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खरी खोटी सुनाना मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(Khari Khoti Sunana)

अर्थ: ‘खरी-खोटी सुनाना’ इस मुहावरे का अर्थ है किसी को उसकी गलतियों के लिए डांटना या फटकारना।

प्रयोग: जब किसी व्यक्ति को उसकी गलतियों या चूकों के लिए सख्त तरीके से समझाया जाए, तो ‘खरी-खोटी सुनाना’ मुहावरे का प्रयोग होता है।

उदाहरण: राम ने अपने छोटे भाई श्याम को उसकी लापरवाही के लिए ‘खरी-खोटी सुनाई’ जब वह अपनी किताबें बिना पढ़े खेलने चला गया।

विशेष टिप्पणी: यह मुहावरा हमें यह सिखाता है कि कभी-कभी अगर किसी व्यक्ति की गलतियों को सुधारना हो तो उसे सख्त तरीके से समझाना पड़ता है। हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि हमें समझाने का तरीका सही होना चाहिए, ताकि व्यक्ति को बुरा न लगे।

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खरी खोटी सुनाना मुहावरा पर कहानी:

एक गाँव में दो सखायें रहती थीं, राधा और सीता। दोनों हमेशा साथ में खेलती और स्कूल जाती थीं। एक दिन स्कूल में एक बड़ा मेला आयोजित हुआ जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताएँ हुई।

राधा और सीता ने एक साथ गाने की प्रतियोगिता में भाग लिया। सीता ने पूरी रात गीत की अभ्यास की, जबकि राधा ने अभ्यास की बजाय टेलीविजन देखा। प्रतियोगिता के दिन, जब दोनों गाने लगीं, राधा अपने बोल भूल गई और वह गाना अधूरा रह गया।

सीता ने राधा को उसकी लापरवाही के लिए ‘खरी-खोटी सुनाई’। वह बोली, “तुम्हें अभ्यास करना चाहिए था। हमारी टीम की वजह से हार गई क्योंकि तुम अभ्यास नहीं करी।”

राधा शरम से लाल हो गई और उसने सीता से माफी मांगी। वह समझ गई कि अगर वह अभ्यास करती, तो उन्हें जीत सकती थी।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब हम किसी जिम्मेदारी को नकारते हैं या उसे पूरी तरह से नहीं निभाते, तो हमें उसके परिणामों के लिए ‘खरी-खोटी सुनानी’ पड़ सकती है।

शायरी:

जब तूने मेरी खता पर, खरी-खोटी सुनाई,

मेरी गलतियों को, दिल से मैंने पहचाना।

जीवन में हर कदम पर, सच्चाई की राह चुनू,

तेरी उस डांट से यह सब मैंने जाना।

 

खरी-खोटी सुनाना शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of खरी-खोटी सुनाना – Khari Khoti Sunana Idiom:

Meaning: The idiom ‘Khari Khoti Sunana’ translates to scolding someone for their mistakes or reprimanding them.

Usage: When someone is sternly corrected or reprimanded for their errors or oversights, the idiom ‘Khari Khoti Sunana’ is used.

Example: Ram scolded his younger brother Shyam, using ‘Khari Khoti Sunana’, when he went to play without studying his books.

Special Note: This idiom teaches us that sometimes, to correct someone’s mistakes, it’s necessary to reprimand them sternly. However, it’s also important that the way of explaining or scolding should be appropriate, so the person doesn’t feel too bad.

Story of Khari Khoti Sunana idiom in English:

In a village, there were two friends, Radha and Sita. They always played together and went to school together. One day, a big fair was organized in the school, which included various competitions.

Radha and Sita participated together in a singing competition. Sita practiced the song all night, while Radha watched television instead of practicing. On the day of the competition, when they both started singing, Radha forgot her lines, and the song remained incomplete.

Sita scolded Radha for her negligence, saying, “You should have practiced. We lost because of you.”

Radha turned red with embarrassment and apologized to Sita. She realized that if she had practiced, they could have won.

This story teaches us that when we neglect a responsibility or don’t fulfill it completely, we might get scolded for the consequences.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly.

FAQs:

क्या यह मुहावरा हमेशा नकारात्मक संदर्भ में प्रयोग होता है?

हाँ, आमतौर पर यह मुहावरा नकारात्मक संदर्भ में प्रयोग होता है, क्योंकि इसका अर्थ होता है किसी की कड़ी आलोचना करना।

क्या इस मुहावरे का प्रयोग आधिकारिक या औपचारिक संवाद में किया जा सकता है?

आमतौर पर इसका प्रयोग अनौपचारिक या बोलचाल की भाषा में होता है, औपचारिक संवाद में इसका प्रयोग सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए।

“खरी-खोटी सुनाना” मुहावरे का इतिहास क्या है?

इस मुहावरे का सटीक इतिहास अज्ञात है, लेकिन यह लंबे समय से हिंदी भाषा में प्रचलित है और बोलचाल की भाषा में इसका व्यापक प्रयोग होता है।

इस मुहावरे का प्रयोग बच्चों को सिखाते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

बच्चों को यह समझाना महत्वपूर्ण है कि यह मुहावरा कड़े शब्दों और आलोचना को व्यक्त करता है, और इसे संवेदनशीलता के साथ प्रयोग करना चाहिए।

क्या इस मुहावरे का प्रयोग साहित्य में भी होता है?

हाँ, हिंदी साहित्य में विभिन्न कविताओं, कहानियों, और नाटकों में इस मुहावरे का प्रयोग होता है, विशेषकर जब किरदारों के बीच तीव्र भावनात्मक संवाद होता है।

हिंदी मुहावरों की पूरी लिस्ट एक साथ देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

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