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ऐरा गैरा नत्थू खैरा, अर्थ, प्रयोग(Aira gaira nathu khaira)

परिचय: हिंदी भाषा समृद्ध है अपने रोचक और विविध मुहावरों से, जो हमारे दैनिक जीवन की बहुत सी जटिल बातों को सरलता से समझा देते हैं। “ऐरा गैरा नत्थू खैरा” एक ऐसा ही मुहावरा है जो अक्सर उन व्यक्तियों के लिए प्रयोग किया जाता है जो सामान्य होते हैं या जिनकी कोई खास पहचान नहीं होती।

अर्थ: “ऐरा गैरा नत्थू खैरा” मुहावरे का अर्थ है ऐसे व्यक्ति जो सामान्य हों, जिनका कोई विशेष महत्व न हो या जो अप्रसिद्ध हों। इसका प्रयोग कभी-कभी थोड़े निंदात्मक अर्थ में भी किया जाता है जैसे किसी को हेय दृष्टि से देखना।

उदाहरण:

-> “इस महत्वपूर्ण मीटिंग में ‘ऐरा गैरा नत्थू खैरा’ को नहीं बुलाया जाता।”

-> “अभय को देखो, कल तक ‘ऐरा गैरा नत्थू खैरा’ था, आज अपनी मेहनत से कंपनी का मैनेजर बन गया।”

निष्कर्ष: “ऐरा गैरा नत्थू खैरा” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि समाज में हर व्यक्ति की अपनी एक जगह होती है, और हर किसी की अपनी विशिष्टता होती है। इसलिए किसी को भी सिर्फ उसकी सामान्यता या सामाजिक स्थिति के आधार पर हेय दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। हमें सभी का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपनी मेहनत और क्षमता से समाज में अपनी पहचान बना सकता है।

Budhimaan.com पर हम ऐसे ही मुहावरों के माध्यम से भाषा और समाज की गहराईयों को समझने की कोशिश करते हैं।

ऐरा गैरा नत्थू खैरा मुहावरा पर कहानी:

एक समय की बात है, एक छोटा सा गांव था जिसका नाम था ‘समयपुर ‘। इस गांव में एक साधारण सा लड़का रहता था, जिसका नाम था अमन। अमन को अक्सर लोग ‘ऐरा गैरा नत्थू खैरा’ कहकर बुलाते थे, क्योंकि उसमें कोई खास बात नहीं दिखती थी।

अमन अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहता था, लेकिन गांव के लोग उसे हमेशा हतोत्साहित करते थे। एक दिन गांव में एक बड़ा मेला लगा। इस मेले में एक बड़ी प्रतियोगिता की घोषणा हुई, जिसमें सबसे अनोखा और सर्वश्रेष्ठ विचार प्रस्तुत करने वाले को पुरस्कार मिलने वाला था।

अमन ने भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया। उसने गांव के बीचों-बीच एक सुंदर सामुदायिक बगीचा बनाने का विचार रखा। उसने समझाया कि कैसे हर गांववाला ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ काम करके इसे साकार कर सकता है। उसके इस विचार ने सबका दिल जीत लिया और उसे प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार मिला।

जैसे ही अमन का विचार साकार हुआ, गांव के लोग उसकी प्रशंसा करने लगे। जो लोग कभी उसे ‘ऐरा गैरा नत्थू खैरा’ समझते थे, अब उसके विचारों की सराहना कर रहे थे। अमन ने साबित कर दिया था कि सामान्य से दिखने वाला व्यक्ति भी असामान्य और महत्वपूर्ण कार्य कर सकता है।

उस दिन के बाद से ‘समयपुर’ गांव में अमन ‘ऐरा गैरा नत्थू खैरा’ नहीं रहा, बल्कि वह एक उदाहरण बन गया कि कैसे ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ काम करने से न केवल बड़े काम हो सकते हैं, बल्कि एक सामान्य व्यक्ति भी अपनी पहचान बना सकता है।

शायरी:

