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अक्लमंद को इशारा काफी अर्थ, प्रयोग (Akalmand ko ishara kafi)

“अक्लमंद को इशारा काफी” एक प्रचलित हिंदी मुहावरा है, जो सूझ-बूझ और समझदारी की महत्ता को दर्शाता है।

परिचय: यह मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब किसी समझदार व्यक्ति को विस्तार से कुछ समझाने की आवश्यकता नहीं होती। एक संकेत या इशारा ही उनके लिए पर्याप्त होता है। यह उन व्यक्तियों की त्वरित समझ और गहन अंतर्दृष्टि को दर्शाता है।

अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ है कि जो व्यक्ति समझदार और बुद्धिमान होते हैं, उन्हें ज्यादा समझाने की जरूरत नहीं होती। वे संक्षिप्त संकेतों या इशारों से ही सारी बात को समझ जाते हैं।

प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर उस समय प्रयोग किया जाता है जब किसी की समझदारी की प्रशंसा करनी हो या यह दर्शाना हो कि उन्हें विस्तार से कुछ नहीं समझाना पड़ता।

उदाहरण:

-> जब मैंने सिर्फ इशारा किया, सुभाष तुरंत समझ गए; वाकई, अक्लमंद को इशारा काफी।

-> शिक्षक ने एक छोटा सा संकेत दिया और छात्र समझ गए, यही तो कहते हैं अक्लमंद को इशारा काफी।

निष्कर्ष: “अक्लमंद को इशारा काफी” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि ज्ञान और समझ का होना कितना महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि समझदार लोगों को बातें समझने के लिए गहरी व्याख्या की आवश्यकता नहीं होती। यह बुद्धिमत्ता और त्वरित समझ की खूबी को प्रकट करता है।

Hindi Muhavare Quiz

अक्लमंद को इशारा काफी मुहावरा पर कहानी:

एक बार की बात है, एक गाँव में अभय नामक एक बहुत ही समझदार और बुद्धिमान व्यक्ति रहता था। अभय को उसकी तीक्ष्ण बुद्धि के लिए पूरे गाँव में जाना जाता था। वह हमेशा चीजों को बहुत जल्दी समझ लेता था और उसकी यह खूबी सभी को प्रभावित करती थी।

एक दिन गाँव में एक समस्या उत्पन्न हो गई। गाँव के कुएं का पानी दूषित हो गया था, और इसका समाधान खोजना जरूरी था। ग्राम पंचायत की बैठक में सभी ग्रामीण इकट्ठा हुए। सभी लोग इस समस्या पर चर्चा कर रहे थे, लेकिन कोई भी समाधान नहीं निकाल पा रहा था।

तब पंचायत के मुखिया ने अभय की ओर देखा और मुस्कुराकर सिर्फ इतना इशारा किया कि वह इस मामले में कुछ करे। अभय ने तुरंत मुखिया का इशारा समझ लिया और बिना कुछ कहे उठा और कुएं की ओर चल दिया। उसने कुछ गाँव वालों की मदद से कुएं की सफाई करवाई और पानी के स्रोत की जांच की। इसके बाद, उसने एक साधारण और प्रभावी समाधान निकाला जिससे कुएं का पानी फिर से शुद्ध हो गया।

गाँव वाले अभय की समझदारी से बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा, “वाकई, अक्लमंद को इशारा काफी।” अभय ने बिना शब्दों के ही समस्या का समाधान निकाल लिया था।

इस कहानी से हमें सिखने को मिलता है कि समझदारी और तीक्ष्ण बुद्धि वाले व्यक्ति को ज्यादा कुछ समझाने की जरूरत नहीं होती। वे छोटे से संकेत से ही समस्या का हल निकाल लेते हैं।

शायरी:

अक्लमंद को इशारा काफी, ये बात बड़ी ही साफी,

कुछ ना कहो, बस नजरों से बात हो जाती है।

एक नज़र में कहानी कह दी, ऐसी अक्ल की रवानी रह दी,

बिन बोले जो समझ ले वो समझदार कहलाती है।

जहाँ लफ्ज़ों का कोई काम नहीं, वहाँ इशारों में बात बनती है,

अक्लमंद के लिए इशारा ही तो इक जुबां होती है।

बिना कहे जो बात समझ ले, उसी में तो वो शान होती है,

अक्लमंदी में बस एक नजर का फ़साना होती है।

दुनिया की भीड़ में अक्लमंदी की बात और होती है,

बिना शब्दों के जो समझे, वो अक्लमंदी का हाथ होती है।

अक्लमंद को इशारा काफी, यही सच्चाई जीवन की,

जो समझे बिन कहे, वही सच्चा साथी जीवन की।

 

