परिचय: हिंदी भाषा में विविध मुहावरे हैं जो जीवन की जटिलताओं और भावनाओं को व्यक्त करते हैं। “खून का घूँट पीना” ऐसा ही एक प्रचलित मुहावरा है, जो गहरी पीड़ा और असहायता की भावना को दर्शाता है।
अर्थ: “खून का घूँट पीना” का अर्थ है बहुत अधिक पीड़ा या कष्ट का अनुभव करना, विशेषकर तब जब किसी के पास अपनी व्यथा व्यक्त करने का कोई माध्यम न हो।
प्रयोग: यह मुहावरा अक्सर उन स्थितियों में प्रयोग किया जाता है जहां व्यक्ति को बिना किसी विकल्प के अपने दुख और पीड़ा को अंदर ही अंदर सहना पड़ता है।
उदाहरण:
-> “जब उसने अपनी नौकरी खो दी और परिवार को चलाने के लिए कोई रास्ता नहीं था, उसने खून का घूँट पी लिया।”
-> “अपने सपनों को दूसरों के लिए त्याग कर, वह हमेशा खून का घूँट पीती रही।”
निष्कर्ष: “खून का घूँट पीना” मुहावरा हमें यह सिखाता है कि जीवन में कई बार हमें ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जहाँ हमें अपनी पीड़ा को चुपचाप सहन करना पड़ता है। यह मुहावरा हमें धैर्य और संघर्ष की भावना से भी परिचित करवाता है, जो अक्सर व्यक्ति के आंतरिक बल का परिचायक होता है।
खून का घूँट पीना मुहावरा पर कहानी:
एक समय की बात है, एक गाँव में विकास नाम का एक साधारण किसान रहता था। विकास बहुत मेहनती और लगनशील व्यक्ति था। उसकी जिंदगी की एकमात्र खुशी उसकी बेटी गार्गी थी, जो उसके जीवन का आधार थी।
एक वर्ष, गाँव में अकाल पड़ गया और विकास की सारी फसल बर्बाद हो गई। वह बहुत परेशान हुआ, क्योंकि उसके पास अपनी बेटी की पढ़ाई और घर के खर्च के लिए कोई धन नहीं बचा था।
विकास की परेशानी तब और बढ़ गई जब उसकी बेटी गार्गी को एक महंगे इलाज की जरूरत पड़ी। वह हर जगह मदद के लिए गया, लेकिन कोई भी उसकी सहायता नहीं कर सका। इस दौरान, विकास को अपने दुःख और पीड़ा को अंदर ही अंदर सहन करना पड़ा। उसके पास अपनी व्यथा किसी से कहने का भी साधन नहीं था।
विकास ने खून का घूँट पीकर अपनी बेटी की बीमारी का इलाज कराने का निर्णय लिया। उसने अपनी जमीन बेच दी और गार्गी का इलाज करवाया। गार्गी के स्वस्थ होने पर विकास को सुकून मिला, लेकिन उसके दिल में अपनी जमीन खोने का दर्द हमेशा रहा।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि “खून का घूँट पीना” मुहावरा उन परिस्थितियों को दर्शाता है जहाँ व्यक्ति को अपने दुख और पीड़ा को अंदर ही अंदर बिना किसी को बताए सहन करना पड़ता है। यह मुहावरा हमें जीवन के कठिन पलों में धैर्य और साहस बनाए रखने की प्रेरणा देता है।
शायरी:
दिल में दर्द की आग लिए, मुस्कुराहट के फूल खिलाए,
जैसे खून का घूँट पीकर, जिंदगी के गीत गाए।
हर दुख में छुपा है एक सबक, हर आंसू में एक कहानी,
खून के घूँट पीना भी है, जीवन की एक पुरानी रवानी।
बिन कहे जो दर्द सहे, वो जाने कैसे जीता है,
खून का घूँट पीकर भी, जो मुस्कुराए, वही तो कवि कहलाता है।
जिंदगी के सफर में, हर खुशी, हर गम पी लिया,
जैसे खून का घूँट पीकर, हर मंजिल को छू लिया।
वक्त की राहों में, अनकही बातों का बोझ उठाया,
खून का घूँट पीकर, जिंदगी को सलाम ठोक आया।
आशा है कि आपको इस मुहावरे की समझ आ गई होगी और आप इसका सही प्रयोग कर पाएंगे।
Hindi to English Translation of खून का घूँट पीना – Khoon ka ghoont pina Idiom:
Introduction: In the Hindi language, there are various idioms that express the complexities and emotions of life. “खून का घूँट पीना” (Swallowing a gulp of blood) is one such popular idiom that illustrates deep anguish and a sense of helplessness.
Meaning: “खून का घूँट पीना” means to experience intense pain or distress, especially when one has no means to express their suffering.
Usage: This idiom is often used in situations where a person has to endure their sorrow and pain silently without any alternatives.
Example:
-> “When he lost his job and had no means to support his family, he swallowed a gulp of blood.”
-> “By sacrificing her dreams for others, she always swallowed a gulp of blood.”
Conclusion: The idiom “खून का घूँट पीना” teaches us that in life, we often face situations where we have to silently endure our pain. This idiom also acquaints us with the spirit of patience and struggle, which often signifies the inner strength of a person.
Story of Khoon ka ghoont pina Idiom in English:
Once upon a time, in a village, there lived a simple farmer named Vikas. Vikas was a hardworking and dedicated person. His only joy in life was his daughter Gargi, who was the foundation of his life.
One year, a drought struck the village, and all of Vikas’s crops were destroyed. He became very distressed, as he had no money left for his daughter’s education and household expenses.
Vikas’s troubles increased when his daughter Gargi needed expensive medical treatment. He sought help everywhere, but no one could assist him. During this time, Vikas had to endure his sorrow and pain internally. He had no means to express his anguish to anyone.
Vikas made the painful decision to sell his land to fund his daughter’s treatment, swallowing his grief like a gulp of blood. He managed to get Gargi treated, and though he felt relieved at her recovery, the pain of losing his land always remained in his heart.
This story teaches us that the idiom “खून का घूँट पीना” (swallowing a gulp of blood) represents situations where a person has to silently endure their pain and grief. This idiom inspires us to maintain patience and courage during the difficult moments of life.
I hope this gives you a clear understanding of the proverb and how to use it correctly
FAQs
यह मुहावरा किस प्रकार का होता है?
यह मुहावरा कठिनाईयों या अधिक परेशानियों के सामने अपनी हिम्मत या साहस का व्यक्तिगत अभिव्यक्ति है।
इस मुहावरे का अर्थ क्या है?
इसका अर्थ है किसी भयानक या कठिन संघर्ष का सामना करना।
क्या “खून का घूँट पीना” एक मुहावरा है?
हां, “खून का घूँट पीना” एक हिंदी मुहावरा है।
इस मुहावरे का उपयोग किस प्रकार किया जाता है?
यह मुहावरा आमतौर पर किसी कठिनाई या परेशानी को पार करने के समय के लिए उपयोग किया जाता है।
क्या यह मुहावरा वास्तव में खून का अर्थ करता है?
नहीं, यह मुहावरा वास्तव में खून का अर्थ नहीं करता है, बल्कि यह एक अभिव्यक्ति है जिसमें किसी को किसी तरह के संघर्ष का सामना करना पड़ता है।
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