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अपना तोसा, अपना भरोसा अर्थ, प्रयोग (Apna tosa, Apna bharosa)

“अपना तोसा, अपना भरोसा” एक प्रसिद्ध हिंदी मुहावरा है जो स्वावलंबन और आत्म-निर्भरता के महत्व को दर्शाता है। इसका अर्थ है कि जब हम अपने काम खुद करते हैं तो उसमें हमारा पूरा भरोसा और विश्वास होता है। यह मुहावरा यह भी सिखाता है कि हमें अपने कामों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।

परिचय: “अपना तोसा, अपना भरोसा” मुहावरा भारतीय संस्कृति में गहराई से स्थापित है। यह हमें सिखाता है कि आत्म-निर्भरता में ही सच्ची शक्ति है।

अर्थ: इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ है, “अपना काम, अपना विश्वास।” यह व्यक्ति को स्वायत्तता और आत्म-संतुष्टि की ओर प्रेरित करता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का उपयोग अक्सर तब किया जाता है जब किसी को यह समझाना होता है कि अपने कामों को स्वयं करना चाहिए और दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।

उदाहरण:

-> सुभाष अपने व्यापार में सफल हुआ क्योंकि वह हमेशा अपने फैसले खुद करता था। वह अक्सर कहता, “अपना तोसा, अपना भरोसा।”

निष्कर्ष: इस मुहावरे के माध्यम से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में स्वावलंबन और आत्म-निर्भरता कितनी महत्वपूर्ण हैं। यह हमें सशक्त बनाता है और हमारी उपलब्धियों में हमारा विश्वास बढ़ाता है।

Hindi Muhavare Quiz

अपना तोसा, अपना भरोसा मुहावरा पर कहानी:

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में सुरेंद्र नाम का एक किसान रहता था। सुरेंद्र बहुत मेहनती और स्वावलंबी व्यक्ति था। उसके पास एक छोटी सी खेती थी, जिसमें वह सब्जियां उगाता था। वह अपनी सारी फसलें खुद ही उगाता था और बाजार में जाकर बेचता था।

गांव में एक और किसान था, सुभाष, जो अक्सर दूसरों पर निर्भर रहता था। वह अपनी खेती के काम के लिए दूसरों को रखता था और खुद आराम करता रहता था।

एक दिन, गांव में एक बड़ा बाजार लगा। सुरेंद्र ने अपनी सारी सब्जियां ले जाकर बाजार में बेचीं। उसकी सब्जियां ताजी और शुद्ध थीं, क्योंकि उसने खुद ही उनकी देखभाल की थी। लोगों ने उसकी सब्जियां खूब खरीदीं और उसे अच्छा मुनाफा हुआ।

उधर, सुभाष की सब्जियां उतनी अच्छी नहीं थीं, क्योंकि उनकी देखभाल दूसरों ने की थी। नतीजतन, उसकी सब्जियां बहुत कम बिकीं और उसे नुकसान हुआ।

इस अनुभव से सुभाष को समझ में आया कि “अपना तोसा, अपना भरोसा” – अपने काम में खुद की मेहनत और लगन से ही सफलता मिलती है। उसने तब से खुद अपनी खेती की देखभाल करना शुरू कर दिया और समय के साथ वह भी सुरेंद्र की तरह सफल हो गया।

इस कहानी के माध्यम से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब हम अपने काम को खुद करते हैं, तो उसमें हमारी पूरी लगन और मेहनत होती है, जिससे हमें बेहतर परिणाम मिलते हैं।

शायरी:

खुद में जो है विश्वास, वही है सच्चा राज,

“अपना तोसा, अपना भरोसा,” यही है जिंदगी का ताज।

मेहनत की राह पर चल, बना खुद की तकदीर,

सपने तेरे होंगे सच, नहीं कोई फिक्र, नहीं कोई पीर।

दुनिया के दर पे जो निर्भर, वो भटके राहों में,

खुद की मेहनत पर जो नाज, वो सजते चाहों में।

आसमान भी झुकता है, जब हौसला हो बुलंद,

“अपना तोसा, अपना भरोसा,” यही है जीवन का सुंद।

तूफानों से लड़कर, जो निकले हैं आगे,

उन्हीं के कदमों में होती है, दुनिया की सारी सागे।

खुद की मेहनत का जोश, हर मुश्किल को करे पार,

“अपना तोसा, अपना भरोसा,” यही है जीत का आधार।

 

अपना तोसा, अपना भरोसा शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of अपना तोसा, अपना भरोसा – Apna tosa, Apna bharosa Idiom:

“अपना तोसा, अपना भरोसा” is a famous Hindi idiom that emphasizes the importance of self-reliance and self-dependence. It means that when we do our work ourselves, we have complete trust and confidence in it. This idiom also teaches us that we should not be dependent on others for our tasks.

Introduction: The idiom “अपना तोसा, अपना भरोसा” is deeply ingrained in Indian culture. It teaches us that true strength lies in self-reliance.

Meaning: The literal meaning of this idiom is, “Your own effort, your own faith.” It motivates an individual towards autonomy and self-satisfaction.

Usage: This idiom is often used when someone needs to be reminded that they should do their tasks themselves and not rely on others.

Example:

-> Subhash was successful in his business because he always made his own decisions. He often said, “अपना तोसा, अपना भरोसा.”

Conclusion: Through this idiom, we learn how important self-reliance and independence are in life. It empowers us and increases our confidence in our achievements.

Story of ‌‌Apna tosa, Apna bharosa Idiom in English:

Once upon a time, in a small village, there lived a farmer named Surendra. Surendra was a very hardworking and self-reliant person. He owned a small farm where he grew vegetables. He cultivated all his crops by himself and sold them in the market.

In the same village, there was another farmer named Subhash, who often depended on others. He would hire people to work on his farm while he rested.

One day, a big market was set up in the village. Surendra took all his vegetables to the market and sold them. His vegetables were fresh and pure, as he had taken care of them himself. People bought his vegetables eagerly, and he made a good profit.

On the other hand, Subhash’s vegetables were not as good, because they were tended by others. As a result, his vegetables sold very little, and he incurred losses.

From this experience, Subhash realized that “your own effort, your own trust” – success comes only through one’s own hard work and dedication in their work. From then on, he started taking care of his farm himself and gradually became successful like Surendra.

This story teaches us that when we do our work ourselves, our complete dedication and hard work are involved, leading to better results.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या यह मुहावरा समाज में भी प्रचलित है?

हां, यह मुहावरा सामाजिक संदेश को स्पष्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे विश्वास, साथीत्व, और सहयोग।

क्या यह मुहावरा केवल हिंदी में ही प्रयोग किया जाता है?

नहीं, यह मुहावरा हिंदी के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं में भी प्रचलित है, जैसे उर्दू और पंजाबी।

क्या है मुहावरा “अपना तोसा, अपना भरोसा” का मतलब?

यह मुहावरा वह स्थिति या परिस्थिति दर्शाता है जब किसी व्यक्ति को अपनी अपनी सामर्थ्य और विश्वास में भरोसा होता है।

क्या इस मुहावरे का उपयोग आर्थिक परिस्थितियों में किया जा सकता है?

हां, कई बार लोग अपने विश्वास के साथ किसी व्यक्ति या संगठन के साथ आर्थिक संबंधों में इस मुहावरे का उपयोग करते हैं।

क्या इस मुहावरे का प्रयोग किसी संबंध में किया जा सकता है?

हां, यह मुहावरा विशेषतः किसी व्यक्ति के विश्वास को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है, जैसे किसी के साथ साझा किया गया भरोसा।

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