महात्मा गांधीजी के कोट्स
“अहिंसा मानवता के पास उपलब्ध सबसे बड़ी शक्ति है। यह मनुष्य की चतुराई द्वारा रची
गई सबसे शक्तिशाली विनाशकारी हथियार से भी अधिक शक्तिशाली है।”
गांधीजी के विचार अहिंसा पर
“मैं हिंसा का विरोध करता हूं क्योंकि जब यह अच
्छा करने के लिए प्रकट होता है, तो अच्छाई केवल अस्थायी होती है; जो बुराई यह करता है वह स्थायी होता है।”
गांधीजी के विचार अहिंसा पर
“ऐसे कई कारण हैं जिनके लिए मैं मरने के लिए तैयार हूं लेकिन कोई भी कारण नहीं है जिसके लिए मै
ं हत्या करने के लिए तैयार हूं।"
गांधीजी के विचार अहिंसा पर
“आँख के बदले आँख सिर्फ दुनिया को अंधा बना देती है।”
गांधीजी के विचार अहिंसा पर
“अहिंसा कोई वस्त्र नहीं है जिसे इच्छानुसार पहना और उतारा जा सकता है। इसकी सीट हृ
दय में होती है, और यह हमारे अस्तित्व का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए।”
गांधीजी के विचार अहिंसा पर
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