अक्लमंद को इशारा काफी शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of अक्लमंद को इशारा काफी – Akalmand ko ishara kafi Idiom:

“Aklmand ko ishara kafi” is a popular Hindi idiom that highlights the importance of intelligence and understanding.

Introduction: This idiom expresses a situation where a wise person doesn’t need detailed explanations. A simple hint or gesture is enough for them. It showcases the quick comprehension and deep insight of such individuals.

Meaning: The meaning of this idiom is that intelligent and wise people don’t need extensive explanations. They can grasp the whole idea just from brief hints or gestures.

Usage: This phrase is often used to praise someone’s understanding or to indicate that they don’t need things to be explained in detail.

Example:

-> When I just hinted, Subhash immediately understood; indeed, a wise man needs only a hint.

-> The teacher gave a small hint and the students understood, as they say, a wise man needs only a hint.

Conclusion: The idiom “Aklmand ko ishara kafi” teaches us the importance of having knowledge and understanding. It shows that intelligent people don’t need deep explanations to understand things. This idiom highlights the virtues of wisdom and quick comprehension.

Story of ‌‌Aklmand ko ishara kafi Idiom in English:

Once upon a time, in a village, there lived a very wise and intelligent man named Abhay. Abhay was known throughout the village for his sharp intellect. He always understood things very quickly, and this trait of his impressed everyone.

One day, a problem arose in the village. The water in the village well had become contaminated, and finding a solution was essential. At the village council meeting, all the villagers gathered. Everyone was discussing the issue, but no one could come up with a solution.

Then, the head of the council looked at Abhay and smiled, giving him a mere gesture to take some action in this matter. Abhay immediately understood the head’s hint and got up without saying a word and walked towards the well. With the help of some villagers, he cleaned the well and inspected the source of the water. Afterward, he found a simple and effective solution that purified the water in the well again.

The villagers were very impressed with Abhay’s wisdom. They said, “Indeed, a wise man needs only a hint.” Abhay had solved the problem without uttering a single word.

This story teaches us that a person with wisdom and sharp intellect doesn’t need much explanation. They find solutions to problems with just a small hint.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या इस मुहावरे का इतिहास है?

जी हां, इस मुहावरे का इतिहास है। यह प्राचीन समय से ही उपयोग में आता आया है और लोगों ने इसे अपने अनुभवों और ज्ञान से संबद्ध किया है।

क्या इस मुहावरे का वास्तविक अर्थ है या यह केवल एक कहावत है?

यह मुहावरा एक कहावत है जिसका अर्थ उपाय के बदले संकेत या संकेत ही काफी है। यह वास्तविक जीवन में अपनाया जा सकता है लेकिन यह केवल एक विचार है, जो विशेष संदेश या उपदेश के रूप में समझा जाता है।

क्या अक्लमंद को इशारा काफी का अर्थ है कि बुद्धि वाले के लिए संकेत ही काफी है?

जी हां, अक्लमंद को इशारा काफी का मतलब है कि बुद्धि वाले के लिए संकेत ही पर्याप्त होता है। वह इस इशारे से समझ जाते हैं और कार्य करते हैं।

क्या इस मुहावरे का उपयोग रूढ़िवादी सोच को दर्शाने के लिए किया जा सकता है?

हां, अक्लमंद को इशारा काफी का उपयोग रूढ़िवादी सोच को चुनौती देने और नए दृष्टिकोण की ओर प्रेरित करने के लिए किया जा सकता है।

क्या यह मुहावरा व्यक्तिगत जीवन में भी उपयोगी है?

हां, यह मुहावरा व्यक्तिगत जीवन में भी उपयोगी हो सकता है क्योंकि इससे लोगों को संकेत देने में मदद मिलती है कि किसी स्थिति में क्या करना चाहिए।

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