal baal bachna)

अर्थ: ‘बाल-बाल बचना’ एक प्राचीन हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ है किसी संकट या मुश्किल से अच्छे समय पर बच जाना। यह मुहावरा तब प्रयोग किया जाता है, जब कोई व्यक्ति बहुत ही संकटपूर्ण स्थिति से जैसे तैसे बचता है।

उत्पत्ति: इस मुहावरे की उत्पत्ति से संबंधित स्पष्ट सूत्र नहीं हैं, लेकिन मान्यता है कि बाल हमारे शरीर का वह अंश है जो बहुत ही सूक्ष्म है और जिसे देखने के लिए हमें ध्यान से देखना पड़ता है। इसी तरह, जब किसी चीज़ में बहुत थोड़ी सी कमी रह जाए, तो हम कहते हैं कि हम ‘बाल-बाल’ बच गए।

उपयोग: जब किसी व्यक्ति को किसी संकटपूर्ण स्थिति से बचने का अवसर प्राप्त होता है तो हम इस मुहावरे का उपयोग कर सकते हैं।

उदाहरण:

-> अनुज अपातकालीन बस से बाल-बाल बच पाया।

-> परीक्षा में अमन फेल होने से बाल-बाल बचा।

निष्कर्ष: जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियाँ आती हैं जब हम सोचते हैं कि अब सब खत्म हो गया, लेकिन फिर भी हमें एक नई उम्मीद और अवसर मिलता है। ‘बाल-बाल बचना’ इसी जीवन की संघर्षशीलता और आशावादिता को प्रकट करता है। इस मुहावरे का अर्थ है कि हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए, क्योंकि हर संकट से बाल-बाल बचने का एक मार्ग हमेशा मौजूद होता है।

Hindi Muhavare Quiz

बाल-बाल बचना मुहावरा पर कहानी:

प्रथम एक गाँव में रहता था और वह अकेला अपनी बूढ़ी माँ का ख्याल रखता था। एक दिन, गाँव के मुख्य चौराहे पर उसने सुना कि उसके गाँव के पास ही एक जंगल में एक सोने की खदान पाई गई है। प्रथम को लगा कि अगर वह वहाँ जा कर सोना खोदता है, तो उसे बहुत सारा सोना मिल सकता है जिससे वह अपनी माँ की सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है।

पर जब प्रथम जंगल में पहुँचा, तो उसे समझ में आया कि जंगल में सोने की खदान तो दूर की बात, जंगल में अनेक खतरे भी थे। वहाँ एक ज़हरीला सांप था जो उसे देखते ही हमला करने को तैयार हो गया। प्रथम तेजी से एक पेड़ पर चढ़ गया और जब सांप वहाँ से चला गया, तो उसने सोचा कि अब वह सुरक्षित है।

लेकिन जब वह पेड़ से नीचे उतरा, तो उसने देखा कि वहाँ एक जंगली शेर उसकी तरफ दौड़ रहा है। प्रथम को लगा कि अब तो उसका अंत हो गया, लेकिन अचानक वह जंगल में एक गुफा देखी और वह तेजी से उस गुफा में दौड़ पड़ा। शेर गुफा के मुँह पर आकर ठहर गया, लेकिन वह अंधेरे की वजह से गुफा के अंदर नहीं देख पाया और वहाँ से चला गया।

प्रथम गुफा में कुछ समय तक रुका और जब उसे लगा कि अब वह सुरक्षित है, तो वह गुफा से बाहर निकला और जंगल से बाहर दौड़ कर अपने गाँव वापस लौट गया।

गाँव वापस पहुँचते ही, सभी गाँववालों ने पूछा, “कैसा था तुम्हारा अनुभव?” प्रथम ने हंसते हुए कहा, “मैं बाल-बाल बच गया।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में हमें अनेक संकट आते हैं, पर हमें हार माननी नहीं चाहिए और हर मुश्किल से बाल-बाल बचने की कोशिश करनी चाहिए।

