Budhimaan

Home » Hindi Muhavare » मक्खी मारना, अर्थ, प्रयोग(Makkhi marna)

मक्खी मारना, अर्थ, प्रयोग(Makkhi marna)

परिचय: हिंदी भाषा में अनेक मुहावरे हैं जो व्यक्ति की भावनाओं, सोच और जीवन के अनुभव को व्यक्त करने में सहायक होते हैं। “मक्खी मारना” भी एक ऐसा ही मुहावरा है।

अर्थ: “मक्खी मारना” मुहावरे का अर्थ है समय नष्ट करना या वेला बैठा होना। जब किसी को कोई कार्य न हो और वह समय पास कर रहा हो, तो इस स्थिति को इस मुहावरे के माध्यम से दर्शाया जाता है।

उदाहरण:

-> राजू पूरे दिन तो कुछ काम नहीं करता, बस मक्खी मारता रहता है।

-> अगर तुम इस तरह मक्खी मारते रहे तो परीक्षा में कैसे पास होगे?

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब हम किसी को बिना किसी कार्य के बैठे हुए देखते हैं या जब किसी को अपने समय का सही उपयोग नहीं करते देखते हैं।

विवरण: इस मुहावरे में ‘मक्खी’ और ‘मारना’ दोनों शब्दों का प्रयोग अलग अर्थ में होता है, पर जब ये दोनों शब्द मिलकर एक मुहावरा बनते हैं, तो उनका अर्थ पूरी तरह बदल जाता है।

निष्कर्ष:
“मक्खी मारना” मुहावरा हमें यह दर्शाता है कि समय का सही उपयोग कैसे हो, और किस तरह से हमें अपने मौलिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। समय बहुमूल्य होता है और इसे बेकार में नष्ट नहीं करना चाहिए।

Hindi Muhavare Quiz

मक्खी मारना मुहावरा पर कहानी:

गाँव के दो दोस्त राम और श्याम थे। राम हमेशा अपने समय का सही तरीके से इस्तेमाल करता था, जबकि श्याम अक्सर बेकार में समय गवाने में लगा रहता था।

एक दिन, गाँव में मेला आया। राम ने सोचा कि वह मेले में अपने बनाए हुए खिलौने बेचेगा और कुछ पैसे कमाएगा। वहीं श्याम ने सोचा कि वह मेले में जाकर दोस्तों के साथ मजा करेगा।

राम ने अपने खिलौने बेचने के लिए एक स्टॉल लगाया और पूरा दिन मेहनत-मजदूरी में लगा। वहीं श्याम अपने दोस्तों के साथ घूमता रहा, खेलता रहा और अपना समय बेकार में गवा दिया।

शाम को, जब राम और श्याम घर लौटे, राम के पास मेले से कमाए गए पैसे थे, जिससे वह अपने परिवार को खुशी-खुशी ये सब बता सका। वहीं श्याम के पास कुछ भी नहीं था और वह थका-हारा अपने घर वापस आया। घरवालों ने श्याम से कहा तू कुछ भी नहीं लाया पूरे दिन मक्खी मरता रहा क्या।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि समय का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए और अनावश्यक कार्यों में समय नहीं गवाना चाहिए, वरना जीवन में हमें अनेक मौके गवाने पड़ सकते हैं। जैसे श्याम ने मक्खी मारते हुए अपना मौका गवा दिया।

शायरी:

मक्खी मारते रहे, ज़िंदगी की राह में, 

ग़ज़लें लिखता गया मैं अपनी बात में। 

हर छोटी बात में भी है खुदा की बारीकी, 

मक्खी मार न जाएं, ज़रा ठहर, ज़िंदगी है ये फिज़ा की रोशनी।

 

मक्खी मारना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of मक्खी मारना – Makkhi Maarna Idiom:

Introduction: In the Hindi language, there are many idioms that assist in expressing an individual’s emotions, thoughts, and life experiences. “Makkhi Maarna” is one such idiom.

Meaning:  The idiom “Makkhi Maarna” translates to “killing flies,” but its actual meaning is to waste time or to be idle. When someone has nothing to do and is just passing the time, this situation is depicted using this idiom.

Examples:

 -> Raju doesn’t work all day; he just wastes time (literally: kills flies). 

-> How will you pass the exam if you keep wasting your time like this?

Usage: This idiom is used when we see someone sitting without any work or when someone is not making proper use of their time.

Explanation:  In this idiom, the words ‘Makkhi’ (fly) and ‘Maarna’ (to kill) have different meanings individually. However, when combined to form an idiom, their meaning changes entirely.

Conclusion: The idiom “Makkhi Maarna” teaches us about the proper utilization of time and how we should focus on our primary tasks. Time is precious, and it shouldn’t be wasted idly.

Story of ‌‌Makkhi Maarna Idiom in English:

There were two friends in a village, Ram and Shyam. Ram always utilized his time wisely, while Shyam often wasted his time doing nothing.

One day, a fair came to the village. Ram decided that he would sell the toys he made at the fair and earn some money. On the other hand, Shyam thought he’d just go to the fair to have fun with his friends.

Ram set up a stall to sell his toys and worked hard throughout the day. Meanwhile, Shyam roamed around with his friends, played games, and frittered away his time.

In the evening, when both Ram and Shyam returned home, Ram had the money he earned from the fair, delighting his family with the news. In contrast, Shyam returned empty-handed and exhausted. His family remarked, “Did you spend the entire day just wasting time?”

This story teaches us the importance of using our time wisely and not squandering it on unnecessary activities. Otherwise, we might miss out on various opportunities in life. Just like Shyam missed his by wasting his day.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

क्या यह मुहावरा नकारात्मक अर्थ व्यक्त करता है?

