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अक्ल के घोड़े दौड़ाना, अर्थ, प्रयोग(Akl ke ghode daudaana)

हिंदी भाषा अपार संस्कृति और साहित्य की गहराइयों में छुपे अनगिनत मुहावरों का खजाना है। ऐसा ही एक मुहावरा है “अक्ल के घोड़े दौड़ाना”।

अर्थ: “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” मुहावरे का अर्थ होता है गहरा विचार करना या किसी विषय पर गहरी सोच लगाना।

उदाहरण:

-> रमन ने समस्या का समाधान निकालने के लिए अक्ल के घोड़े दौड़ाए।

-> प्रोजेक्ट में आई समस्या पर सोचते हुए राज ने कहा, “मुझे अक्ल के घोड़े दौड़ाने पड़ेंगे।”

प्रयोग: जब किसी को किसी विशेष विषय या समस्या पर गहरा विचार या सोचना पड़े, तो “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” मुहावरे का प्रयोग होता है।

विवरण: इस मुहावरे में ‘अक्ल’ शब्द का प्रयोग बुद्धि या सोच के लिए हुआ है और ‘घोड़े दौड़ाना’ से ताजगी और तीव्रता की भावना को व्यक्त किया गया है। जब हम इस मुहावरे का प्रयोग करते हैं, तो हम इसे तीव्र और गहरे विचार की भावना में प्रकट करते हैं।

निष्कर्ष: “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” मुहावरा हमें यह बताता है कि कभी-कभी हमें अपनी समस्याओं और चुनौतियों का समाधान निकालने के लिए गहरी सोच और विचार करना पड़ता है। जीवन में ऐसी बहुत सारी परिस्थितियाँ आती हैं जब हमें इस मुहावरे का सहारा लेना पड़ता है।

Hindi Muhavare Quiz

अक्ल के घोड़े दौड़ाना मुहावरा पर कहानी:

रमेश एक सामान्य गाँव का लड़का था। वह हर रोज अपनी मां के साथ खेत में काम करने जाता था। एक दिन, गाँव के सरपंच ने सभी गाँव वालों को एक बड़ी समस्या का सामना करने के लिए बुलाया। गाँव का एकमात्र तालाब सूख चुका था, और इससे पानी की घातक कमी हो गई थी।

सरपंच ने कहा, “हमें तालाब में पानी लाने का कोई उपाय सोचना होगा।” लेकिन, किसी को भी इस समस्या का समाधान सूझ नहीं रहा था।

रमेश ने सोचा कि इस समस्या का समाधान निकालने के लिए उसे अपनी अक्ल के घोड़े दौड़ाने होंगे। वह पुराने लोगों से सुना था कि तालाब के नीचे एक प्राचीन नाली है, जिससे पानी आ सकता है।

रमेश ने कुछ युवकों को साथ लेकर तालाब के किनारे खुदाई शुरू की। बहुत समय और परिश्रम के बाद, उन्होंने वह प्राचीन नाली पा ली। जैसे ही उस नाली को साफ किया, पानी तालाब में भरना शुरू हुआ।

गाँव वाले रमेश की बुद्धिमत्ता और समझदारी को देखकर हैरान रह गए। उन्होंने रमेश को धन्यवाद दिया और कहा, “तूने अपनी अक्ल के घोड़े दौड़ाकर हमारी समस्या का समाधान निकाल दिया।”

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि कभी-कभी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए हमें अपनी अक्ल के घोड़े दौड़ाने पड़ते हैं, और दृढ़ निश्चय और सही समझदारी से किसी भी समस्या का समाधान संभव है।

शायरी:

अक्ल के घोड़े जब दौड़े सोच में,

हर मुश्किल खुलती है जैसे किताब का पन्ना।

खुदा ने जो भी बुनी ज़िंदगी की रस्में,

‘अक्ल’ से ही बदलती है उनकी रेखा।

 

अक्ल के घोड़े दौड़ाना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of अक्ल के घोड़े दौड़ाना – Akl ke ghode daudaana Idiom:

The Hindi language holds a treasure of countless idioms hidden within the depths of its rich culture and literature. One such idiom is “Akl ke ghode daudaana”.

Meaning:  The idiom “Akl ke ghode daudaana” translates to deeply contemplating or pondering over a subject.

Examples:

 -> Raman brainstormed to find a solution to the problem.

 -> While thinking about the issue in the project, Raj said, “I will have to rack my brains.”

Usage: The idiom “Akl ke ghode daudaana” is used when someone has to think deeply about a particular topic or problem.

Explanation:  In this idiom, the word ‘Akl’ (intellect) is used to represent thinking or intelligence, and ‘ghode daudaana’ (running horses) expresses the feeling of freshness and intensity. When we use this idiom, it is to convey the emotion of intense and deep thought.

Conclusion: The idiom “Akl ke ghode daudaana” teaches us that sometimes, to find solutions to our problems and challenges, we need to think deeply and reflect. There are many situations in life where we resort to this idiom.

Story of ‌‌Akl ke ghode daudaana in English:

Ramesh was a common village boy. Every day, he went to work in the fields with his mother. One day, the village headman called all the villagers to address a significant problem. The village’s only pond had dried up, leading to a severe water shortage.

The headman said, “We need to find a way to bring water to the pond.” But no one could think of a solution.

Ramesh believed that to find a solution, he would have to “run his intellectual horses.” He had heard from the elderly that there’s an ancient canal beneath the pond which could bring water.

With a group of young men, Ramesh started digging near the pond. After much time and effort, they discovered the ancient canal. As soon as they cleaned it, water began filling the pond.

The villagers were astounded by Ramesh’s intelligence and resourcefulness. They thanked him, saying, “You’ve solved our problem by running your intellectual horses.”

This story teaches us that sometimes, to find solutions to problems, we have to think deeply and critically. With determination and the right understanding, it’s possible to solve any challenge.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इसका प्रयोग साहित्य में होता है?

हाँ, साहित्य में इस मुहावरे का प्रयोग चरित्रों की बुद्धिमानी या चतुराई को व्यक्त करने के लिए होता है।

क्या यह मुहावरा बोलचाल की भाषा में प्रचलित है?

हाँ, बोलचाल में इसका प्रयोग बुद्धिमानी या चालाकी को व्यक्त करने में होता है।

क्या इस मुहावरे का प्रयोग बच्चों की कहानियों में होता है?

हाँ, बच्चों की कहानियों में इसका प्रयोग बुद्धिमत्ता या सूझबूझ के संदर्भ में होता है।

क्या “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” का प्रयोग शिक्षा में होता है?

हाँ, शिक्षा में इसका प्रयोग हिंदी भाषा के अध्ययन और मुहावरों की समझ बढ़ाने के लिए होता है।

क्या “अक्ल के घोड़े दौड़ाना” का प्रयोग व्यवसायिक संदर्भों में होता है?

हाँ, व्यावसायिक संदर्भों में इसका प्रयोग समस्या सुलझाने या रणनीति बनाने में होता है।

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