परिचय: “औंधे मुँह गिरना” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है, जो असफलता या गंभीर हार को दर्शाता है। यह अक्सर उन स्थितियों में प्रयोग होता है जहाँ व्यक्ति या संस्था को अप्रत्याशित रूप से बड़ी हार या नुकसान का सामना करना पड़ता है।
अर्थ: “औंधे मुँह गिरना” का शाब्दिक अर्थ है – बिना किसी सहायता के पूरी तरह से गिर जाना। मुहावरे का प्रयोग किसी की पूर्ण असफलता या संघर्ष में हार को दर्शाने के लिए किया जाता है।
प्रयोग: यह मुहावरा तब प्रयोग किया जाता है जब कोई बड़ी असफलता या हार का अनुभव करता है, खासकर जब यह अप्रत्याशित हो। यह अक्सर व्यापार, खेल, या निजी जीवन में होने वाली असफलताओं पर प्रयोग होता है।
उदाहरण:
मान लीजिए, एक बिजनेसमैन ने बहुत बड़ा निवेश किया लेकिन अंत में उसका व्यापार बुरी तरह विफल हो गया। इस स्थिति में कहा जा सकता है कि वह “औंधे मुँह गिरा”।
निष्कर्ष: “औंधे मुँह गिरना” मुहावरा हमें यह बताता है कि जीवन में बड़ी असफलताएँ हो सकती हैं और उनसे सबक लेकर आगे बढ़ना चाहिए। यह हमें यह भी सिखाता है कि हमें हर परिस्थिति में संयम और धैर्य बनाए रखना चाहिए।
औंधे मुँह गिरना मुहावरा पर कहानी:
मुनीश एक उद्यमी था जो एक नए व्यापारिक विचार पर काम कर रहा था। उसने इस विचार पर बहुत समय और पैसा निवेश किया था।
मुनीश को पूरा विश्वास था कि उसका नया प्रोजेक्ट सफल होगा। उसने अपनी बचत का सारा पैसा और कुछ कर्ज लेकर इस प्रोजेक्ट में लगा दिया।
लेकिन, जब प्रोजेक्ट लॉन्च हुआ, तो यह पूरी तरह विफल रहा। ग्राहकों की कमी और तकनीकी समस्याओं के कारण उसका व्यापार डूब गया।
मुनीश को इस विफलता से गहरा धक्का लगा। वह “औंधे मुँह गिरा” – उसकी सारी मेहनत, धन और समय बर्बाद हो गया। उसके मित्र और परिवार भी उसकी इस विफलता से चिंतित हो गए।
मुनीश ने इस असफलता से सीख ली और फिर से खड़ा होने का निर्णय लिया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में “औंधे मुँह गिरने” के बावजूद हमें हार नहीं माननी चाहिए और हर असफलता से सीख कर आगे बढ़ना चाहिए।
शायरी:
औंधे मुँह गिरने की कहानी है, जीवन की ये पुरानी बानी है,
हर ठोकर में छुपी सीख है, उठना, चलना फिर जीत है।
जब जब गिरे हैं औंधे मुँह, तब तब खुद को पाया है,
हर गिरावट में छुपा एक सबक, जिंदगी ने यह सिखाया है।
हार के आगे जीत है, और अंधेरे के बाद सवेरा,
औंधे मुँह गिर कर भी, उम्मीद की किरण नहीं थमता मेरा।
जिसने हर गिरावट से सीखा, वही सच्चा राही है,
औंधे मुँह गिरना भी क्या, जब हर संघर्ष से बढ़ी बाही है।
इस शायरी के जरिए, “औंधे मुँह गिरने” की सीख बताई गई,
जीवन में गिर कर उठने का हुनर, हर किसी को आना चाहिए।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of औंधे मुँह गिरना – Aundhe muh girna Idiom:
Introduction: “Aundhe muh girna” is a popular Hindi idiom that signifies failure or a severe defeat. It is often used in situations where an individual or an organization faces an unexpected major loss or setback.
Meaning: The literal meaning of “Aundhe muh girna” is to fall completely without any support. The idiom is used to describe someone’s total failure or defeat in a struggle.
Usage: This idiom is applied when someone experiences a major failure or defeat, especially when it is unexpected. It is commonly used in the context of failures in business, sports, or personal life.
Example:
For instance, a businessman who made a significant investment but eventually faced a terrible failure in his business. In this situation, it can be said that he “Aundhe muh girna.”
Conclusion: The idiom “Aundhe muh girna” teaches us that life can have significant failures, and we should learn from them and move forward. It also teaches us to maintain patience and composure in every situation.
Story of Aundhe muh girna Idiom in English:
Munish was an entrepreneur working on a new business idea. He had invested a lot of time and money in this idea.
Munish was confident that his new project would be successful. He invested all his savings and took some loans to fund the project.
However, when the project was launched, it completely failed. Due to a lack of customers and technical issues, his business collapsed.
Munish was deeply shocked by this failure. He “fell flat on his face” – all his hard work, money, and time were wasted. His friends and family were also worried about this failure.
Munish learned from this failure and decided to stand up again. This story teaches us that in life, despite “falling flat on our faces,” we should not give up and should learn from every failure to move forward.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs:
क्या इस मुहावरे का कोई विशेष उपयोग है?
यह मुहावरा सामान्यत: अवश्यम्भावी या अनजाने में होने वाली अपत्तियों को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होता है।
इस मुहावरे का प्रयोग किस परिस्थिति में हो सकता है?
यह मुहावरा उन स्थितियों के लिए उपयुक्त है जब कोई अनजाने में किसी की गुप्त या शर्मनाक बातें किसी के सामने आ जाती है।
क्या है मुहावरा “औंधे मुँह गिरना” का अर्थ?
औंधे मुँह गिरना का अर्थ है किसी की बातें अनचाहे तौर पर सामने आ जाना, जिससे शर्मिंदगी हो।
क्या इस मुहावरे का उपयोग केवल हिंदी भाषा में ही होता है?
नहीं, इस मुहावरे का उपयोग अन्य भाषाओं में भी किया जा सकता है, लेकिन उसका अर्थ समान रहेगा।
क्या इसका कोई संबंध किसी ऐतिहासिक या धार्मिक कथा से है?
इस मुहावरे का सीधा कोई ऐतिहासिक या धार्मिक संबंध नहीं है, यह भाषा में उपयोग होने वाला सामान्य मुहावरा है।
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