हाँ, यह आलस्य या निष्क्रियता को दर्शाता है।

क्या इसका प्रयोग साहित्य में होता है?

हाँ, साहित्य में इसका प्रयोग किरदारों की निष्क्रियता या आलस्य को दर्शाने के लिए होता है।

क्या यह मुहावरा बोलचाल की भाषा में प्रचलित है?

हाँ, बोलचाल में इसका प्रयोग आलस्य या निष्क्रियता को व्यक्त करने में होता है।

क्या “मक्खी मारना” का प्रयोग शिक्षा में होता है?

हाँ, शिक्षा में इसका प्रयोग हिंदी भाषा के अध्ययन और मुहावरों की समझ बढ़ाने के लिए होता है।

क्या “मक्खी मारना” का प्रयोग खेलों के संदर्भ में होता है?

यह मुहावरा खेलों में कम प्रचलित है, लेकिन कभी-कभी खिलाड़ियों की निष्क्रियता या आलस्य को दर्शाने के लिए इस्तेमाल हो सकता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यह मुहावरा जानवर पर मुहावरे पेज पर भी उपलब्ध है।

टिप्पणी करे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Budhimaan Team

Budhimaan Team

हर एक लेख बुधिमान की अनुभवी और समर्पित टीम द्वारा सोख समझकर और विस्तार से लिखा और समीक्षित किया जाता है। हमारी टीम में शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक शामिल हैं, जिन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में वर्षों का समय बिताया है। हम सुनिश्चित करते हैं कि आपको हमेशा सटीक, विश्वसनीय और उपयोगी जानकारी मिले।

संबंधित पोस्ट

"गुरु और शिष्य की अद्भुत कहानी", "गुरु गुड़ से चेला शक्कर की यात्रा", "Budhimaan.com पर गुरु-शिष्य की प्रेरणादायक कहानी", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण और अर्थ"
Hindi Muhavare

गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया अर्थ, प्रयोग (Guru gud hi raha, chela shakkar ho gya)

परिचय: “गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया” यह हिन्दी मुहावरा शिक्षा और गुरु-शिष्य के संबंधों की गहराई को दर्शाता है। यह बताता है

Read More »
"गुड़ और मक्खियों का चित्रण", "सफलता के प्रतीक के रूप में गुड़", "Budhimaan.com पर मुहावरे का सार", "ईर्ष्या को दर्शाती तस्वीर"
Hindi Muhavare

गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी अर्थ, प्रयोग (Gud hoga to makkhiyan bhi aayengi)

परिचय: “गुड़ होगा तो मक्खियाँ भी आएँगी” यह हिन्दी मुहावरा जीवन के एक महत्वपूर्ण सत्य को उजागर करता है। यह व्यक्त करता है कि जहाँ

Read More »
"गुरु से कपट मित्र से चोरी मुहावरे का चित्रण", "नैतिकता और चरित्र की शुद्धता की कहानी", "Budhimaan.com पर नैतिकता की महत्वता", "हिन्दी साहित्य में नैतिक शिक्षा"
Hindi Muhavare

गुरु से कपट मित्र से चोरी या हो निर्धन या हो कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Guru se kapat mitra se chori ya ho nirdhan ya ho kodhi)

परिचय: “गुरु से कपट, मित्र से चोरी, या हो निर्धन, या हो कोढ़ी” यह हिन्दी मुहावरा नैतिकता और चरित्र की शुद्धता पर जोर देता है।

Read More »
"गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे मुहावरे का चित्रण", "मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती छवि", "Budhimaan.com पर सहयोग की भावना", "हिन्दी मुहावरे का विश्लेषण"
Hindi Muhavare

गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे अर्थ, प्रयोग (Gud na de to gud ki-si baat to kare)

परिचय: “गुड़ न दे तो गुड़ की-सी बात तो करे” यह हिन्दी मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई व्यक्ति यदि किसी चीज़

Read More »
"गुड़ खाय गुलगुले से परहेज मुहावरे का चित्रण", "हिन्दी विरोधाभासी व्यवहार इमेज", "Budhimaan.com पर मुहावरे की समझ", "जीवन से सीखने के लिए मुहावरे का उपयोग"
Hindi Muhavare

गुड़ खाय गुलगुले से परहेज अर्थ, प्रयोग (Gud khaye gulgule se parhej)

परिचय: “गुड़ खाय गुलगुले से परहेज” यह हिन्दी मुहावरा उन परिस्थितियों का वर्णन करता है जहां व्यक्ति एक विशेष प्रकार की चीज़ का सेवन करता

Read More »
"खूब मिलाई जोड़ी इडियम का चित्रण", "हिन्दी मुहावरे एक अंधा एक कोढ़ी का अर्थ", "जीवन की शिक्षा देते मुहावरे", "Budhimaan.com पर प्रकाशित मुहावरे की व्याख्या"
Hindi Muhavare

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी अर्थ, प्रयोग (Khoob milai jodi, Ek andha ek kodhi)

खूब मिलाई जोड़ी, एक अंधा एक कोढ़ी, यह एक प्रसिद्ध हिन्दी मुहावरा है जिसका प्रयोग अक्सर उन परिस्थितियों में किया जाता है जहां दो व्यक्ति

Read More »

आजमाएं अपना ज्ञान!​

बुद्धिमान की इंटरैक्टिव क्विज़ श्रृंखला, शैक्षिक विशेषज्ञों के सहयोग से बनाई गई, आपको भारत के इतिहास और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर देती है। पता लगाएं कि आप भारत की विविधता और समृद्धि को कितना समझते हैं।