जो खास दिखते नहीं सभा में, वो ‘ऐरा गैरा’ कहलाते हैं,

अनदेखी उनकी बातों की, जब वो सच्चाई बयां करते हैं।

इन ‘नत्थू खैरा’ के दिलों में भी, अरमानों की रौशनी है,

फकत एक मौका चाहिए, इन्हें भी अपनी कहानी है।

‘कंधे से कंधा मिलाकर’ जब, इन्होंने राह नई बनाई है,

तो उन अनजान चेहरों ने, सौहार्द की मिसाल जमाई है।

दुनिया की इस भीड़ में, हर शख्स नायाब होता है,

जो ‘ऐरा गैरा’ दिखता है, वो अक्सर ख्वाब होता है।

मत समझो किसी को छोटा, हर कोई यहाँ खास होता है,

‘नत्थू खैरा’ भी वो हीरा है, जिसकी भी चमक खास होती है।

 

ऐरा गैरा नत्थू खैरा शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of ऐरा गैरा नत्थू खैरा – Aira Gaira Nathu Khaira Idiom:

Introduction: The Hindi language is rich with its interesting and diverse idioms, which easily explain many complex aspects of our daily life. “Aira Gaira Nathu Khaira” is one such idiom that is often used for individuals who are ordinary or do not have a specific identity.

Meaning: The meaning of the idiom “Aira Gaira Nathu Khaira” refers to a person who is ordinary, of no special significance, or is obscure. Sometimes it is used in a slightly derogatory sense as well, like looking down upon someone.

Examples:

-> “In this important meeting, ‘Aira Gaira Nathu Khaira’ are not invited.”

-> “Look at Abhay, till yesterday he was ‘Aira Gaira Nathu Khaira’, and today he has become the manager of the company through his hard work.”

Conclusion: The idiom “Aira Gaira Nathu Khaira” teaches us that in society, every person has their place, and everyone has their uniqueness. Therefore, no one should be looked down upon just because of their ordinariness or social status. We should respect everyone, as each individual can make their mark in society through their hard work and ability.

At Budhimaan.com, we strive to understand the depths of language and society through such idioms.

Story of ‌Aira Gaira Nathu Khaira Idiom in English:

Once upon a time, there was a small village named ‘Samaypur’. In this village lived an ordinary boy named Aman. People often called Aman ‘Aira Gaira Nathu Khaira’ because he didn’t seem to possess any special qualities.

Aman wanted to do something different in his life, but the villagers always discouraged him. One day, a big fair was held in the village. At this fair, an announcement was made for a competition to present the most unique and best idea, with a prize for the winner.

Aman also participated in this competition. He proposed the idea of creating a beautiful community garden right in the heart of the village. He explained how every villager could work ‘shoulder to shoulder’ to make it happen. His idea won everyone’s heart and he was awarded the first prize in the competition.

As soon as Aman’s idea was realized, the villagers began to praise him. Those who once considered him ‘Aira Gaira Nathu Khaira’ were now appreciating his ideas. Aman had proven that even a person who appears ordinary can perform extraordinary and significant tasks.

From that day on, in the village of ‘Samaypur’, Aman was no longer ‘Aira Gaira Nathu Khaira’, but he became an example of how working ‘shoulder to shoulder’ not only accomplishes great tasks but also allows an ordinary person to create their identity.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

ऐरा गैरा नत्थू खैरा मुहावरा का क्या अर्थ है?

“ऐरा गैरा नत्थू खैरा” का अर्थ है किसी कार्य में बेहद असफलता या कुछ करने में अयोग्यता का व्यक्ति।

इस मुहावरे का उपयोग कहाँ होता है?

यह मुहावरा अधिकतर उस स्थिति में उपयोग होता है जब किसी व्यक्ति का कार्य असफल या अवांछित होता है।

क्या इस मुहावरे का कोई विवादित अर्थ हो सकता है?

नहीं, यह मुहावरा सामान्यत: नकारात्मक परिस्थितियों को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होता है और इसका कोई विवादित अर्थ नहीं होता।

क्या ऐसा हो सकता है कि कोई ऐरा गैरा नत्थू खैरा स्थिति से बाहर आ सकता है?

हाँ, व्यक्ति अपनी मेहनत और संघर्ष के माध्यम से इस स्थिति से बाहर निकल सकता है और सफलता प्राप्त कर सकता है।

क्या ऐरा गैरा नत्थू खैरा का उपयोग केवल व्यक्तिगत स्थितियों में होता है?

नहीं, इसे सामाजिक या सार्वजनिक स्तर पर भी उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि एक परियोजना या योजना के असफल होने की स्थिति में।

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