शायरी:

जिंदगी की राहों में जब आती है तूफान,

बार-बार लगता है, खो जाएँगे हम मौसम की रवानी में।

लेकिन फिर भी दिल में जलती है वो चिंगारी,

बाल-बाल बचने का जज्बा, है जैसे शेर की कहानी में।

 

बाल-बाल बचना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of बाल-बाल बचना – baal-baal bachna Idiom:

Introduction: ‘Baal-baal bachna’ is an ancient Hindi idiom which means narrowly escaping from a crisis or difficulty. This phrase is used when someone manages to escape from a very challenging situation by a whisker.

Origin: There is no clear source related to the origin of this idiom. However, it’s believed that hair (‘baal’ in Hindi) is such a delicate part of our body, so minuscule that it requires keen observation to notice. Similarly, when there’s the slightest escape in situations, it’s expressed as ‘baal-baal’ (by a hair’s breadth).

Usage: This idiom can be employed when someone gets an opportunity to escape from a perilous situation.

Example:

-> Anuj narrowly missed the emergency bus. 

-> Aman narrowly escaped failing in the exam.

Conclusion: Life often presents situations where it seems like all is lost, but then a glimmer of hope or an opportunity emerges. ‘Baal-baal bachna’ exemplifies this resilience and optimism of life. It signifies that one should never lose hope, as there’s always a way to narrowly escape from every crisis.

Story of Baal-baal bachna Idiom in English:

Pratham lived in a village and single-handedly took care of his elderly mother. One day, at the village square, he heard of a gold mine located within a forest near his village. Pratham thought that if he could mine gold from there, he would obtain wealth sufficient to resolve all the problems his mother faced.

However, upon reaching the forest, Pratham quickly realized that not only was the gold mine far away, but the forest was also fraught with dangers. A venomous snake, ready to attack, spotted him. Thinking on his feet, Pratham swiftly climbed a tree. Once the snake slithered away, he believed he was safe.

But as soon as he descended, he noticed a wild lion charging towards him. Pratham felt that this was the end for him. However, he suddenly spotted a cave in the jungle and dashed into it. The lion halted at the cave’s entrance, but due to the darkness inside, it couldn’t see Pratham and eventually walked away.

After staying in the cave for a while and feeling secure, Pratham emerged and ran out of the jungle, returning to his village.

Upon his return, the villagers asked, “How was your experience?” Laughing, Pratham replied, “I narrowly escaped.”

This story teaches us that life is filled with challenges and adversities. However, we should never give up and always try to escape from every tricky situation by a hair’s breadth.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“बाल-बाल बचना” मुहावरे की उत्पत्ति क्या है?

इस मुहावरे की उत्पत्ति के बारे में सटीक जानकारी तो नहीं है, लेकिन यह हिंदी भाषा के पारंपरिक मुहावरों में से एक है, जो खतरे से जुस्तजू बचने की स्थिति को व्यक्त करता है।

“बाल-बाल बचना” के विपरीत कौन सा मुहावरा है?

“खुदा हाफ़िज़” एक मुहावरा है जो इसके विपरीत अर्थ में प्रयोग किया जाता है।

यह मुहावरा किस भाषा से उत्पन्न हुआ है?

“बाल-बाल बचना” हिंदी भाषा से उत्पन्न हुआ है।

इस मुहावरे का प्राचीन इतिहास क्या है?

इस मुहावरे का प्राचीन इतिहास है जो किसी को विपरीत स्थिति से बचाने के संदर्भ में प्रयोग किया गया है।

इस मुहावरे के कुछ समानार्थी क्या हैं?

कुछ समानार्थी हैं – “जीवन बचाना”, “जान बचाना”, “बच जाना”।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यह मुहावरा ब से शुरू होने वाले मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

यह मुहावरा मानव शरीर के अंगों पर आधारित मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

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