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100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली मुहावरा, अर्थ, प्रयोग(100 chuhe khake billi haj ko chali)

अर्थ: जब कोई व्यक्ति अपनी पूरी जीवन में अनेक गलतियाँ करता है और फिर अचानक धार्मिक या सजीवनी आचरण दिखाने लगता है, तो उसे इस मुहावरे के माध्यम से दर्शाया जाता है।

प्रयोग: इस मुहावरे का प्रयोग तब होता है जब किसी व्यक्ति का अच्छा व्यवहार उसकी पूर्व गलतियों को छुपाने के लिए किया जाता है।

उदाहरण: राम ने अपनी पूरी जिंदगी दूसरों को धोखा दिया, लेकिन अब वह मंदिर में प्रतिदिन जा रहा है। लोग कहते हैं, “100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली।”

Hindi Muhavare Quiz

100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली मुहावरा पर कहानी:

गाँव के किनारे एक छोटे से मकान में बालकृष्ण नामक बुजुर्ग रहते थे। जब वह जवान थे, तो उनकी जिंदगी शराब और जुआ में ही सिमटी रहती थी। उन्होंने अपनी जवानी के सुनहरे दिन इन चीजों में गवा दिए थे।

अब जब वह बुजुर्ग हो गए थे और जिंदगी की सच्चाई समझ आ गई थी, तो उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारने का प्रयास किया। वह गाँव के बच्चों को अपने मकान में बुलाकर उन्हें पढ़ाई का महत्व और शराब और जुआ से दूर रहने की सलाह देते थे।

एक दिन, जब वह बच्चों को यह सिखा रहे थे, तो गाँव के एक युवक ने उनसे कहा, “बाबूजी, आप तो 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली जैसे बात कर रहे हैं।” इससे उस युवक ने यह दर्शाया कि बालकृष्ण जी ने अपनी पूरी जिंदगी गवाई और अब जब उन्हें समझ आ गया है, तो वह दूसरों को सही मार्ग पर लाने की कोशिश कर रहे हैं।

शायरी:

चूहों की भूख में बिल्ली बदल गई,

हज की राह में उसकी आदतें बदल गई।

जिसने जीवन में धोखा दिया सबको,

आज वही धर्म की राह में चल पड़ी।

 

100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली शायरी

आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।

Hindi to English Translation of 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली – 100 chuhe khake billi haj ko chali Idiom:

Meaning: The idiom “100 chuhe khake billi haj ko chali” is used to describe a person who, after committing many wrongs throughout their life, suddenly starts displaying religious or virtuous behavior.

Usage: This idiom is used when someone’s good behavior is seen as an attempt to cover up their past wrongdoings.

Example: Ram has deceived others all his life, but now he goes to the temple every day. People say, “100 chuhe khake billi haj ko chali,” indicating his sudden change is just for show.

Story of 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली (100 chuhe khake billi haj ko chali):

On the edge of the village, in a small house, lived an elderly man named Balakrishna. In his youth, his life was consumed by alcohol and gambling. He had squandered the golden days of his youth on these vices.

Now, as he had grown old and understood the realities of life, he tried to amend his mistakes. He would invite the children of the village to his house and educate them about the importance of studies and advise them to stay away from alcohol and gambling.

One day, as he was imparting these lessons to the children, a young man from the village said to him, “Babuji, you are acting like the cat who went on a pilgrimage after eating 100 mice.” Through this, the young man highlighted that Balakrishna had wasted his entire life, and now that he had come to his senses, he was trying to guide others onto the right path.

 

I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly

FAQs:

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का क्या संदर्भ हो सकता है शिक्षा में?

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का संदर्भ शिक्षा में यह दिखा सकता है कि शिक्षा के क्षेत्र में यदि कोई व्यक्ति या संगठन शिक्षा के मामले में दावा करता है, तो उनकी शिक्षा की गुणवत्ता को कैसे मापा जा सकता है।

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का क्या उपयोग साहित्य और कहानियों में हो सकता है?

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का उपयोग साहित्य और कहानियों में जब किसी कार्य के दावे के संदर्भ में किया जाता है, और यह बताता है कि किसी चरित्र के दावे की सत्यता को कैसे जांचा जा सकता है।

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का क्या संदर्भ हो सकता है आज की दुनिया में?

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का संदर्भ आज की दुनिया में उस समय की भिन्नता को दिखा सकता है जब लोग आपने काम या क्षमता को अधिभूत तरीके से प्रदर्शित करते हैं और उनके कार्यों की वास्तविकता को प्रमाणित करने की महत्वपूर्णता को बता सकता है।

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का क्या उपयोग रोजमर्रा की बातचीत में हो सकता है?

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का उपयोग रोजमर्रा की बातचीत में जब किसी व्यक्ति के द्वारा किसी अद्वितीय परिस्थिति के बारे में विचार करने और दिखावट और वास्तविकता के बीच की अंतर को समझाने के लिए किया जाता है, तो वह “100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” कहलाता है।

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का क्या उपयोग व्यावसायिक संदर्भ में हो सकता है?

“100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” का उपयोग व्यावसायिक संदर्भ में जब किसी व्यवसाय या संगठन के द्वारा किसी उत्पाद या सेवा के गुणवत्ता या क्षमता का दावा किया जाता है, लेकिन वास्तविकता में उसमें कमी होती है, तो वह “100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली” कहलाता है।

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